दोस्त की बर्थडे पार्टी में सब नाच रहे थे. अचानक पिछेसे किसी लड़की ने आवाज लगायी ….. विवेक. में धीरेसे मुड़ा तो रिंकी सामने से आते हुए दिखी. रिंकी और में एक ही ऑफिस में काम करते है. रिंकी मेरे पास आयी और कहने लगी, तुम घर जाने के लिए कब निकलने वाले हो? मेने कहा कुछ ही देर में निकलूंगा.
तो रिंकी ने कहा ठीक है, मुझे भी स्टेशन तक छोड़ दो. बारिश भी होने वाली है, मुझे ऑटो नहीं मिलेगी. तो मेने रिंकी को ठीक है कहा. में छोड़ दूंगा.
कुछ देर बाद में अपनी गाड़ी को हॉल के सामने ले आया. अंदर से रिंकी निकली. और गाड़ी में आगे की सीट पे बैठ गयी.
अभी करीब १० बज रहे थे. हम वहा से निकले. रिंकी काफी बाते करने वाली लड़की थी. तो उसने यहाँ वहा की बाते करना सुरु किया. में सिर्फ सुने जा रहा था. रिंक ने वन पीस ड्रेस पहना था जिसमे उसकी जांघ आधी दिख रही थी.
में गाड़ी चलाते चलाते उसे देखे जा रहा था. कुछ देर बाद जोर से बारिश होने लगी. बारिश इतनी तेज थी के रास्ते की पिली लाइट में आगे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था. रास्ता पूरा खाली था लेकिन मेने सोचा कुछ देर रुक जाते है. बारिश थम्ब जाये तो निकल पड़ेंगे.
यह सोच कर मेने रिंकी को कहा कुछ देर रुकते है, बारिश में आगे कुछ भी नहीं दिख रहा है. उसने ठीक है कहा. मेने रस्ते के किनारे गाड़िया लगी हुई देखि, वही एक जगह देख गाड़ी रोक दी. आस पास की सारि दुकाने बंद थी. रास्ते पर लाइट थी पर बारिश की बजसे धुंदला सा माहौल हो चूका था.
गाड़ी एक पेड़ के आगे लगाकर हम बारिश रुकने का इंतजार करने लगे. गाड़ी में बैठे हमें बारिश के गिरने की जोर जोर से आवाज आ रही थी. आस पास एक भी इंसान नहीं दिख रहा था.
रिंकी जो बहोत बाते कर रही थी, वो भी धीरे धीरे शांत होने लगी. यहाँ एक लड़की को पास में बैठे देख मेरा मन उछल कूद करने लगा. मेरी नजर कभी रिंकी के गुलाबी होठोंपर जाती तो कभी उसके बड़े मम्मो पर.
रिंकी को भी पता चल गया था की मेरी नजर उसके शरीर पर घूम रही है. वो थोड़ी हिचकिचाट से बात करते हुए मेरी तरफ देख रही थी. दोनो को भी एहसास हो रहा था की माहौल सही है रोमांस करने के लिए.
कभी वो मेरी तरफ देखकर मुस्कुराती तो कभी में उसे देखकर मुस्कुराता. अजीब सी दोनों की हलचल कर रहे थे. उसके झिझकते हुए हातो की उंगलिया देख मुझे लगा कुछ तो करना चाहिए. मेने धीरेसे उसकी तरफ हात बढ़ाया और उसका हात पकड़ लिया. रिंकी थोड़ी सहमी, लेकिन उसने मेरा हात कसकर पकड़लिया
रिंकी की हातोकि गर्मी महसूस कर मुझे एहसास हुआ की रिंकी भी कुछ करने के मूड में आ गयी है. वो आँखे झुकाकर कभी मेरी तरफ देखती तो कभी दूसरी तरफ गाड़ी के बाहर देखती.
उसकी असायता मुझे दिख रही थी. मेने रिंकी का हात कसकर पकड़ा और उसे झटकेसे मेरी तरफ खींच लिया, जैसे उसका मुँह मेरी तरफ मुड़ा मेने तुरंत उसके होठोंपर चुम्बन लेलिया. रिंकी को जैसे मेरे होठ महसूस हुए वो भी अपने हातोंसे मेरे गालोको सहलाते हुए मुझे चूमने लगी. अहहह.. रिंकी के होठ काफी कोमल थे, चूमने में बहोत मजा आ रहा था.
दोनों भी मदहोश होकर एक दूसरेको चुम रहे थे. रिंकी को में हमेशा ऑफिस में देखता था लेकिन कभी ऐसे सोचा नहीं था की उसे चूमने का मौका मिलेगा. रिंकी को चूमते हुए मेरे हात अपने आप उसके मम्मो पर पोहच गए. जैसे मेने मम्मो को दबाना सुरु किया, मेरे लंड ने सलामी दे दी. मेरा लंड पेंट के अंदर कूदने लगा.
अहहहहह… क्या मम्मे थे रिंकी के. दबाते हुए जो मजा आ रहा था. आअह्ह्ह.. क्या बताऊ…. मेने दोनों हातोंसे रिंकी के मम्मो को दबाना सुरु किया… रिंकी आह भरते हुए मुझे चूमे जा रही थी. उम्म्म अहह ममम अम्म्म अहहहहह.. अहःअहः
कुछ देर चूमने के बाद जब दोनों पीछे हुए दोनों बड़ी बड़ी सास ले रहे थे. बिखरे बाल और हवस से भरी आँखे एक दूसरे को देख रही थी. बाहर अभी जोर से बारिश चल रही थी.
मेने रिंकी की और देखते हुए वो बैठी हुई सीट को पिछेसे बटन दबाकर सीधा लेटने वाली सीट में बदल दिया. रिंकी उसी सीट पर लेट गयी, में सीधा उसपर आकर लेटा और फिर से हम एक दूसरे को चूमने लगे. दोनों के शरीर भट्टी की तरह तप रहे थे.
रिंकी को चूमते हुए मेने उसका वन पीस ड्रेस कंधेसे से निचे कर दिया. रिंकी का ड्रेस निचे होते ही उसका ब्रा दिखने लगा. काफी छोटा ब्रा पहना था. मम्मी ऊपर से बहार आ रहे थे. मम्मो की बिच की दरार देख मुँह में पानी आ गया. बिना सोचे सीधा मुँह दरार में डाल जीभ से चाटने लगा. मम्मो को ऊपर से चूमने लगा. आहहह अहहह. अहःअहः.. मम्मो को दबाते हुए ब्रा को निचे खिसकादिया. जैसे ही चूचिया सामने आयी, तुरंत चूचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा. आहहह . मम्मो को जोर जोर से दबाते हुए चूचियों को चूस रहा था.
रिंकी भी मुँह से आवाज करने लगी. अहहह अहःअहः… विवेक आअह्ह्ह हाहाःहाह.. चूस लो आज पूरा… मेरे दोनों हात मम्मो को दबाते हुए मजे ले रहे थे और दोनों चूचिया में चूस चूस कर उसका दूध पि रहा था.
काफी देर चूचियों को चूसने के बाद, रिंकी और में पीछे की सीट पर आकर बैठे. मेरा लंड बाहर आने के लिए तड़प रहा था. मेने तुरंत अपनी पैंट खोली, चैन निचे उतारी और पैंट को निचे खींच लंड को बाहर निकाल दिया. रिंकी मेरे उछलते हुए बड़े लंड को देखकर चौक गयी. मेने उसकी तरफ देखा और उसका हात पकड़कर अपने लंड पर रख दिया. रिंकी ने लंड को मुठी में जकड़ा और वो लंड को ऊपर निचे हिलने लगी. अहहहहहह. लड़की के कोमल हातोंमे लंड देने का मझा ही कुछ और है. रिंकी ने कुछ देर जोर जोर लंड हिलाया और फिर अपनी झुलफो को पीछे कर वो झुकी और उसने मेरा लंड मुँह में लेलिया.
आहहह… लंड पर जब रिंकी की जबान घूमने लगी, अहःअहः. मेरा मुँह खुला रह गया. रिंकी बड़े प्यार से मेरा लंड चूस रही थी. में उसकी झुल्फे हातोंसे हटाकर उसे अपने लंड को चूसते हुए देखने लगा. अहह अहहह.. श्श्श ष्ष्हशश अहःअहः. अहःअहः.. क्या मस्त चूस रही थी रिंकी….
पूरा लंड चूस चूस के गिला कर दिया. फिर वो पीछे हटी. मुजसे अभी और रुका नहीं जा रहत था. मेने उसे सीट पर सुलाया. और उसके पैर फैलाये, सामने उसकी ड्रेस दिखी वो ऊपर किया और अंदर दिख रही चड्डी को खींचकर निकल दिया.
जैसे रिंकी की चड्डी निकली उसकी चुत सामने देख में कुत्ते की तरह लाल टपकाने लगा. मेने रिंकी के पैर फैलाकर सीधा उसकी चुत में अपनी जबान डाली और चुत को चाटने लगा. अहहहह अहहह यह. श्श्श्श ष्ष्हष्ष उम्म्म अहममम
रिंकी की चुत काफी गरम और गीली थी. ऊपर से निचे तक चुत पर जबान घिसते हुए पूरी चुत को चाट लिया. एक ऊँगली चुत में डाली और चुत के अंदर बाहर करने लगा. अहहह अहहह… आहाहा. रिंकी तड़पने लगी. अहःअहः.. अहहहह. गिरती हुए बारिश में चुत चाटने का मजा ही कुछ और है.
चुत को चाटने के बाद मेने लंड को आगे किया, धीरे से चुत में लंड को धकेला, रिंकी थोड़ी हड़बड़ाई, क्यूंकि लंड काफी बड़ा और मोटा था. आसानीसे चुत में जा नहीं पा रहा था.
धीरे धीरे मेने लंड को चुत में अंदर बाहर करना सुरु किया. बहोत मजा आने लगा. रिंकी की दोनों गोरी जांग पकड़कर लंड को चुत में धकेल रहा था. अहह ाहः अहहह. अहःअहःआहहहह. आआहाह.
लंड अब पूरा चुत में जा रहा था. अहहहह अहहह अहःअहः. श्श्श सशष्ष्ह्स. अहहहाआ. गाड़ी में चोदने में इतना मजा आएगा कभी सोचा नहीं था. अहह अहःअहः… अह्हह्ह्ह…. अहःअहः
कुछ देर बाद मेरा पानी निकलने वाला था. मेने तुरंत लंड को बाहर खींचा और पानी की बौछार कर दी. गाड़ी में निचे सारा पानी गिर पड़ा.
दोनों भी हांफते हुए सीधे सीट पर बैठे. एक दूसरे को देखकर कपडे पहनने लगे.
दोनों के आखो में एक दूसरे के लिए प्यार उमड़ आया. कपडे पहनते हुए फिर से एक बार हमने होठोंपे चुम्बन लिया.
बारिश रुक गयी थी. हम वाहा से निकले. मेने रिंकी को घर तक छोड़ा.
उस दिन के बाद में रिंकी को काफी बार होटल रूम में ले जाकर चोदा हु.
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