हाई माय फ्रेंड, मैं ये स्टोरी पहली बार लिख रहा हु। अगर आप को मेरी चुदाई स्टोरी पसंद आये, तो जरूर मुझे ईमेल करे। अगर कोई भी लड़की, लेडीज़, भाभी या आंटी मुझसे कनैक्ट करना चाहे, तो वो मुझे ईमेल कर सकते है।
ये बात उन दिनों की है, जब मैं बी। टेक का 2न्द सेमेस्टर चल रहा था। और मैं रोज कॉलेज जाता था। मेरे साथ एक लड़की पड़ती थी। उसका नाम उषा था और वो मुझे देख कर रोजाना स्माइल करती थी।
मेरा भी मन उस से बात करने का था, लेकिन मुझे डर लगता था। वो बड़ी ही खूबसूरत और सेक्सी थी। उसके बूब्स बड़े – बड़े थे। साइज का तो पता नहीं, लेकिन काफी बड़े थे।
उनके बूब्स इतने ज्यादा बड़े थे और उनको देख कर बॉयज का लण्ड खड़ा हो जाता था और उसके चूतड़ एकदम उभरे हुए थे, ऐसा लगता था जैसे उनके अंदर हवा भरी हुई थी। साली चुदाई के लिए एकदम सही माल था!
एक दिन की बात है, हम प्रैक्टिकल लैब में बैठे हुए थे और लैब वाले सर ने हम को मैन्युल दिया पढ़ने ले लिए। पर हम कोई भी लैब मैन्युल को नहीं लिखते थे। बस उसकी मोबाइल से फोटो खींच लेते थे और पीजी में जाकर उसको कॉपी कर लेते थे।
उस दिन भी मैंने बस ऐसा ही किया। मैन्युल की फोटो क्लिक कर ली थी। तभी उस ने, मेरा मतलब उषा ने मुझे बोला, कि जो पिक्चर मैंने क्लिक की है वो उसे भी सेंड कर दू।
तो मैंने पूछा, कि तुम भी फोटो ले लो। तो उस ने बोला, कि मेरे मोबाइल के कैमरे के क्लैरिटी साफ़ नहीं है और ढंग से दिखाई नहीं दे रहा है।
तो मैंने उसे सेंड करने ही वाला था, कि हम लोगो की लैब का पियोन आया और बोला, कि उषा को मेम बुला रही है। और उषा ने मुझे जल्दी में बोला, कि मेरा नंबर मेरी फ्रेंड से ले कर मुझे व्हाट्सएप पर सेंड कर देना।
और तभी मैं उस से कुछ बोलने वाला था, कि मेरे फ़ोन पर व्हाट्सप्प नहीं है, लेकिन वो चली गयी थी तब तक। फिर मैंने सोचा, की नंबर तो ले ही लेता हु और उसको कॉल कर के बोल दूंगा, कि मेरे पास व्हाट्सप्प नहीं है।
और ताजुब की बात है ये कि, हम लोगो के हॉलीडेज होने वाले थे उस दिन के बाद और हम सब दूसरे दिन घर जाने वाले थे और वापिस आते ही हमने वो मैन्युल दे दिया चेक करवाने के लिए बोल था। नहीं तो क्लास में एंट्री नहीं होने वाली थी। और तभी हम लोगो का कॉलेज ऑफ हो गया और मैं वापस पीजी में आ गया।
और थोड़ी देर बाद मैंने कोई शाम को ६ बजे उसको फ़ोन कर के बोला, कि मेरे पास व्हाट्सप्प नहीं है और मैं तुम्हे मैन्युल की पिक्चर नहीं भेज सकता हु। तो उसके उसके बाद उसने बोल, कि मेरे पास तो मैन्युल नहीं है।
और तुम कल अपने घर जा रहे हो। यार मैं कैसे काम पूरा करुँगी। फिर मैंने बोला, एक आईडिया है इफ यू डोंट माइंड? अगर तुम मेरे पीजी में आ जाओ, तो हम दोनों साथ में काम पूरा कर लेनेंगे।
वो सोने जा रही थी। उसने कहा, अच्छा ठीक है। मैं थोड़ी देर में आती है और उसने फ़ोन काट दिया। मैं तो खुश ही हो गया था उसके आने की ख़ुशी में।
मैं बाहर आया और देखा, कि बाहर का मौसम तो बहुत ख़राब हो गया है और बारिश होनेलगी थी। मैं एकदम सेड होकर अंदर चले गया। मुझे लगा था, कि शायद अब वो नहीं आएगी बारिश होने की वजह से।
फिर थोड़ी देर बाद मेरे रूम की बेल बजी और मैंने बाहर आ कर देखा तो उषा बाहर खड़ी हुई थी। वो पूरी भीग चुकी थी। मैंने उसको अंदर बुलाया। उसके बड़े – बड़े बूब्स उसके ब्रा में फसे हुए थे और कपडे भीगने की वजह से वो साफ़ – साफ़ दिख रहे थे।
मैंने जैसे ही उसकी गांड की तरफ देखा तो उसकी लाल रंग की कच्छी साफ़ दिखने लगी थी।। क्या मस्त गांड थी यार। मेरा मन तो कर रहा था, कि अभी उसकी गांड को पकड़ एकदम से दबा दू।
और उसने मुझे ऐसा करते हुए देख लिया और फिर उसने बोला, कि ऐसे ही देखते रहोगे मुझे या मुझे पहनने के लिए दूसरे कपडे भी दोगे। मैं पूरी तरह से भीगी हुई हु और मुझे थोड़ी – थोड़ी ठण्ड भी लग रही है।
तो मैंने बोला, कि मैंने तो सभी कपडे धो दिए और मेरे पास कुछ नहीं है तुम को पहनने देने के लिए। तो वो सोचने लगी और उसने बोला, कि टॉवल तो है ना? तो मैंने बोला, हाँ बाथरूम में है। फिर वो बाथरूम में चली गयी।
और जैसे ही वो बाहर निकली, तो यारो क्या मस्त नजारा था। साली ने सारे कपड़े उतार दिए थे, जैसे फिल्मों में दिखाते है। टॉवल उसने अपने बूब्स से ले कर बाँधा हुआ था और वो उसकी गांड तक आया हुए था।
मैंने उसको देखते ही उत्तेजित हो गया था। मेरे लोअर में मेरे खड़े लौड़े ने तम्बू बना दिया था। उषा ने भी मेरी ये हालत नोटिस कर ली थी। वो मेरे पास आ कर बोली, तुम इतने क्यों हड़बड़ा रहे हो। मुझमे पता नहीं कहाँ से हिम्मत आ गयी और मैंने उसको आई लव यू बोल दिया और वो मेरे को देखती रही।
उसने स्माइल कर दी और मैं समझ गया, कि उसकी हाँ है। उसने मेरे हाथ को एकदम से पकड़ लिया। मुझे तो मानो ४४० वाल्ट का करंट लग गया हो। मैंने उसके क्लिप पर किस कर दिया।
वो जोर – जोर से सांसे ले रही थी और मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया। वो मेरे हाथ को हटाने की कोशिश कर रही थी। पर मैंने नहीं रोका और अब वो भी मेरा साथ दे रही थी।
मैंने अपना लोअर उतार दिया और उसका टॉवल भी निकाल दिया और वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा और कच्छी में थी। मैंने उसकी कच्छी भी निकाल दी और वो मेरे ९ इंच के लण्ड को कच्छे के अंदर से सहलाने लगी
और मैंने उसकी ब्रा निकाली और उसके बूब्स को १५ मिनट तक दबाया और मजा लिया और चूसना भी शुरू कर दिया। फिर मैंने उसकी चूत चाटी, क्या मस्त स्वाद था उसकी चूत के रस का। वो साथ में आवाज़ निकाल रही थी ाहहह अहहहह हहहह जान। जान।। आई लव यू।।।
फिर मैंने उसे नीचे कर के अपना कच्छा निकाल कर उसके मुंह में अपना लण्ड निकाल दिया और वो मेरे लण्ड को चूस रही थी। उसने मेरे लण्ड को १० मिनट तक चूसा और फिर मैं उसकी टांगो के बीच में बैठा और उसकी चूत पर अपने लण्ड को रख कर जोर से धक्का मार दिया। उसकी चीख निकल गयी। हम दोनों का पहला सेक्स था।
मुझे भी दर्द हो रहा था, उसकी फ़ुद्दी बहुत टाइट थी और मेरा लण्ड अभी आधा ही गया था। वो दर्द से कहरा रही थी और फिर मैंने एक और जोर का धक्का मारा और मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में समां गया।
उसकी आँखों में से आंसू निकल गए और वो मुझे लण्ड को निकालने को बोल रही थी। पर मैंने नहीं सुना और मैंने लण्ड को आगे – पीछे करना शुरू कर दिया।
उसकी फ़ुद्दी का सार बल्ड मेरे पेट पर और लण्ड पर लग गया और मैंने आधा घंटे तक उसकी चुदाई की। अब मैं झड़ने वाला था और लण्ड निकाल कर अपने माल को उसके पेट पर झाड़ दिया। हम दोनों एक दूसरे के ऊपर सो गए और बाद में एक साथ नहाए। फिर उसने मैन्युल लिया और वापस चली गई।