बड़े लंड की तलाश में दूध वाले से चुदवालिया

हेलो , आज जो बड़ा लण्ड और प्यासी चूत की कहानी बताने जा रहा हू वो मेरी प्यासी चूत की कहानी हैं
मैं रीतिका गुप्ता, पढ़ी लिखी मॉडर्न औरत हु, मेरी शादी को अभी ६ महीने ही हुए है, मैं देखने में काफी गोरी लम्बी और काफी सुन्दर हु,

क्यों की जब भी मैं घर से बाहर निकलती हु, सब लोग मुझे देखते है जो लोग आगे से देखते है उनकी निगाह मेरी बूब्स पे होती है और जो पीछे से देखते है उनकी निगाह मेरे चूतड़ पे होती है, क्यों की जब मेरी मस्तानी चूतड़ हिलती है तब सबकी आँखे फटी की फटी रह जाती है, और आगे तो मस्त मस्त बूब्स बड़ा बड़ा टाइट टाइट पर क्या करूँ कोई भोगने बाला ही नहीं है, मैं थोड़ी बहकी बहकी बात कर रही हु इसके लिए आपसे माफ़ी चाहती हु,

पर कितनी दिन तक मैं सती सावित्री बन कर रहू, मेरा काम वासना अब जवाब दे गया है, अब मुझे चाहिए लण्ड काला बाला मोटा सा, लंबा सा वो देर तक मेरी ठुकाई कर सके कोई फर्क नहीं पड़ता चाहे वो मेरी चूत मार ले या गांड मार ले मैं सब में राजी हु, बस चाहिए तो लम्बी रेस के घोडा से चुदाई , जो थके नहीं. अगर मेरे पति के तरह हुआ तो लात मार दूंगी गांड पे.

मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हु, शादी अच्छे घर में हो गयी है, हस्बैंड का अपना व्यापार है, वो मुझे टाइम नहीं दे पाता, रात को १२ बजे घर आता है, खाना खता है, और सोने की कोशिश करता है, मैं चुदने के लिए तड़पते रहती हु, और वो मुझे यूँ ही तड़पता हुआ छोड़ देता है, कभी कभी जब वो छूटी के दिन घर होता है, तो मैं उसको काफी रिझाने की कोशिश करती हु,

कभी कभार वो अगर तैयार भी हो जाता है तो वो मुझे अपनी बाहों से मुझे कस के जकड भी नहीं पता है मैं अंगड़ाइयाँ लेते रहती हु, वो उसकी पकड़ ढीली ही रहती है, एक तो सबसे ख़राब चीज है वो है उसकी लण्ड मादरचोद कहा से लाया है २ इंच का लण्ड आप खुद सोचो भला दो इंच के लण्ड के क्या होगा, कम से कम ६ इंच का तो होना ही चाहिए,

उसपर से भी मरा हुआ छोटा चूहा जैसा, मेरे तन बदन में आग लग जाती है, और धक्के मार के मैं उतार देती हु, और तकिये के सहारे रात पूरी काट लेती हु,

मेरे ज़िंदगी में तीन दिन के लिए बहार आ गया था जब मैंने दूध बाले भैया से चुदवाई थी, वो एक नंबर का हरयाणा का जाट था, मेरे यहाँ दूध देने आता था, मेरा पति सूरत गया था काम से मैं अकेली थी घर पर, बेल्ल बजाय मैं निकली मैं नाईटी पहनी थी, अंडर ब्रा नहीं पहनी थी, मेरी चूचियाँ हिलोरे ले रही थी, निप्पल नाईटी के ऊपर से साफ़ साफ़ दिख रहा था, वो दूधवाला भैया देखा की देखते रह गया, उसकी निगाहे चुचिओं से हट ही नहीं रही थी,

मुझे काफी गुसा आया की किसी औरत को ऐसे कैसे देख सकता है, पर एक पल में ही मैं शांत हो गयी, मैंने सोचा हो सकता है ये भी मेरे जैसा ही प्यासा हो, मैंने कहा क्या बात है भैया ऐसे क्यों देख रहे हो, बोला जी जी मैडम जी, नहीं नहीं नहीं कुछ भी नहीं वो हड़बड़ा गया, मेरी नजर उसके पजामे पे पड़ी वो अंडरवियर नहीं पहना था उसका औज़ार खड़ा हो गया था, मैंने सोचा यही मौका है पति भी घर पे नहीं है मैं अपनी चुदाई की वासना को शांत कर लू, दोस्तों ये कहानी आप पर पड़ रहे है।

मैंने उसको अंदर बुला लिया, पूछा तुम्हारी शादी हो चुकी है, बोला जी मैडम पर पत्नी मुझे छोड़कर चली गयी है, मैंने पूछा क्यों तो बोला, रहने दो मैडम, मैंने फिर पूछा बताओ तो सही, बहुत बार बोलने के बाद बोला, वो पतली सी थी और कहती थी की तुम्हारा …….. आप सकझ गए ना मैडम, बहुत बड़ा है, और दिन में तीन चार बार करते हो, इसलिए वो बर्दाश्त नहीं कर पायी और मुझे छोड़कर चली गयी आज गए करीब पांच महीने हो गए है,

तो मैंने कहा एक बात है अगर तुम किसी को नहीं बताओगे तो कहूँगी बोला माँ कसम मैडम सब बात गुप्त रहेगा आप बताओ, तो मैंने उससे कहा मैं तेरे साथ सेक्स सम्बन्ध बनाना चाहती हु, पर तुम किसी को बताना नहीं, इतना सुनते ही वो दूध देने बाल डोली निचे रख दिया, बोला पक्का मैडम किसी को नहीं बताऊंगा.

मैं उसको अपने बैडरूम में ले गयी, और पजामे के ऊपर से ही उसका लौड़ा को हाथ में ली मोटा सा था, पर मेरी क्यूरोसिटी बढ़ गयी और मैंने उसके पजामा का नाड़ा खोल दिया और लण्ड को बाहर निकल लाई वैसा ही लण्ड था मेरे सपने का लण्ड जैसा, मोटा काला लम्बा ओह्ह्ह मैं लेट गयी वो मेरे पे चढ़ गया और नाईटी को उतार दिया और मेरे बूब्स को मसलने लगा, फिर मुह में लेने लगा, उसके बाद उसने मुझे पेट के बल लेट जाने को कहा, बोला मैडम मैं आपका गांड चाटना चाहता हु,

और वो मेरी गांड को चाटने लगा करीब दस मिनट तक गांड चाटते रहा मेरी चूत गीली हो चुकी थी और आग भी लग चुकी थी मेरी चूत में, मैं अपनी गांड उठा दी घटने के बल हो गयी अब तो मेरी चूत को चाटने लगा, बोला मैडम इसमें तो और भी ज्यादा मजा है, आप ये कहानी पे पढ़ रहे है, आपकी चूत तो एक दम गीली हो चुकी है, फिर मैंने लेट गयी और वो मेरी टांगो को ऊपर उठा दिया.

अपना मोटा लण्ड मेरी चूत के ऊपर सेट किया, और दोनों हाथो से मेरी चुचिओं को पकडा और एक ही झटके में पूरा लण्ड मेरी चूत में पेल दिया, मैं कराह उठी, पहली बार किसी मर्द से पाला पड़ा था, उसका लण्ड मेरी चूत को फाड़ते हुए, दहाड़ते हुए अंदर दाखिल हो गया, अब वो भद्दी भद्दी गालियां देने लगा और झटके मारने लगा, कह रहा था ले रंडी ले, साली क्या चूत है तेरी, हाय आज तुझे संतुष्ट कर दूंगा, रंडी साली, रोज रोज तेरे बारे में सोच सोच के मूठ मारता था,

पहले खयों नहीं चुदवा सकी, साली ले ले लण्ड मेरा, और वो जोर जोर से झटके दे रहा था, मैं तीन बार झड़ चुकी थी, दोस्तों ये कहानी आप पर पड़ रहे है।और आखिर वो लास्ट में करीब चालिश मिनट बाद वो भी झड़ गया और मुझे कस के पकड़ लिया, ऐसा लग रहा था की आज उसकी बरसो की प्यास बुझी है, मैं भी पूरी तरह से संतुष्ट थी.

इस तरह से मेरी वासना की प्यास पहली बार बुझी, मैं दूसरे दिन भी उसका इंतज़ार की थी, वो फिर से मुझे चोदा और उस दिन गांड भी मारा, तीसरे दिन मैं उसका इंतज़ार की पर वो नहीं आया,

मैं उसका इंतज़ार रोज रोज कर रही हु पर वो आजकल दूध देने नहीं आ रहा है, आज एक महीना हो गया है, उसका आता पता नहीं है, मैं फिर से प्यासी हु, अगर मुझे कोई संतुष्ट कर सकता है तो अब जोड़ना.

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