आधी घरवालीके साथ रंगरलिया

पत्नी कितनी ही खुबसूरत क्यूँ न हो, सालियों की जवानी पे जीजा का दिल आ ही जाता है. और जब सालियाँ भी थोड़ी नटखट हो तो मजेदार sali hindi sex stories बन जाती है.. एक चुदक्कड़ सफ़र की शुरुआत-

मोहित की शादी हुए 2 साल हो चुके थे . प्रीति नाम है उसकी बीबी का . मोहित का गारमेंट बनाने की फैक्ट्री है . उसके कारखाने मे बनाये हुए लेडीज़ नाईटी बहुत पोपुलर है . काफी सेक्सी नाईटी बनाता है . कभी कभी अपनी फैक्ट्री की बनी हुई नाईटी को और काट छांट कर अपनी बीबी प्रीति के लिए घर ले कर आ जाता था . प्रीति के गोरे और सुंदर बदन पर यह नाईटी काफी सेक्सी लगाती थी .

उसके बदन पर नाईटी से ज्यादा उसका बदन झलकता था . मोहित भी चाहता था की प्रीति जब रात को रूम मे आए तो उसके मखमली बदन को देखने के लिए ज्यादा तडपना न पड़े . उसकी गोरी चिट्टी चुचिया उसकी नाईटी से झलक पड़ती थी . उसे देखकर मोहित का लंड फन फना जाता था..और लंड उसके बदन से नाईटी के उतरनेका इंतज़ार करता था. मोहित कभी भी कंडोम नही लगाता था और इसीलिये सुहागरात को ही प्रीति गर्भवती हो गई थी…उसके बाद उसे मासिक ही नही हुआ.प्रीति प्रेगनेंट है और उसकी डिलिवरी का टाइम आ चुका था . प्रीति ने अपने पीहर फ़ोन करके अपनी चचेरी बहन मिताली को बुलवाया था .

मिताली अपनी एक और बहन नयना के साथ अपने जीजी के घर पर आती है . नयना को पेंटिंग करना पसंद था . वोह अपनी पेंटिंग की प्रदर्शनी लगवाना चाहती थी इसीलिये मिताली के साथ मुम्बई चली आई . नयना एक कुशल डांसर भी थी .

कॉलेज के फंक्शन मे जब वोह डान्स करती थी तो कई मनचलों के दिल की धड़कन बढ़ जाया करती थी .मिताली जब पिछली बार एक साल पहले जब अपने जीजी के घर आई थी तब प्रीति , मोहित और मिताली काफी हँसी मज़ाक कर के अपना टाइम पास कर लिया करते थे . मिताली अपने जीजा जी के काफी क़रीब हो गई थी . हालांकि उनके शारीरिक सम्बन्ध नहीं बने थे लेकिन अपनी जीजी के सामने मोहित से काफी लिपट चिपट कर रहती थी . आलिंगन और चुम्बन तक ही सम्बन्ध कायम हो पाए थे . और प्रीति भी उसे बुरा नही मानती थी .

कहती थी की जीजा और साली के बीच मे यह सब चलता है .प्रीति , मिताली और नयना आपस मे चचेरी बहने थी . उनकी उम्र मे ज्यादा फरक नही था . तीनो काफी गोरी और सेक्सी बदन की मलिक थी . तीनो मे कौन ज्यादा खूबसूरत है यह कहना काफी मुश्किल था .जब शाम को मोहित घर आया तो उसे बेडरूम से काफी आवाजे और हंसाने की आवाजे सुने दी . वोह समझ गया की मिताली आ गई है .

उसका मन हिचकोले खाने लगा . क्यों नही आख़िर उसकी सबसे सेक्सी साली जो थी .वैसे भी पिछले तीन महीने से उसके लंड को चूत नही मिली थी और उसे पूरा भरोसा था की इस बार वो मिताली की चूत चोद लेगा वोह जैसे ही रूम मे घुसा तो देखता है की उसकी साली एक नही दो -दो सालिया प्रीति के साथ बेड पर बैठ कर उसके द्वारा लायी गई नाईटयों को देख रही है .

मोहित सीधा मिताली के पीछे जाकर उसकी आंखों को अपने हाथों से बंद कर अपने से चिपका लिया ..ऐसे ही उसका लंड भी खड़ा हो रहा था और वो मिताली के पीठ पर तुका दिया था उसने पैंट के अन्दर से..मिताली कहने लगी , “अरे क्या जीजा जी , बड़ी देर करदी घर आने मे . आपको तो मालूम था की हम लोग आज ही आने वाले है फिर भी देर से आए हो .”मोहित ने पलट -ते हुए जबाब दिया , “सॉरी my डार्लिंग .

थोड़ा ऑफिस मे काम आगया था इसलिए लेट हो गई . चलो अब हमे माफ़ कर दो .”और अपने लंड को अभी भी उसके पीठ से चिपकाये रखा..मिताली भी थोड़ा पीछे झुक कर उसे और दबा रही थी .लंड झटके मार रहा था.मिताली ने मोहित के हाथों को अपने हाथों मे लेते हुए कहा , “चलो जाओ माफ़ किया .

लेकिन आपको भी हमारी जीजी का ध्यान रखना चाहिए . इस हाल मे ज्यादा अकेले नही छोड़ना चाहिए .”तभी नयना बोल पड़ी , “हम भी है इस महफ़िल मे .”मोहित नयना की तरफ़ आँख मरते हुए कहा , “अब तुम्हारी जीजी को तो क्या , तुम दोनों को भी अकेले नही छोडूंगा .”फिर मोहित नयना को थोड़ा खिसका कर वहीँ बेड पर ही अपने लिए जगह बाना कर बोला , “क्या बात है ?नाईटियों की प्रदर्शनी लगा रखी है .”

मिताली ने एक नाईटी को उठाकर उसके बीच मे से झांकते हुए बोली ,” नही जीजा जी . हम सब तो यह देख रहे थे की इन नाईटियों को पहनने के बाद बदन पर नाईटी दीखती है या हमारा बदन .”नयना आंख मारते हुए बोली , “जीजा जी बड़ी सेक्सी नाईटी डिज़ाइन करते हो . पुरा बदन उघाड़ कर रख देती है यह नाइटिया .”मोहित भी हाजिर -जवाब था . तुरंत बोल पड़ा , “जाओ इन्हे पहनकर आओ .

हम भी जरा देखें की हमारी नाईटी ज्यादा सेक्सी है या तुम्हारा बदन .”इसी तरह उनके बीच हँसी मज़ाक चल रहा था . तभी एक जोक्स के बीच प्रीति को ज्यादा ही हँसी छुट गई . ज्यादा हंसने से उसके दरद उठाने लगा . सो फोरुं प्रीति को ले कर वोह तीनो हॉस्पिटल रवाना हो गए . और आधे घंटे के बाद नर्स ने एक लड़के के जनम लेने की बधाई उनको दी . मोहित , मिताली और नयना तीनो ही लड़के के जनम पर काफी खुश हुए .

और एक दुसरे को बधाईयाँ दी . फिर Dr. की इज़ाज़त ले कर अन्दर जा कर प्रीति को भी बधाई दी . रात को रुकने के नाम पर पहले तो Dr. ने साफ मना कर दिया पर ज्यादा जोर देने पर Dr. ने कहा , “चलो आज रात तो एक जन रुक सकता है लेकिन कल किसी को रुकने की इज़ाज़त नही दूँगी . आख़िर हमारी नर्सें है जच्चा और बच्चा की देखभाल के लिए .”एक रात के लिए हाँ भरने पर मिताली ने वहीँ रुकने का इरादा बताया..

असाल मे उसे लगा की नयना उसे रुकने नही देगी और ख़ुद रुकेगी..वो जीजा जी के साथ घर जायेगी..और फ़िर जीजा जी ने उस दिन जो लंड उसकी पीठ मे लगाया था उसे आज अपने मुह मे और चूत मे लेगी…लेकिन नयना ने कुछ नही कहा..इसलिए मिताली को ही रुकना पड़ा . मोहित मिताली को वहीँ रुकते देख थोड़ा मायूस हुवा क्योंकि वोह आज रात मिताली के साथ सेलिब्रेट करने का प्लान बना रहा था .

लेकिन कुछ न कहकर नयना को लेकर वापस घर की तरफ़ चल पड़ा . घर के नीचे नयना को छोड़ उस -से कहा की मई आधे घंटे मे आता हूँ .मोहित आधे घंटे बाद एक व्हिस्की की बोतल और एक शेम्पन की बोतल ले कर घर पर आ गया . डुप्लिकेट चाबी से दरवाज़ा खोल नयना को आवाज दी . नयना उस समय बाथरूम मे थी . बाथरूम से वापस जवाब दिया , “जीजा जी बाथरूम मे नहा रही हूँ . पंद्रह -बीस मिनट मे आती हूँ .”मोहित नयना को बाथरूम मे देख हॉल मे व्हिस्की की बोतल बर्फ और ग्लास लेकर सोफा पर ही पसर गया .

साथ ही VCD प्लेयर चालू कर इरोटिक डान्स की एक CD चालू कर दी . CD मे इंग्लिश धुन के साथ कई लडकिया आधी से ज्यादा नंगी हो कर नाच रही थी . मोहित भी इंग्लिश धुन के साथ बैठा बैठा झूम रहा था . उसकी भूखी आंखें उन गोरी लड़कियों के बदन पर जमी हुयी थी . उन नाचती गोरी हसीनो के मम्मे उनके कपड़े से बाहर आने को बैचेन थे . अपनी गोरी -गोरी झंघें फैला कर अपनी छुपी हुयी चूत का इजहार कर रही थी .

मोहित की आँखें उनकी जांघों के बीच चिपकी हुयी थी . उसका भूखा लंड भी उनको नंगा देख बैचेनी से अन्दर ही अन्दर मचल रहा था . बूखा तो होना ही था कारन की Dr. ने प्रीति के साथ सोने से फिछले तीन महीने से ना कर रखा था जो .जब तक नयना बाथरूम से आई तब तक मोहित दो पैग चढ़ चुका था . उसके आँखों मे व्हिस्की का सुरूर चढ़ाने लग गया था . नयना ने अपनी जीजी प्रीति की एक नाईटी निकल कर पहन ली .

जब कांच से अपने बदन को देखा तो कुछ झेम्प सी गई . बदन पर नाईटी तो थी फिर भी पुरा बदन साफ दिखाई दे रहा था . कांच मे अपने बदन को गौर से देखने लगी . अपने दोनों हाथों से अपने चुन्चियों को सहलाने लगी और अपनी निपल को चुटकी में भर कर दबाने लगी . रूम मे बैठकर चारो जब हँसी मज़ाक कर रहे थे तभी से ही उसकी चूत मे खलबली मची हुई थी . नॉन -वेग . जोक्स से पुरे बदन मे स्त्री और पुरूष के सम्बन्ध की विवेचना चल रही थी . साथ मे जीजा जी का बारबार उसके गालों पर चुम्बन उसको वासना की आग मे जला रहा था .

मन ही मन जीजा जी के पसंद के दाद देने लगी . फिर भी उसने उसके ऊपर एक झीना गाऊन और पहन लिया .मोहित ने कहा कुछ नही . आओ बैठो . नयना वहीँ खड़ी खड़ी बोली , “अकेले ही पियोगे या हमे भी कुछ चखने दोगे .”मोहित ने अपनी ग्लास को नयना के चहरे के नजदीक ला कर उसके मदमस्त होंठों से लगा दिया . नयना एक साँस मे ग्लास मे जितना था (आधे पैग से भी ज्यादा ) गटक लिया और लगी खांसने .

अपना मुहं बिगाड़ते हुए बोली , “उफ़ , कैसी कड़वी है यह शराब .”मोहित हंसने लगा . फिर नयना को अपने क़रीब खींच कर उसके होंठों पर पड़ी शराब की कुछ बूंदों को चाट लिया और बोला , “हमे तो कड़वी नही लगाती . लगता है पहली बार टेस्ट कर रही हो .”

नयना की उखड़ी साँस थोड़ी शांत हुयी तब बोली , “हा , पहली बार पी रही हूँ . इससे पहले एक दो बार बियर जरूर पी है .” फिर TV पर डान्स देखने लगी . मोहित ने भी नयना को अपने पास सोफा पर बैठाकर एक -दो घूंट और पिला दिया . नशा जब हल्का हल्का चढ़ाने लगा तो नयना बोली , “क्या ऐसा डान्स देख रहे हो .

इससे अच्छा तो मे नाच सकती हूँ .”मोहित ने पहले सोचा की सायद नशा होने की वजह से वोह बोल रही होगी . लेकिन दूसरी बार कहने पर उसने TV बंद कर दिया और बोला , “तो दिखाओ मेरी जान . हम भी देखें तुम कितना अच्छा नाच सकती हो .”चल्लेंज मान कर नयना ने एक ऑडियो CD लगा कर नाचना चालू कर दिया . ऑडियो CD रीमिक्स सोंग्स की थी .

और पहला गाना ही “कांटा लगा ” था . नयना कांटा लगा की धुन पर नाचने लगी . इसी बीच जो झीना गाऊन पहने हुए थी उसे निकाल कर मोहित की और उछाल फेंका . मोहित की साँसे ये सुब देख कर भारी हो उठी . उसके पुरे शरीर मे वासना की लहरे हिलोरे मार रही थी . लंड उत्तेजना से पागल हो रहा था . पुरे बदन मे लहू सन -सन -सन करके दौड़ रहा था . अपने लंड को किसी तरह से उसने दबा रखा था..

नयना का बदन कहीँ से भी स्थिर नही था . उसका जलवा अपने पुरे उफान पर था . कभी नजदीक आकर तो कभी दूर से ही मोहित को अपने बदन की नुमाइश कर के उकसा रही थी . शराब और शबाब अपने पुरी रवानी पर था . पूरे हॉल मे जोर जोर से उठ बैठ रही सांसे म्यूजिक से ताल से ताल मिला रही थी . नयना धून के साथ अपनी ताल मेल बैठा कर मोहित को बेकाबू करने मे लगी थी . मोहित भी बेकाबू हो कर अपने सूख रहे होंठों पर जीभ बार बार सहला रहा था .

नयना की भरी भरी छातियां उछल उछल कर मोहित को आमंत्रण दे रही थी की आओ मुझे दबोच लो . उसकी मस्त जंघे हठी की सूंड की तरह झूम रही थी . कभी फैला कर तो कभी सिकोड़ कर अपनी चूत को दिखा और छुपा रही थी . पीछे घूम कर अपने चूतड मटका मटका कर नाच कर मोहित के लंड को उसने शायद एक इंच ज्यादा लंबा कर दिया और मोती की तो बात ही क्या थी. वह बेकाबू हो चुका था..

तभी मोहित सोफे से उठकर नयना के पास जा ही रहा था की नयना ने उसको वापस धकेल कर सोफे पर वापस बैठा दिया और अपने चूतड को उसकी गोद पर रख कर उसके लंड को रगड़ने लगी .लंड इस रगड़ाई से एकदम बौखला गया . मोहित के बदन का सारा लहू मनो इस वक्त उसके लौडे मे समाया हुआ था . उसने अपने दोनों हाथों से नयना के कबूतरों को जकड लिया . भारी -भारी दोनों उरोज मोहित के हाथों मे भी नही समां रहे थे .

चिकनी नाईटी की वजह से दोनों कबूतरों पर से उसके हाथ फिसल रहे थे . नयना के कबूतर शिकारी को इतना नजदीक देख कर फड़फडाने लगे . वोह अपने सीने को अपने कंधे पीछे की और करके आगे तान रही थी . जिससे उसके भरपूर मस्त उरोज और आगे आकर इस समा को और रंगीन बना रहे थे .

मोहित ने पागल होते हुए उसकी नाईटी को उरोजो के सामने से पकड़ कर फाड़ दिया और उसके चुंचियों को को अपने हाथो मे लेकर तौलने लगा . फिर उसके दोनों घुन्डियों को अंगुली के बीच मे लेकर जोर से मसल दिया .हॉल मे पहुँची तो उसकी आग और बढ़ गई . TV मे मादक धुन के साथ नाच रही इंग्लिश मेमो को अपने बदन पर से बचे खुचे कपडे उतार कर फेंकते हुए देख उसके दिल की धड़कन और बढ़ गई .

ख़ुद एक अच्छी डांसर तो वोह थी ही . पीछे से आकर अपना चेहरा जीजा जी के गाल से चिपका कर बोली , “बोलो क्या बोल रहे थे .”नयना के मुँह से सिस्कारी निकल गई . “उई.ई.ई.ई.i माँ आ.अ.अ.आ….स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्. धीरे से .”मोहित अब आराम से उसकी चुचियो को सहलाने लगा . नयना अपने चूतड की रगड़ाई चालू रखी थी . मोहित के लंड को काफी दिनों बाद चूत की महक मिल रही थी . फिर यह तो साली की चूत .

नशा शराब के साथ शबाब का डबल हो रहा था . उसके नशीले बदन को अपनी बाँहों मे समेट कर इस रगड़ाई को रोक कर अपनी अनियंत्रित हो रही सांसों को समेटने मे लगा . नयना के शरीर को सामने कर उसके रसीले होंठों को चूमने लगा . उसके होंठों के रस को पीकर वोह और मतवाला हो गया . नयना के गुलाब की पंखुड़ियों जैसे नाजुक होंठों को अपने होंठों से दबाने लगा . अपनी जीभ को नयना की जीभ से टकरा रहा था .

दोनों की जीभें पेंच लड़ा रही थी और हाथ उसके दोनों कबूतरों को अपने मे समाते हुए धीरे धीरे मसल रहे थे और नयना के मुह से आह्ह..ओह्ह..उफ़..स्.स्.स्.स्.स्…जीजा जी ..आई..ल व ..यु…ओओओह..जैसी मादक सिस्कारी निकल रही थी.मोहित होठों से अपने होठों को छुड़ा कर अपनी जीभ को नयना के चुंचियों की तरफ़ ले आया . “उफ़ क्या क़यामत है ,” ऐसे कहते हुए अपनी जीभ से उसकी गुलाबी चूचियों को चाटने लगा . अपनी साली की चुचिया अपनी इतनी नजदीक देख मोहित और पागल होने लगा . उसके होंठों को अमृत का स्वाद मिल रहा था .

अपनी गीली जीभ से उप्पेर से नीचे और नीचे से उप्पेर उसके स्तनों और घुन्डियों को चाटने में लग गया . कभी कभी गोल गोल जीभ फिराने लगा..घुन्ड़ियां सख्त होने लगी और उसके ठोस स्तन पर से उसकी जीभ बार बार फिसलने लगी. फिर अपनी अन्गूलियो से निपल को पकड़ लिया और लगा मसलने नयना के सिस्करियो की आवाजे तेज होने लगी..आह्ह्ह.. उफ़..श श श .स्..स्…स्..ई..ईई.ई.इईई…जीजा जी …और करो..अच्छा..लग..रहा..है…ऊह्ह माँ..नयना के मुह से सिस्कारी निकल रही थी .

उसके दोनों उरोज भरी हो चुके थे . उसकी सांसे जोर जोर से ऊपर नीचे होने लगी . “और जोर जोर से मेरी चूची .. को.. मसलों.,. बहुत.. मज़ा.. आ. .रहा.. है… तुम्हारे.. हाथ… मे.. जादू. ..है…. इधर… तुम… मेरी.. चूची.. को.. दबा.. रहे.. हो. और…. उधर… मेरी चूत पानी छोड़ रही है ,” नयना बेकाबू हो कर बड़बडाने लगी और वो मोहित के लंड के ऊपर कसमसाने लगी थी..दोनों निपल कड़क हो कर मोहित के मुह मे जाने को उतावले थे .

फिर बेकाबू हो कर चीख पड़ी , “Suck it. Take it in your mouth. मेरे निपल को अपने होंठों से दबाव .”मोहित ने भी अपने होंठों के बीच उसके निपल को दबा के चूसना शुरू किया नयना ने उसका सर अपने चुंचियों पर जोर से दबाया और उफ्फ्फ्फ़….हाँ..जीजा जी ..ऐसे..हीई..ऐसे ही चुसो ओ ओ..उसने अपनी चूचियों को उसके मुँह मे ठूंस दिया …”येस … येस… जीजा जी ….

ऐसे ही चुसो ….देखो मेरे निपल्स की खुजली मिटा दो ,” नयना अपनी चाहत छुपा नही पायी . “उउउफ्फ्फ़ … आ … ह्ह्ह … आ आ . .. ह .ह.ह.ह.ह. प्लीज़ थोड़ा धीरे … काटो …ना … ऊ ..उ उ ई ई और जोर से चूसो मेरे चुंचियों को .”दोनों निपल्स को बारी -बारी से अपने मुह मे लेकर चूसने के बाद मोहित खड़ा होकर नयना को अपनी बाँहों मे लेकर उसके पुरे बदन को जकड लिया . ऐसा कस कर आलिंगन किया की नयना के मुह से चीख निकल पड़ी . नयना का बदन मोहित की बाँहों में समा गया . मोहित उसके जिस्म को अपनी बाँहों में लेकर दबाने लगा .

उसके बदन को अपने बदन से रगड़ने लगा . अपने गालों से नयना के चिकने गालों को , अपने मजबूत सीने से उसके कड़क कबूतरों को , अपने लंड से उसकी छुपी हुयी चूत को और अपनी जांघों से उसकी चिकनी जांघों को रगड़ कर दोनों एक -दुसरे की बाँहों में झुमने लगे .”जब तुम्हारी चुन्ची इतनी खूबसूरत है तो चूत तो और भी खूबसूरत होगी ,” कहकर मोहित उसके बदन पर लिपटी नाईटी के बाकी हिस्से को भी फाड़ने लगा .लेकिन नयना उसको रोकते हुए कहा , “उफ्फ्फ … इतने बेकाबू क्यों हो रहे हो . पहले मुझे अपना झुन झुना तो दिखाओ . मुझे भी उससे खेलना है .”

नयना का बदन मोहित की बाँहों में समा गया . मोहित उसके जिस्म को अपनी बाँहों में लेकर दबाने लगा . उसके बदन को अपने बदन से रगड़ने लगा . अपने गालों से नयना के चिकने गालों को , अपने मजबूत सीने से उसके कड़क कबूतरों को , अपने लंड से उसकी छुपी हुयी चूत को और अपनी जांघों से उसकी चिकनी जांघों को रगड़ कर दोनों एक -दुसरे की बाँहों में झुमने लगे .”

जब तुम्हारी चुन्ची इतनी खूबसूरत है तो चूत तो और भी खूबसूरत होगी ,” कहकर मोहित उसके बदन पर लिपटी नाईटी के बाकी हिस्से को भी फाड़ने लगा .लेकिन नयना उसको रोकते हुए कहा , “उफ्फ्फ … इतने बेकाबू क्यों हो रहे हो . पहले मुझे अपना झुन झुना तो दिखाओ . मुझे भी उससे खेलना है .”

मोहित बेकाबू था लेकिन नयना वापस बोल पड़ी , “तुम अपना लंड मुझे दिखाओ मै तुम्हे अपनी चूत दिखा दूंगी .”नयना ने अपने हाथ को बढ़ाकर मोहित की पैंट टटोलने मे लग गई . उसे अपना खिलौना चाहिए था . उसका खिलौना भूखे शेर की तरह अपने पिंजडे मे उछल कूद मचा रहा था . नयना का हाथ उस पिंजडे की तरफ़ बढ़ कर उसके पहले ताले यानि पैंट की चैन को खोल दिया . मोहित ने उसके दोनों कबूतरों को सहलाते हुए अपनी पैंट को नीचे की और खिसका दिया ताकी लंड को बाहर निकालने मे ज्यादा परेशानी ना हो

फिर नयना घुटने के बल बैठकर अंडरवियर की कैद मे बैठे उस भूखे शेर की दहाड़ सुनने लग गई . उसका फूला हुआ लंड अंडरवियर मे मचल रहा था . अंडरवियर तम्बू बन चुका था . नयना ने अपने हाथो से उसको पुचकार कर शांत करने की कोशिश की . जब लंड ज्यादा ही मचलने लगा तो अपने होंठों से मोहित के लौडे को अंडरवियर के साथ ही दबा लिया .

अब बारी थी मोहित के सिस्कारने की . तीन महीने मे Dr. के ना करने के कारण वोह अपनी बीबी , प्रीति , को चोद नही पाया था लेकिन यदा -कदा प्रीति अपने हाथ से मोहित के लंड को मसल जरूर देती थी .नयना उसके लंड को अंडरवियर के ऊपर से चाटने लगी और बोल उठी..”जीजा जी ..क्या मस्त खिलौना है..कितना लंबा और मोटा…मेरी चूत को फाड़ डालोगे आज..लगता है..कुंवारी साली की चूत है..

जरा प्यार से करना प्लीज़..”लंड फूल कर एक दम भड़क उठा “कुंवारी चूत छोड़ने के ख़्याल से ही मोहित जोश मे आ गया.. तभी नयना ने झटके से अंडरवियर खींच कर नीचे खिसका दिया . मोहित का लंड एक दम तन कर नयना के मुह के सामने नाचने लगा . “उफ़ … क्या मोटा लंड है तुम्हारा जीजा जी ,” कह कर अपने हाथों मे समेट लिया नयना ने .लेकिन लंड पुरा का पुरा हाथों मे आया कहाँ था . मोटे के साथ साथ पुरा 8 ” का लंड था मोहित का ..लंड का सुपाडा भुक्कड़ की तरह नयना का चेहरा देख रहा था .

नयना ने लंड को अपने हाथों मे लेकर उसकी चमडी को ऊपर -नीचे करने लगी . “सच मुच तुम्हारा लंड तो बहुत लंबा और मोटा है ,” नयना के मुह से निकल पड़ा . मोहित से अब रहा नही जा रहा था .नयना ने अपनी जीभ निकाल कर लंड के सुपाडे को धीरे -धीरे चाटने लगी . मोहित का लंड उचक -उचक कर उछल रहा था . तोधी देर तक नयना उसके सुपाडे को ही चाट रही थी . मोहित और ज्यादा बेकाबू होने लगा .

उससे रहा नही जा रहा था . वोह कांपते हुए स्वर मे बोला , “अरीए , मेरी साली , अब तो “सताना ” बंद करो . मेरे लंड को चूसोलेकिन नयना ने सुपाडे को चाटना नही छोड़ा . वोह मोहित को और भड़काना चाहती थी . सच तो ये था की मोहित का सोलोना लंड उसे भा गया था..और उसे आज अपनी सील अपने जीजा से ही तुड्वाना था..और उसे मालूम था की मर्द जब ज्यादा भड़कता है तो औरत की चुदाई भी उतनी ही ज्यादा और अच्छे से करता है.. नयना अपनी चूत की चुदवाई बहुत जोर से करवाना चाहती थी

अभी तक उसके बॉय फ्रेंड ने ऊपर ऊपर से सब किया था क्युकी कभी पूरी चुदाई का मौका ही नही मिलता था..वो कसार आज पूरी करनी थी..पर यहाँ तो मोहित का लंड भड़कता ही जा रहा था . उसने नयना को कहा , “साली मादरचोद , चूस मेरे लंड को . पुरा का पुरा खा जा मेरे लंड को . साली यह लंड तीन महीने से तरस रहा है और तुझे सताने की पड़ी है . अगर नही चूसती तो मे तेरी चूत को ऐसा चोदुन्गा की तू भी जिन्दंगी भर याद रखेगी .”नयना का मकसद पुरा हो गया . वोह मोहित को ऐसे ही भड़काना चाहती थी .

तभी मोहित ने उसके बाल पकड़ कर अपना पुरा 8 इन्ची लंड उसके मुह मे गप से डाल दिया . “ले छिनाल चूस मेरे लंड को . बहुत ज्यादा मटक रही थी ना . अब चूस मेरे लंड को .”मोहित का लंड 6 इंच तक ही नयना के मुह मे घुस पाया . बाकी दो इंच बाहर ही रहा . उसके लंड का किनारा उसके मुह की आखिरी दीवार को छू गया था . नयना को साँस लेने मे तकलीफ होने लगी थी . उसने मोहित के लंड को पुरा बाहर निकाल कर कहा , “जीजा जी , मार ही डालोगे क्या . थोड़ा सब्र करो . चूसती हु तुम्हारे मूसल को .”

फिर नयना ने लंड को हाथ से पकड़ कर जो चूसाई की मोहित तो पागल हो गया . उसे लगा अगर मेने अपने लंड को बाहर नही निकला तो मेरी पिचकारी अभी छूट जायेगी . उसने अपना लंड बाहर निकल कर नयना को खड़ी कर अपनी बाँहों मे उठा लिया और उसके होंठों को चूमते हुए अपने बेडरूम की और चल पड़ा . बेडरूम मे बेड पर नयना को सुलाते हुए उसकी नाईटी के बाकी कपड़े को फाड़ते हुए उसकी जांघों को चाटने लगा . नयना की गुदाज़ जांघे मखमल की तरह नरम और दूध जैसी गोरी थी .

मोहित उन जांघों को चूसते हुए अपने हाथो को उसकी झाँटो को सहलाने लगा . क्या रानी तुम अपनी झाँटे साफ नही करती..लेकिन मुझे पसंद है कुंवारी चूत पर नरम झाँटे ..उफ़ क्या नरम नरम झाँटे थी . मोहित तो झाँटो मसलते हुए उसकी उठी हुई बुर (चूत ) को देख पागल हो गया .एक दम गीली लेकिन गुलाबी.. अपनी उंगली को धस से उसकी कोमल अनचुदी चूत मे धकेल दिया बोहोत टाईट चूत थी..इतनी गीली होने के बाद भी थोड़ी सी ऊँगली अन्दर घुसी..और … नयना के मुह से निकल पड़ा , “ऊईई माँ..आह्ह..दर्द होता है जीजा जी .. . धीरे से .”

मोहित उसकी जांघों को छोड़ उसकी चूत के आस -पास अपनी जीभ से चाट रहा था और अपनी एक उंगली को उसकी चूत मे डाल कर अन्दर बाहर करने लगा वो उसके कुंवारी चूत को थोड़ा अभ्यस्त कर रहा था और चूत की उंगली -चुदाई कर रहा था . थोड़ी देर मे ही नयना बोल पड़ी , “हाय ! क्यों टाइम बर्बाद कर रहे हो ? मेरे चूत को उंगली नहीं चाहिए . अभी तुम इसको अपने जीभ से छोड़ो . बाद मे उसको अपने लंड से फाड़ दो . वोह तुम्हारे लंड को खाने के लिए तरस रही है .”

तभी मोहित ने अपनी उंगली निकाल कर उसकी जगह अपनी जीभ को लगा दिया . उसके दाने को चूस कर अपनी जीभ को उसकी चूत की गहराई मे उतार दिया . नयना मादक स्वर मे कहने लगी , “”हाय ! क्या चीज बनाईं हाय भगवान ने , चुसो चुसो , और जोर से चुसो मेरी चूत को . और अन्दर तक अपनी जीभ घुसेडो लेकिन कुंवारी चूत मे कितनी जीभ घुसेगी… हाय ! ऊपर मेरी चूत के दाने को भी चाटो . बहुत मज़ा आ रहा हाय .”मोहित ने उसकी चूत चूस चूस कर उसकी हालत ख़राब कर दी . नयना बैठ कर अपनी चूत को देख रही थी और मुह से सी सी ..ही..उफ्फ्फ..जीजा जी ..आह्ह..स्…स्…स्…कर रही थी ..इधर मोहित के मुह पर धक्के लगाने लगी .

साथ ही बड़ -बड़ा रही थी ,”येस डार्लिंग , चूसो मेरे रजा , चूत को चूसो , अपनी जीभ को मेरी चूत के अन्दर तक चूसो . येस बड़ा मजा आ रहा हाय जीजा जी . येस , येस , चूसते जाओ . मेरे दाने को भी चूसो . आह्ह्ह .., येस , चूसो…. लो.. मेरी.. चूत. का.. पानी. निकल रहा हाय . आह्ह्ह , ऊह्ह ह , चूसो बहुत दिनों बाद मेरी चूओत का पानी निकलेगा . चूसते ऐ ऐ र…हो…, येस , येस , येस , ओह , oh, क्या जीभ से .. चोद.. रहे. हो.. लगता.. हाय… यह.. जीभ… नही…, तुम्हारा…ल ण्ड..ह है . आआह्ह ह्ह्ह, और छोसो .., अहह हह , मेरा पा …नि … निकल रहा है .

ओह्ह hh येस स् स , मेरा पानी निकल गया आ आ आ आ आ ……”और नयना ढीली पड़ गई.लेकिन मोहित ने उसकी चूत को छोड़ा नही . वोह बहुत देर तक चूसता रहा जब तक उसकी जीभ नही थक i गई . नयना की चूत की खाज और ज्यादा बढ़ गई . लेकिन अब वोह अपनी चूत को चत्वा कर नही बल्कि असली खेल कर अपनी प्यास बुझ्वाना चाहती थी .

उसने अपने हाथ बढ़ा कर मोहित के लंड को अपने हाथ मे लेकर आगे पीछे करने लगी . जब लंड एकदम मूसल हो गया तो अपनी चूत को उसके मुह से हाथ कर उसके लंड पर बैठ गई मोहित भी चौंक गया..एक कुंवारी लड़की उसके मोटे और लंबे लंड को अन्दर लेने के लिए कितनी तड़प रही थी… मोहित के लंड को और क्या चाहिए . उसका लंड तो चूत का प्यासा था . चूत को देख कर लंड अपनी जगह पर ही उछल -कूद मचाने लगा .

मोहित ने अपने हाथ बढ़ा कर अपने लंड के सुपाडे को नयना की चूत के मुह पर रख दिया उसकी चूत इतनी गीली थी की जूस टपक रहा था इसलिए कुछ लगाने की जरुरत ही नही थी… नयना ने ऊपर से बैठे बैठे अपनी चूत को थोड़ा धक्का दिया तो वो सम्हाल नही पायी और नीचे से मोहित ने धक्का दिया भस.स्.स्.स्.स् की आवाज़ के साथ चूत की सील तोड़ कर लंड अन्दर और नयना के मुह से आह्ह्ह..आः…मर गयी.ई.ई.i.ई.ई.ई.ई.ई..ई निकला..जीजा जी ..फट गई…ई.ई.ई.ई.ई.इमेरी चूत..

मोहित का लंड फर्र र र र करके उसकी चूत मे जा कर फंस गया . इसी के साथ नयना के मुह से फ़िर से चीख निकल पड़ी . यह चीख दर्द भरी भी थी और साथ ही आनंद से भरी भी थी ..मोहित के लंड से बहकर खून नीचे चादर पर टपक रहा था…इसी बेड पर उसने मिताली की भी सील तोडी थी अआज वो मिताली की सील तोडना चाहता था..लेकिन नयना मिल गई..

थोड़ी देर के बाद नयना मोहित के ऊपर बैठ कर अपनी चूत की खाज मिटने लग गई . अपनी चूत की जकड मे लंड को ले कर उछल -कूद मचने लगी . साथ ही उसके मुह से सिस्कारियां निकल रही थी . मोहित अपने हाथो से उसके चुन्ची पकड़ कर सहला रहा था . नयना उसकी छाती पर हाथ रख कर अपनी चूत ख़ुद ही चुद्वा रही थी . आनंद से मदहोश हो कर चुद्वा रही थी . स्पीड धीरे -धीरे बढ़ कर अपनी चरम प्रीति पर चली गई . फुल फास्ट स्पीड मे चुदवाने से नयना की सिस्कारी बड़बड़ाहट मे बदलने लगी .”

येस .. येस .. क्या मजा आ रहा है .. येस .. येस .. आज पहली बार चूत को मजा मिल रहा है .. ओह्ह .. क्या जन्नत का मजा मिल रहा है .. उफ्फ्फ .. जीजा जी तुम्हारा लंड लाखों मे एक है एक दम लोहे के जैसा सख्त है … उफ़ … मेरी चूत … ह आ ई … मैं …. आह्ह्ह … मेरी चूत का पानी निकलने वाला है .. ओह्ह्ह … क्या हो रहा है मुझे … हाय … मेरी चूत … उफ्फ्फ्फ़ … मेरा पानी निकला … येस .. मेरा पानी निकला … येस … ऊईई … येस … मेरा पानी निकल गया …” ऐसा कह कर नयना उसकी छाती पर गिर कर लम्बी -लम्बी साँसे छोड़ने लगी .

चूत का पानी निकलते हुए वोह अब हलके हलके धक्के मर कर एकदम से निढाल हो गई .लेकिन मोहित ने उसकी चूत को छोड़ा नही . वोह बहुत देर तक चूसता रहा जब तक उसकी जीभ नही थक i गई . नयना की चूत की खाज और ज्यादा बढ़ गई . लेकिन अब वोह अपनी चूत को चटवा कर नही बल्कि असली खेल कर अपनी प्यास बुझ्वाना चाहती थी . उसने अपने हाथ बढ़ा कर मोहित के लंड को अपने हाथ मे लेकर आगे पीछे करने लगी .

जब लंड एकदम मूसल हो गया तो अपनी चूत को उसके मुह से हाथ कर उसके लंड पर बैठ गई मोहित भी चौंक गया..एक कुंवारी लड़की उसके मोटे और लंबे लंड को अन्दर लेने के लिए कितनी तड़प रही थी… मोहित के लंड को और क्या चाहिए . उसका लंड तो चूत का प्यासा था . चूत को देख कर लंड अपनी जगह पर ही उछल -कूद मचाने लगा . मोहित ने अपने हाथ बढ़ा कर अपने लंड के सुपाडे को नयना की चूत के मुह पर रख दिया उसकी चूत इतनी गीली थी की जूस टपक रहा था इसलिए कुछ लगाने की जरुरत ही नही थी…

नयना ने ऊपर से बैठे बैठे अपनी चूत को थोड़ा धक्का दिया तो वो सम्हाल नही पायी और नीचे से मोहित ने धक्का दिया भस.स्.स्.स्.स् की आवाज़ के साथ चूत की सील तोड़ कर लंड अन्दर और नयना के मुह से आह्ह्ह..आः…मर गयी.ई.ई.i.ई.ई.ई.ई.ई..ई निकला..जीजा जी ..फट गई…ई.ई.ई.ई.ई.इमेरी चूत.. मोहित का लंड फर्र र र र करके उसकी चूत मे जा कर फंस गया .

इसी के साथ नयना के मुह से फ़िर से चीख निकल पड़ी . यह चीख दर्द भरी भी थी और साथ ही आनंद से भरी भी थी ..मोहित के लंड से बहकर खून नीचे चादर पर टपक रहा था…इसी बेड पर उसने मिताली की भी सील तोडी थी अआज वो मिताली की सील तोडना चाहता था..लेकिन नयना मिल गई..थोड़ी देर के बाद नयना मोहित के ऊपर बैठ कर अपनी चूत की खाज मिटने लग गई . अपनी चूत की जकड मे लंड को ले कर उछल -कूद मचने लगी . साथ ही उसके मुह से सिस्कारियां निकल रही थी .

मोहित अपने हाथो से उसके चुन्ची पकड़ कर सहला रहा था . नयना उसकी छाती पर हाथ रख कर अपनी चूत ख़ुद ही चुदवारही थी . आनंद से मदहोश हो कर चुद्वा रही थी . स्पीड धीरे -धीरे बढ़ कर अपनी चरम प्रीति पर चली गई . फुल फास्ट स्पीड मे चुदवाने से नयना की सिस्कारी बड़बड़ाहट मे बदलने लगी .”येस .. येस .. क्या मजा आ रहा है .. येस .. येस .. आज पहली बार चूत को मजा मिल रहा है .. ओह्ह .. क्या जन्नत का मजा मिल रहा है .. उफ्फ्फ .. जीजा जी तुम्हारा लंड लाखों मे एक है एक दम लोहे के जैसा सख्त है … उफ़ … मेरी चूत … ह आ ई … मैं …. आह्ह्ह … मेरी चूत का पानी निकलने वाला है ..

ओह्ह्ह … क्या हो रहा है मुझे … हाय … मेरी चूत … उफ्फ्फ्फ़ … मेरा पानी निकला … येस .. मेरा पानी निकला … येस … ऊईई … येस … मेरा पानी निकल गया …” ऐसा कह कर नयना उसकी छाती पर गिर कर लम्बी -लम्बी साँसे छोड़ने लगी . चूत का पानी निकलते हुए वोह अब हलके हलके धक्के मर कर एकदम से निढाल हो गई .मोहित ने अपनी बाँहों मे भरकर उसके होंठों को अपने होंठों से जकड लिया .

थोड़ी देर बड़ जब नयना की धड़कन एकदम सामान्य हुयी तो अपने सरीर से उसे उतरकर अपने बाजु मे सुला लिया और उसके चुन्ची को सहलाता हुआ एक निपल को मुह मे दबा लिया . थोड़ी देर मे दोनों चुन्ची को चूस कर अपनी उंगली से उसकी चूत के दाने को सहलाने लगा . उसकी चूत को सहला कर उसकी चूत की चोदाई की तय्यारी कर रहा था . उसका भूखा लंड अब उसे चोदने को एकदम तैयार था . नयना के मुह से जब सिस्कारी निकलने लगी तो उसे डौगी स्टाइल मे कर उसके नितंबो को अपने हाथ से सहलाने लगा .

उसकी चूत दोनों चुतडो के बीच एकदम से दबी हुई थी . अपने लंड को हाथ मे लेकर उसके चूतडो पर हलके से सहला रहा था .नयना की चूत काफी गरम हो चुकी थी . उससे अब सहा नही जा रहा था . वोह बोल पड़ी , “हाय जीजा जी , क्यों तद्पा रहे हो . लंड हमारी चुदासी चूत को दिखा रहे हो और उसको चूत के अन्दर नही पेल रहे हो . अब जल्दी से अपने मूसल जैसे लंड को चूत मे घुसाओ , प्लीज़ . “

तभी अपने लंड को उसकी चूत की खाई के सामने रखकर उसकी दरार मे टिका दिया और एक जोर का धक्का मारा की नयना के अभी अभी सील टूटे चूत मे लंड सनसनाता घुस गया.नयना के मुह से जो चीख निकली वो तो भयानक थी थोड़ी देर धक्के खाने के बाद नयना के मुह से आनंद -भरी चीख निकल पड़ी . “हाय . दैय्या .”

साली की कुंवारी छूट में जैसे ही जीजा का लंड घुसा, उसकी चीख निकल गयी. जीजा का प्यार थोडा दर्दनाक ही होता है.. इस sali hindi sexy story के इस भाग में जानिए की मेरी वो दूसरी साली क्या कर रही है.

लंड आधा एक ही धक्के मे चूत के अन्दर घुस गया था..बाद मे हलके धक्के लगे और फ़िर एक जोर का धक्का लगा..इस . दूसरे जबर्दस्त धक्के मे लंड पुरा का पुरा चूत के अन्दर था नयना का कलेजा दहल गया लेकिन वो अभी पूरी चुदासी थी… मोहित ने धीरे -धीरे अपने धक्के लगाने चालू रखे . लंड चूत मे पिस्टन की तरह अन्दर बाहर हो रहा था . उसका लंड लंड चूत की गरमी पाकर और फूल गया .

नयना भी धक्के का जवाब धक्के से दे रही थी . फिर अपने हाथ बढ़ा कर मोहित ने नयना के चुंचियों को अपनी गिरफ्त मे ले लिया और धक्को की स्पीड बढ़ा दी . लंड चूत की ज़द तक जा रहा था . मोहित का लंड चूत के धक्के से एकदम बेकाबू हो उठा . मोहित के मुह से आवाजे आणि शुरू हो गई .”लो रानी … मेरे लंड के झटके … खाओ , ख़ूब खाओ .. देखो तुम्हारी चूत की प्यास बाकी नही रहे .. लो यह लो .. “नयना की चूत धक्के पर धक्के खा कर अपना पानी छोड़ना शुरू कर दिया . “येस .. मेरे जीजा जी . .. ऊफ्फ .. मारो धक्के .. और मारो धक्के …

मेरी चूत से फिर से पानी निकल रहा हाय . तुम्हारा सख्त लंड ही मेरा पानी इतनी जल्दी -जल्दी निकाल पाया .” फिर भी मोहित अपने धक्के मरने चालू रखा . वोह भी अपना पानी निकलना चाहता था . नयना ने देखा की मोहित इसी तरह चोद्ता रहा तो पानी उसकी चूत मे ही छोड़ देगा तो अपनी चूत को एकदम से हटा लिया . मोहित चिहुंक पड़ा , “यह क्या रानी . मेरा पानी निकलने वाला था .””यही तो मैं नही चाहती की तुम मेरे अन्दर झडो. मैं तुम्हारे वीर्य को अपने पुरे बदन पर झड़वाना चाहती हूँ .””ऐसी बात हाय तो लो अपना मुह खोलो और इसको चूसो .

अब थोड़ा इंतज़ार करना पड़ेगा मेरे झड़ने का .”नयना ने मोहित के लंड को हाथ से पकड़ कर पहले अपने चूंची पर सहलाया फिर लेट कर उसके मूसल को अपने दोनों बूब्स के बीच डाल कर मोहित से बोली , “लो जीजा जी , अब मेरे tits को छोड़ो . अपने लंड को मेरे बूब्स की खाई ई मे डाल कर यहाँ भी अपना झंडा गाड़ दो .”मोहित अपने लंड को नयना के कबूतरों के बीच मे लाकर उसकी tit -fucking चालू कर दी .

लेकिन जो टेंपो डौगी -स्टाइल मे बना हुआ था वोह वापस नही बन रहा था . पानी निकलता नही देख उसने अपना ध्यान उसके कबूतरों पर टिका दिया .”मेरी प्यारी साली , अब इस tit-fucking के बाद तुम्हारी चूत की फिर एक बार चुदाई करूंगा . तेरे कबूतरों का जवाब नहीं …..तेरे बूब कितने मलाई जितने चिकने हाय …..

और तेरे गुलाबी निपल्स …इन्हे तो मैं खा जाऊंगा ,” कहता हुआ अपने लंड को चुंचियों से निकाल कर उसके ऊपर टूट पड़ा और उसकी चूचियों को मसल मसल कर दबोचने लगा .”प्लीज़ मेरी चूची को और जोर से दबाओ , बहुत मज़ा आ रहा हाय . मुझे नशा सा हो रहा है . तुम मेरी चूची दबा रहे हो और मेरी चूत मे कुछ कुछ हो रहा है . है !

तुम्हारा तो लंड भी अब वापस से कड़क हो गया है .”नयना नीचे पड़ी पड़ी अपनी चूचियों की खाज मिटा रही थी . जीजा जी को पागल होते देख उसकी चूत मे फ़िर खाज शुरू हो गई थी . अपनी चूत पर उसके लंड को रख कर अपने बदन को उसके बदन से जकड लिया और कहने लगी , “मुझे चूत में बहुत …आः ….खुजली हो रही है …..अब अपना चाक़ू मेरी चूत पे चला दो ….जीजा जी तुम्हारे लंड ने मेरी चूत से खून निकाला है आज चूत से .मुझे औरत बना दिया तुमने और दीदी को माँ आज मेरी चूत की मिटा दो खुजली ….. मिटाओ .”

नयना को भी तड़पते देख अपने लंड को उसकी चूत के ऊपर रख कर एक जोर से धक्का दिया और बोला , “ही ! मेरी रानी , ले ! ले ऐ ई ऐ ! और ले , जीं भर कर खा अपनी चूत मे मेरे लंड के धक्के .” फिर धक्के पर धक्के चालू हो गए . नयना के पैर उसके सर तक मोड़ दिए..

थोड़ी देर तक कमरे मैं केवल “उफ़ ” “है ” “ओह्ह ” “मर गई..ओह्ह माँ…जीजा जी ..धीरे..दर्द हो रहा है..आह्ह भी अभी किया है…आह्ह..ऊह्ह ह की ही आवाजे आ रही थी . तभी मोहित और नयना दोनों एक साथ हाय चीख पड़े अह्ह्ह…नयना …जीजा जी … दोनों का ही पानी एक साथ छूटने लगा . दोनों निढाल हो कर पलंग पर लेटे रहे और उसी हालत मे नींद आ गई .

दुसरे दिन सुबह ..नयना अब कुंवारी नही थी…और चादर पर खून के छिंटे उसकी औरत बनने की गवाही दे रहे थे….सुबह नयना ने उठकर मोहित को उठाया . रात की मस्ती झड़ी नही थी .मोहित ने नयना को नंगी देखा तो फ़िर से अपने पास खींच लिया..चूमा चाटी शुरू हुयी और लंड लोहे जैसा हो गया… एक बार फिर दोनों आपस मे लग कर चुदाई शुरू कर दी . मोहित नयना को नीचे ले कर उसकी दोनों टांगो को आसमान मे फैला कर और उसके चूतड के नीचे दो तकिये रख दिए..

जिससे उसकी उभरी हुयी चूत और उभर आयी थी. अभी भी..मोहित ने जैसे ही अपना लंड उसकी गीली हो रही चूत के अन्दर घुसाया..नयना चीख पड़ी..मोहित ने दो धक्को मे पूरा लंड चूत के अन्दर डाल दिया था..और कस कस कर उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया . सिस्कारियों से कमरे का वातावरण काफी मदहोश हो गया . नयना नीचे से हर धक्के का जवाब अपनी सिस्कारी से दे रही थी .आह्ह..अह्ह्ह.औच..आ..ऊ..च….आह्ह…जीजा जी ….

सच मुच तुम्हारा लंड लाजवाब है और बहुत लंबा और मोटा है . उस लड़की को बहुत मजा आएगा जो तुमसे चुदवायेगी ,” नयना मोहित से चुदवाती हुयी बोली .मोहित कस -कस कर धक्के मरते हुए बोला , “हाँ जाने -बहार , तुम्हारी चूत भी एकदम लाज़वाब है .एकदम तिघ्त, उभरी हुयी..कितनी गरम और नरम है..हाय.और इसकी गुलाबी रंगत… लगता है इसे चोद्ता ही जाऊं .”नीचे से नयना सिस्कारी मरते हुए बोली , “

ओह्ह ! मेरे राजा और पेलो और पेलो अपनी रानी की चूत मे अपना मोटा लंड . आह ! ..मेरी चूत तुम्हारा लंड खा कर और अपनी सील तुड़वा कर निहाल हो रही है . हाय ! लंबे और मोटे लंड की चुदाई ही कुछ और ही होती है . बस मज़ा आ गया . हाँ हाँ , तुम ऐसे ही अपनी कमर उछाल उछाल कर मेरी चूत मे अपने लंड से धक्का मारते रहो .

मेरी चूत को भी बहुत दिनों से शौक था मोटे और लंबे लंड से सील तुड्वाने का.और फ़िर उससे चुदवाने का.जम कर.. उसको और जोर जोर से खिलाओ अपना मोटा और लंबा लंड .”लेकिन जल्दी ही खत्म हो गई उनकी चुदाई . दोनों का पानी आधे मिनट के फरक पर निकल गया . नयना ऐसी चुदाई प कर मस्त हो गई .

रात की चोदाई से ज्यादा कड़क चोदाई उसे सुबह वाली लगी .हॉस्पिटल जाकर प्रीति को देखने और मिताली को फ्री करने के कारण मोहित को बिस्तर पर से जल्दी उठना पड़ा . बाथरूम मे जाने के बाद पता चला की बाथटब का शावर और नल दोनों ख़राब हो गए है . पानी नही आ रहा था . तो मोहित यह कहकर निकल गया की मैं प्लंबर को भेज रहा हूँ . अगर जल्दी आ गया तो ठीक है नही तो मिताली को बता देना की प्लंबर से नल ठीक करवाना है .

मोहित हॉस्पिटल जाकर मिताली को फ्री किया और बोला की घर पहुंचकर नयना को जल्दी भेज देना ताकी वोह ख़ुद ऑफिस जा सके .मिताली घर पहुँची तो नयना बाथरूम से निकल कर अपने कपडे बदल रही थी . बाथरूम मे स्टोरेज किए हुए पानी से उसने अपना काम चला लिया था . नयना के चहरे पर छायी हुयी खुशी को देखकर मिताली समझ गई की रात भर क्या क्या हुआ होगा उसने सोच लिया की नयना की सील कल रात मे खुल गई है..क्युकी बेड रूम की चादर पर खून उसे दिख गया था…

फिर भी अनजान बनते हुए उसने नयना को छेड़ते हुए पूछा , “है मेरी जान , बड़ी खुश दिख रही हो . रात भर सोयी नही थी क्या ? लगता है जीजा जी ने बहुत परेशान किया है .””नही तो . ऐसी तो कोई बात नही है .””अच्छा हमसे ही नाटक .””जब कुछ हुआ ही नही तो क्या नाटक करूं .”फ़िर मिताली ने उसे बेडरूम की चादर पर खून दिखाया और बिस्तर के नीचे पड़ी हुयी फटी हुई नाईटी की ओर इशारा किया.

तो नयना शरमा गई और फिर धीरे धीरे सारी बात रात की उगल दी नयना ने .मिताली ने कहा जीजू का लैंड बहुत मज़बूत और मोटा है ये तो मैं जानती हु..मैंही कल उनसे चुदवाने के मूड मे थी..लेकिन तेरी लॉटरी लग गई. बहुत मज़ा आया होगा ना?..और दोनों फ़िर रस ले कर बातें करने लगी . मिताली और नयना रात की बात करते करते दोनों ही उत्तेजित हो गए . आपस मे अनजाने ही एक दूसरे के बदन को सहलाने लगी . दोनों की चूतें अन्दर की गरमी से पिघलने लगी .

तभी टेलीफोन की घंटी बजी . नयना ने फ़ोन उठाया .”मैं मोहित बोल रहा हूँ .””बोलो जीजा जी , मैं नयना बोल रही हूँ .””देखो प्लंबर को बोल दिया है . थोड़ी देर मैं आ जाएगा . लेकिन तुम जल्दी आ जाओ . मुझे कुछ दवाई लाना है फिर मैं ऑफिस निकल जाऊंगा .”नयना जल्दी ही हॉस्पिटल के लिए निकल गई साथ मे कह कर गई की बाथरूम का नल ख़राब है , प्लंबर आएगा . मिताली मन मसोस कर रह गई .

रात मे भी मौका नही मिला और अब सुबह थोड़ी बहुत गरमी शांत होती वह भी नही हुयी .उसे मोहित पर ग़ुस्सा आ रहा था..ऐसे तो मेरी चुन्ची दबाते है…गांड दबाते है..आज छुट्टी ले कर घर रुक जाते तो मै भी उस मोटे और लंबे लंड से एक बार तो चुदवा लेती.. आख़िर चूत तड़पती ही रह गई . वोह उसे शांत करने के लिए जीजी की एक नाईटी पहन कर बाथरूम मे चली गई . उससे बदन तो ढक गया लेकिन गला काफी खुला हुआ था और नीचे से भी घुटने के ऊपर तक ही थी .नाईटी को उतार कर जैसे ही नल खोला तो ध्यान आया की वोह तो ख़राब है .

उसी हालत मे बैठी बैठी अपनी चूत को हाथ से सहलाने लगी . चूत को सहलाते -सहलाते उसे ध्यान ही नही पड़ा की दरवाजे की बेल कितनी देर से बज रही है . फटा – फट नाईटी पहन कर बाहर निकली और गेट खोल दिया . सामने खड़ा था प्लंबरएक मजबूत किस्म का इंसान . रंग सांवला लेकिन कद काठी कसरती . वोह भी अपने सामने खड़ी मिताली को देखता ही रह गया . उफ़ क्या नशीला बदन है . एक मिनी नाईटी पहने हुए तो क़यामत ढा रही थी . छातियां नाईटी मे समां नही रही थी . आधे मम्मे बाहर छलक रहे थे . गहरी साँस लेते हुए बोला , “मोहित साहेब ने बुलाया है . क्या कोई नल ख़राब है .”

“हाँ .. हाँ . बाथरूम का शावर और नल दोनों ख़राब है . पानी नही आ रहा है .”कन्हैया , यही नाम था प्लंबर का , सीधे बाथरूम मे चला गया . बाथ टब का शोवेर और नल चालू कर के देखा लेकिन पानी नही आ रहा था . तो उसने शावर को निकाल दिया और फिर बाथरूम के अन्दर बनी हुयी टंकी जो सीलिंग से लगी हुयी थी , से नल को चेक करने लगा .”लगता है की टंकी से पानी नही आ रहा है . ऊपर चेक करना पड़ेगा .


कोई टेबल है क्या ?”मिताली ने एक मध्यम साइज़ की टेबल ला कर दी . वोह उस पर चढ़ कर टंकी चेक करने लगा और बोला , “पानी तो पुरा भरा पड़ा है . पाइप और फिटिंग चेक करना पड़ेगा .”यह कह कर अपनी पैंट और शर्ट निकलने लगा . एक बनियान और स्वीमिंग कास्ट्युम जैसा अंडरवियर पहने हुआ टेबल पर चढ़ गया . मिताली उसके गठीले बदन को देखी तो देखते ही रह गई . मजदूर आदमी का जिस्म था .

एक दम कड़क .ऊपर से पाइप को खोलते हुआ बोला “मेम साहेब , आप जरा बाथ टब के पास रहना . जब पानी आए तो शावर को पाइप के ऊपर पकड़ कर रखना .”बाथरूम मे जगह कम थी . टेबल ने जगह घेर कर रखी थी . मिताली बाथ टब मे जाकर खड़ी हो गई . जब पानी आने लगा तो वोह शावर को पाइप के ऊपर लगाने लगी लेकिन बाथ टब मे खड़ी होने की वजह से मिताली पुरी तरह से भीग गई . उसका बदन नाईटी से झलकने लगा . उसके कबूतर नाईटी से आधे तो पहले ही दिख रहे थे अब बाकी आधे नाईटी के पारदर्शी (transparent) हो जाने की वजह से दीखने लगे .

उसके दर्क निपल एक दम से तन कर आमंत्रण दे रहे थे . जांघों से नाईटी चिपक गई थी . उसके उभरे हुए नितम्ब आकर्षित कर रहे थे . कन्हैया ने जब नजर नीचे कर यह नज़ारा देखा तो उसका लंड दन -दन करता हुआ खड़ा हो गया . उसका लंड एक गोरी और मस्त लौंडिया को देख कर फड़फडाने लगा . वोह पाइप वापस फिटिंग करते हुए कभी पाइप को देख रहा था तो कभी मिताली की उफनती हुयी जवानी को देख रहा था .

तभी उसके हाथ से रेंच -पाना (an instrument to tight pipe) नीचे बाथ टब मे गिर गया और उसके हाथ से पाइप भी छूट गया .पानी ऊपर पाइप से नीचे गिरने लगा . ख़ुद भी पुरी तरह से भीग गया . उसके बदन के कपडे भी भीग गए . कोस्ट्युम जैसे अंडरवियर से लंड का साइज़ साफ दिख रहा था .बहुत ही मोटा और लंबा लग रहा था.और मुड़ा हुआ था.. ऊपर से ही कहा , “मेम साहेब , जरा वोह रेंच -पाना देना प्लीज़ .”मिताली ने रेंच -पाना उठाया तो शावर अपनी जगह से खिसक गया . जिसकी वजह से पानी फिर गिरने लगा .

एक हाथ से शावर को पकडे हुए दूसरे हाथ से झुक कर उस ने रेंच -पाना को उठाया और उसकी मस्तानी गांड ..ऊह्ह..ओह्ह ..क्या दृश्य था ..मोटे गदराये नितम्बो की गोलाई और उसमे वो गांड..वो हाथ से रेंच पाना देने लगी . लेकिन पानी गिरते रहने की वजह से उसका ध्यान शावर की तरफ़ ही था . दूसरा हाथ रेंच -पाना कन्हैया को देने के लिए आगे बढाया हुआ था . ऊपर कन्हैया भी पाइप से पानी गिरते रहने की वजह से पाइप की और ही देख रहा था . उसने ऊपर ही मुह किए हुए वापस कहा , “मेम साहेब , प्लीज़ . वह रेंच -पाना देना .”

मिताली भी शावर की और देखते देखते बोली , “दिया तो है . लेलो .”तभी दोनों की नज़र आपस मे टकराई तो देखा की रेंच -पाना मिताली ने अनजान -वश कन्हैया के मोटे फूले हुए लंड मे फंसा दिया था .कन्हैया यह देखकर मुस्कुराया और मिताली ने अपनी नज़र नीचे झुका ली . कन्हैया रेंच -पाना अपने लंड पर से निकाल कर पाइप को फिटिंग करने लग गया .कन्हैया बोला , “अच्छा मेम साहिब , अब धक्का नही दूँगा .

मैं थोड़ा ज्यादा ही जोश मे आ गया था . लेकिन अब इसे चूसो . तड़पाओ मत मुझे .”मिताली उसके लंड को चाट रही थी ऊपर से फव्वारे से पनि गिर रहा था . कन्हैया को जन्नत का मजा मिल रहा था . तभी कन्हैया को महसूस हुवा की अगर लंड को मिताली के मुह से नही निकला तो फव्वारे की तरह उसका लंड भी पानी फेंकने लगेगा . उसने मिताली को बाथ टब मे लेटकर उस पर छा गया और उसके मम्मे अपने हाथों से पकड़ एक को मुह मे लेकर आम की तरह चूसने लगा . मिताली के मुह से सिस्कारी निकल गई ..आह्ह..उफ्फ्फ..इश..श.स्.स्.स्.स्. धीरे..

मेरी दूसरी साली तो मेरे नीचे आने से पहले प्लम्बर के ही भेंट चढ़ने जा रही थी.. पढ़िए वो प्लम्बर मेरी माल साली की चूत की किस तरह फिटिंग करता है इस sali hindi sexy story के अगले भाग में..

मेरी दूसरी साली तो मेरे नीचे आने से पहले प्लम्बर के ही भेंट चढ़ने जा रही थी.. पढ़िए वो प्लम्बर मेरी माल साली की चूत की किस तरह फिटिंग करता है इन sali hindi sexy stories के अगले भाग में..

कन्हैया को जन्नत का मजा मिल रहा था . तभी कन्हैया को महसूस हुवा की अगर लंड को मिताली के मुह से नही निकला तो फव्वारे की तरह उसका लंड भी पानी फेंकने लगेगा . उसने मिताली को बाथ टब मे लेटकर उस पर छा गया और उसके मम्मे अपने हाथों से पकड़ एक को मुह मे लेकर आम की तरह चूसने लगा . मिताली के मुह से सिस्कारी निकल गई ..आह्ह..उफ्फ्फ..इश..श.स्.स्.स्.स्. धीरे..

लेकिन अब कन्हैया कुछ नही सुनने वाला था . कनु बगैर दांतों से नुकसान पहुँचाये उसके एक -एक करके दोनों उरोजो को बारी -बारी से मुह मे लेकर चूस रहा था . साथ मे बोलता भी जा रहा था , “मेम साहेब , तुम्हारे चुचियो का जवाब नहीं …..तुम्हारे चूंची कितने मलाई जितने चिकने है …..और तुम्हारे गुलाबी निपल .. उफ़ ….इन्हे तो मैं खा जाऊंगा .”मिताली सिस्कारी लेते हुए बोली , “”हाय ! और जोर से मेरी चूची मसलों , इनको ख़ूब दबाव , दबा दबाके इनका सारा रस पी जाओ . मुझे बहुत मज़ा आ रहा है . मेरे पुरे बदन मे नशा छा रहा है .

हाय मुझको इतना मज़ा कभी नही मिला . और दबाव मेरी चूची को .”कन्हैया उसके मम्मे चूसते हुए अपने एक हाथ को उसके मम्मे से सरकाते हुए उसकी चूत के ऊपर हाथ से मालिश करने लगा . मिताली का जोश दुगुना हो गया . उसकी सिस्कारियां बढती ही जा रही थी . जिनको सुनकर कन्हैया का भी जोश बढ़ गया .

उसका मुह और दोनों हाथ की स्पीड डबल हो गई . अपनी जीभ से उसकी कड़क हुयी निपल को चूसने के साथ उसकी चूत और झांटो पर अपनी रगड़ बढ़ा दी . “आः आह्ह ……प्लीज़ आहिस्ता करो . रगडो मेरी चूत को .. आराम से करो .. मजा आ रहा है तुम ने क्या कर दिया है .. आज ऐसा पहली बार फील कर रही हूँ और बहुत अच्छा लग रहा

हाँ ऐसे .. आराम से .. मगर रुकना मत .. करते रहो .. ओह्ह हह स्.स्.स्.स्.स्.स्.उफ्फ्फ….और उसने टटोल कर फ़िर से उसके लंड को पकड़ा जो की फुफकार रहा था… “लोहे को गरम होते देख कन्हैया ने अब अपना हथोडा मारना ही अच्छा समझा . उसने मिताली को दीवाल के सहारे उठा के खड़ा कर उसके पीछे से अपने दोनों हाथो से उसके चूतड को सहलाना शुरू कर दिया . उफ़ … क्या गुदाज़ जिस्म के उसके चूतड थे .

दूध मे सिन्दूरी कलर डाले हुए रंग के चूतड . वोह अपनी किस्मत पर यकीन ही नही कर पा रहा था . वाकई मे ऐसी चूत और चूतड किस्मत वाले को ही मिलते है . उसने अपनी जीभ निकल कर उसके चूतड को चाटना चालू कर दिया . मिताली के मादक बदन मे एक सिहरन दौड़ गई . उसका बदन का एक -एक रोंया सिहर उठा . पुरे बदन मे बिजली कड़क रही थी . चूतड को चाट -ते चाट -ते अपनी जीभ को उसकी पीछे से उभर कर बाहर आई हुयी चूत पर लगा दिया . जीभ चूत पर लगते ही मिताली के मुह से “ऑफ़ फ . ..ओफ्फ्फ ” की आवाज आनी शुरू हो गई .

अपनी जीभ को कन्हैया ने धीरे धीरे आगे बढ़ाते हुए चूत की चुदाई अपनी जीभ से चालू कर दी . चोदना -चाटना , चोदना -चाटना , चोदना -चाटना यही कर रहा था अपनी जीभ से उसकी गुलाबी चूत को दोनों फांक चिपकी हुयी थी..उसे ऊँगली से थोड़ा फैला लिया था…”ओओओह मा .. ओह आहा आया .. यह क्या कर रहे हो , बहुत मज़ा आ रहा है और चाटो , चूस डालो … पानी निकल दो इसका …. बहुत प्यासी है मेरी चूत ,” मिताली की लहराती हुयी आवाज बाथरूम मे गूँज रही थी . मेरी प्यास बुझा दो , मुझे ठंडा कर्दो .. मेरा जिस्म बहुत जल रहा है .. कुछ कुछ हो रहा है मन मे , प्लीज़ मेरी आग बुझा दो मेरी .. प्लीज़

कन्हैया ने उसकी रसीली छूट की चुसाई कर उसे वैसे ही खड़ा रहने दिया और अपने सख्त लंड को उसके चूतड पर दबाना शुरू कर दिया . लंड को एकदम नजदीक देख उसकी चूत का पानी बहना चालू हो गया . चूत एकदम से जूसी हो गई . अपने हाथ को पीछे ले कर कन्हैया को अपने बदन से चिपका लिया .

उसकी चूत की भूख अब बढती ही जा रही थी . अब उससे सहन नही हो पा रहा था . वोह भड़क कर बोली , “उफ्फ्फ … देख क्या रहे हो … चालू करो …. लगाओ अपने लंड को निशाने पर और मारो धक्का .”कन्हैया ने अपने लंड को उसकी चूत के निशाने पर ला थोड़ा सा धक्का दिया . आधा सुपाडा लंड का चूत मे जा कर फँस गया .

दूसरा धक्का मारा तो उसके लंड का पूरा सुपाडा उसकी चूत मे जा कर धंस गया . तीसरा धक्का मारा तो आधा लंडउसकी गुफा मे गायब हो गया . साथ ही मिताली की चीख पूरे घर मे फ़ैल गई..ऊह मेरी माँ..मर गयी..निकालो….अह्ह्ह..आह्ह..बाप रे..इतना मोटा…निकालो..मैं मर जाऊंगी.. लेकिन कन्हैया रुका नही..वो समझ गया था की ये चुदी हुयी चूत है ..थोड़ा चिल्लायेगी..क्युकी इतना मोटा लंड कभी चूत मे नही घुसा है ..

उसके शहरी दोस्त का नए ज़माने का लंड ही घुसा होगा..उसने मिताली को थोड़ा दबा के पकड़ा और फ़िर धीरे धीरे चोदने लगा..एक और धक्का मारा तो इस बार मिताली की आनंद भरी चीख भी निकल गई . “हाय …. क्या लंड है तुम्हारा …. एक दम से तगड़ा और सख्त …. उफ़ ….. वाकई मे ही … जैसे कोई गरम गरम हथोडा जाकर मेरी चूत मे फँस गया हो .”

अब कन्हैया ने अपने धक्के लगाने शुरू कर दिए . खड़े होने की वजह से पूरा लंड तो अन्दर नही जा रहा था लेकिन जितना भी जा रहा था वह मिताली की चूत मे खलबली जरूर मचा रहा था . थोड़ी देर इस तरह दक्के मरने के बाद उसने अपने लंड को बाहर निकाल दिया और मिताली को बाथरूम के फर्श पर लेटा कर अपने लंड को उसके मुह मे दाल दिया . मिताली ने गप्प से उसको मुह मे ले लिया .

थोड़ी देर चूसाने के बाद बाहर निकाल उसके लंड को हाथ से पकड़ सुरेश को कहा , “प्लीज़ अपना लंड मेरी चूत मैं डाल दो . मुझे और मत तड़पाओ ज़ालिम . मुझे छोड़ो , मैं तुम्हारे लंड की दीवानी बन गयी हूँ . अपने लंड से मेरी चूत की प्यास बुझाओ .”कन्हैया ने उसकी जांघों को चौड़ा कर अपने लंड को उसकी चूत पर टिका दिया . फिर कस कर एक धक्का मारा .लंडउसकी रस से भरी हुयी उसकी चूत को ककड़ी की तरह फाड़ता हुआ चूत की अन्दर वाली दीवार से सीधा जा टकराया .

मिताली तो एक बार पुरी तरह कंप गई और पूरा बदन दहल उठा और मुह से चीख निकल गई..उईई माँ.मार डाला ..मेरी फट गयीई…आह्ह्ह..लेकिन कन्हैया को अब कोई परवाह नही थी..उसने आव देखा ना ताव..और फटके लगाने शुरू कर दिए..उसने देखा उसके लंड पर कुछ खून के दाग लगे है..आज सच मे मिताली की चूत फट गई..कन्हैया ने . लंड को बाहर निकाल वापस धक्का मारा तो उसकी सिस्कारी निकालनी चालू हो गई . “उफ़ … अह्ह्ह …” कन्हैया अपनी फुल्ल स्पीड से उसकी चूत के अन्दर बाहर अपने लंड को कर रहा था .

मिताली बड़बड़ा रही थी , “ओह्ह ह … क्या चोद रहे हो तुम …. वाकई मे मेरी चूत धन्य हो रही है … तुम्हारी चुदाई से …. उफ्फ्फ …. मेरी चूत को आज चोद -चोद कर ख़ूब रगड़ाई करो …. आह्ह्ह ह …. चोदो …. चोदो …. और चोदो …. चोदते ही जाओ .मुझे मार डालो..मेरी चूत का पूरा पानी निकालो “हाँ रानी …. ख़ूब चोदुंगा तुझे आज …तुम्हारी जीं भर की कसर निकालूँगा आज मैं ….लो संभालो मेरे लन्ड को …..उफ्फ्फ ….तुम्हारी चूत …..क्या नरम और नाजुक है ….तुम्हारे संतरों का भी जवाब नही ….उफ़ क्या चुचिया है तुम्हारी ….

आज तुझे ऐसा चोदुन्गा मैं की जिंदगी भर याद रखोगी .”धक्कों की स्पीड बढती ही जा रही थी . दोनों मदहोश हुए चुदाई मे लगे हुए थे मिताली इस बीच दो बार झाड़ चुकी थी..और चूत ने इतना पानी फेंका था की लंड अन्दर अब आराम से फिसलता हुआ जा रहा था और बाहर भी आ रहा था..और बाथ रूम मे . घचा -घच ….फचा -फच .की आवाज़ आने लगी थी. दोनों आँखों से एक -दूसरे को देखते हुए एक दूसरे मे ज्यादा से ज्यादा सामने की कोशिश मे लगे हुए थे लंड अन्दर जता फिर बाहर आकर दुगने जोश से वापस अन्दर चला जाता .

चूत उसका थोड़ा ऊपर उठके स्वागत करती फिर गुप्प से उसको अपने अन्दर समां लेती .मिताली की चीखें बढती गई , “राजा चोदो मुझे . और तेज .. और जोरसे … चोदो . ऊफ्फ्फ , ओह्ह्ह , आह्ह्ह , ऊईई माँ , मार गई मैं आज . फाड़ दो मेरी चूत को …. और जोर से चोदो मुझे …अपने लंड से फाड़ दो मेरी चूत को … मुझको अपना बनालो …. चोदो मुझको … जोर से चोदो …

प्लीज़ …..इसको अन्दर तक चोदते रहो …. ऊईए … उफ़ … कितना मोटा लंड है , ऐसा लगता है की गधे का लंड हो ….मुझे ऐसा लग रहा है की मैं पहली बार चूदी हूँ ….तुम बहुत मजे का चोदते हो देखो मेरी चूत फटी क्या..और उसने ख़ुद अपना एक हाथ चूत और लंड पर लगाया..और देखा की खून निकला है..वो बोल उठी..राजा..आज सच मे मेरी सील टूटी है..साली नयना ने कल सील तुडवाई लेकिन..मेरी चुदी हुयी चूत की भी आज फ़िर से सील टूट गई..ई.ई.ई.आह्ह…”

कन्हैया अपने लंड को थोड़ा निकाल उसकी जांघों को और फैला कर उसकी चूत की चुदाई चालू कर दी . अन्दर तक जा रहे लंड से अब उसकी चूत पिघलने को तैयार हो गई . मिताली ने अपनी टांगो से उसकी टांगो को एकदम से जकड लिया और बड़ बड़ाई , येस्स … मेरे राजा … चोदो मुझे …. उफ्फ्फ …. और …. और ….. अह्ह्ह . … मेरा पानी …. हाय …..मेरा पानी निकलने वाला है ….राजा ….चोदो ..आह आह आह्हा आह ओफ्फ्फ ..मेरा पानी निकला …..हाँ …. निकला ….. हाँ .हाँ हाँ हाँ उफ़ इश श स्.स् स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्.स्. …. निकल गया .”

कन्हैया के साथ एक -दम से चिपट कर अपनी चूत के पानी से उसके लंड को सींच ही रही थी ..इस बार उसका पानी बहुत तेजी से और बहुत सारा निकला..और उसके इस तरह चिपकाने से कन्हैया के लंड ने भी अपना फव्वारा छोड़ दिया . चूत और लंड का मिलन अपने चरम पर पहुँच गया . दोनों एक दूसरे की बाँहों मे खोते हुए निढाल हो कर फर्श पर ही लेट गए . थोड़ी देर बाद कन्हैया उठा और अपनी नज़रे मिताली की आँखों मे गडाते हुए बोला , “मेम साहिब ये चुदाई मुझे जिंदगी भर याद रहेगी .”मिताली ने भी कहा ,”और नही चोदोगे मुझे .”

”नही मेम साहिब , अब दूकान पर जन होगा . नही तो सेठ को बोलना भारी पड़ेगा मुझे .”इच्छा नही होते हुए भी कन्हैया को विदा करने मिताली उठ खड़ी हुयी .उसकी चूत की हालत ख़राब हो गई थी..ऐसी चुदाई उसने सपने मे भी नही सोची थी..पुरा बदन टूट रहा था..लेकिन फ़िर भी अच्छा लग रहा था…कन्हैया खड़ा होकर अपने कपड़े पहने और मिताली को चूमता हुवा बाथरूम से बाहर निकल गया .दरवाजे पर आया मिताली उसके पीछे थी उसने देखा फिर बगैर कपड़ों मे खड़ी मिताली को अपनी बाँहों मे समेत -ते हुए उसके होंठों को चूमा , चुचियो को सहलाया , चूत को मसला .

मिताली भी उसकी बाँहों से अपने एक हाथ को फ्री कर पैंट के ऊपर से ही उसके लंड को मसलने लगी . लंड झट से खड़ा हो गया . खड़े हुए लंड ने मिताली के हाथों मे फुर्ती ला दी . और जोर से मसलने लगी और बोली , “देखो इसे . इसको अभी नही जाना है .”फिर नीचे बैठ कर उसके लंड को पैंट की चैन खोल कर बाहर निकाल ली और चूसाने लग गई . लंड मुह मे जाते ही उछल कूद मचने लग .

अपनी पैंट को नीचे खिसका कर मिताली को घोड़ी बना कर अपना लंड उसकी नाजुक चूत मे एक धक्के मे पेल दिया और क़रीब २० मिनिट ऐसे ही चोदा और फ़िर अपना पूरा माल उसकी चूत मे डाला..ये चुदाई बहुत ही घमासान थी..मिताली सिर्फ़ चीखती रही..आह्ह..मर..गयी.ई.ई..अआछ..चोदो..और कन्हैया ने हुमच हुमच कर चोदा जब मिताली झड़ी उसके १ मिनिट बाद ही कन्हैया ने अपना पानी भी उसकी चूत मे डाल दिया… मिताली की जान मे जान आई .

दोस्तो अभी तक आपने पढ़ा की कैसे नयना की कुंवारी चूत की चुदायी मोहित ने की और मिताली की गरम तड़पती चूत मे प्लंबर कन्हैया ने अपना लावा डाल के उसकी आग को ठंडा किया..लेकिन चूत मे अगर एक बार आग लग जाए तो उसे बुझाना मुश्किल है..वो बढाती ही जाती है…

अब आगे की कहानी..कहानी पढते हुए अगर लंड वाले लंड हाथ मे रखे और चूत वाली अगर चूत से चड्डी निकाल कर उसे ऊँगली से सहलाये तो कहानी खत्म होने तक जरुर पानी निकल जाएगा..और मुझे भी अपना अनुभव लिखे..ताकी आपके चूत का पानी मै चाट सकूंऐसे तो नयना की पिछली रात अपने जीजा जी के साथ और आज सुबह ही मिताली की प्लंबर के साथ चुदाई हो चुकी थी लेकिन चूत का मज़ा देखो अभी बात करते -करते दोनों की चूत मे फिर से खाज शुरू हो चुकी थी .

मिताली ने कन्हैया के लौडे का पूरा साइज़ अपनी बातों से नयना को बताया . सुनते ही नयना के मुह से सिस्कारियां निकालनी चालू हो गई . अपने हाथ से वोह मिताली के बूब्स को हलके हलके सहला रही थी . मिताली के दिल और दीमाग पर कन्हैया द्वारा की गई चुदाई छायी हुयी थी . उसे अपने बूब्स पर नयना का हाथ फेरना अच्छा लग रहा था .लेटे लेटे मिताली ने अपनी आँखों को बंद कर लिया और इस आनंद का ख़ूब मज़ा ले रही थी .नयना की चेष्टाये बढ़ने लगी . उसने मिताली की अस्त -व्यस्त हुयी नाईटी को निकाल फेंका .

अपनी जीभ को उसके मम्मो के पास लेजा कर उसे चाटने लगी . उसकी जीभ नीचे से ऊपर उसके संगमरमरी कबूतरों को हलके हलके चाट रही थी . भारी बूब्स को चाटने मे नयना को भी ख़ूब मज़ा आ रहा था . “उफ्फ्फ , चाट … रगड़ रगड़ कर चाट ,” ऐसा कह कर मिताली ने अपने हाथ बढ़ाकर उसकी जांघों पर फेरना चालू कर दिया . जांघों पर हाथ फेरते ही नयना को गुदगुदी का एह्साश हुआ .

उसके बदन मे करंट दौड़ाने लगा . अपनी दोनों जांघों को उसने फैला दिया अन्दर उसने पैंटी नही पहना था..असल मे दोपहर के ३ बजे नयना हॉस्पिटल से घर आ गई थी..और उसने आते ही मिताली की हालत देखी..उसे पहले लगा की शायद मोहित दोपहर मे घर आया होगा और उसने मिताली की कस के चुदाई की है..मिताली को चलने मे भी तकलीफ हो रही थी..कन्हैया के मोटे लंड ने उसकी हालत ख़राब कर दी थी…लेकिन बाद मे मिताली ने ख़ुद ही सब उसे बता दिया..

सुनकर ही नयना गरम हो गई थी और उसने अन्दर कुछ भी नही पहना था…जगह मिलते ही मिताली के हाथ नयना की जांघों के और अन्दर घुसने लगे . उसके हाथ किसी खास जगह को तलाश रहे थे . थोड़ा गीलापन उसके हाथ को मह्सूश हुआ . उसे अपनी मंज़िल मिल गई . अपनी अन्गूलियों से नयना की चूत को सहलाने लगी . चूत पर अन्गूलियों के छूते ही नयना की जीभ की स्पीड मिताली के बूब्स को चाटने के लिए और बढ़ गई .

नयना के दांतों की हलकी -हलकी चुभन भी मिताली को महसूस हो रही थी वैसे मिताली की चुंचिया एकदम लाल हो गई थी और निपल भी सुज़े हुए लग रहे थे..दर्द तो था..कन्हैया ने इन्हे बहुत मसला था..जैसे कपड़ा निचोडा हो..और निपल चूसने मे तो उसने कोई कसर नही छोड़ी थी.. लेकिन यह चुभन पीड़ा देने की बजाय ज्यादा आनंद दे रही थी . मिताली ने अपनी एक अंगुली नयना की रस से भीगी हुयी चूत के अन्दर पेल दी .

अपनी अंगुली को वोह लंड की जगह उपयोग मे ला रही थी .दोनों के मुह से सिस्कारियां निकल रही थी . अब दोनों एक दूसरे को अपनी बाँहों मे लेकर अपने गरम जिस्म को आपस मे रगड़ना शुरू कर दिया . दोनों के बदन की रगड़न से पूरे कमरे का माहौल नशीला हो गया कमरे मे आह्ह..ओह्ह..इश स्.स्.स्.स्.स्. हाय..की आवाज़ आ रही थी. ..

दोनों को अब एक -एक लंड की जरूरत महसूस हो रही थी लेकिन मजबूरी मे दोनों और क्या कर सकती थी .

मेरी दोनों गरम सालियों को लंड की जरुरत थी. ऐसे में अगर जीजा काम न आये तो किस काम का. दोनों के इस लेस्बियन रूप को सोचके ही दिमाग ख़राब हो रहा था. इन sali indian sex stories का आखिरी भाग जल्द ही..

मेरी दोनों गरम सालियों को लंड की जरुरत थी. ऐसे में अगर जीजा काम न आये तो किस काम का. दोनों के इस लेस्बियन रूप को सोचके ही दिमाग ख़राब हो रहा था. इस sali indian sex story का आखिरी भाग..

मिताली ने अपनी एक अंगुली नयना की रस से भीगी हुयी चूत के अन्दर पेल दी . अपनी अंगुली को वोह लंड की जगह उपयोग मे ला रही थी .दोनों के मुह से सिस्कारियां निकल रही थी . अब दोनों एक दूसरे को अपनी बाँहों मे लेकर अपने गरम जिस्म को आपस मे रगड़ना शुरू कर दिया . दोनों के बदन की रगड़न से पूरे कमरे का माहौल नशीला हो गया कमरे मे आह्ह..ओह्ह..इश स्.स्.स्.स्.स्. हाय..की आवाज़ आ रही थी. ..

दोनों को अब एक -एक लंड की जरूरत महसूस हो रही थी लेकिन मजबूरी मे दोनों और क्या कर सकती थी .

दोनों एक दूसरे से चिपट कर एक दूसरे के मम्मे को , चूत को सहला रही थी दबा रही थी… फिर थोड़ी ही देर मे दोनों हापने लगी और निढाल हो कर बिस्तर पर लेट गई .लेकिन ऐसे पड़े पड़े दोनों ही अपनी चूत की आग को और भड़कती हुयी देख सिस्कारियां ले ले कर अपनी ही उन्गलिओं से चूत को चोदना चालू कर दिया .

फिर आपस मे ही घूम कर एक दूसरे की चूत को चूसने लगी . जीभ लगते ही दोनों की सिस्कारियां और बढ़ गई . जहाँ मिताली सिस्कारी मरते हुए चीख रही थी , “अहह …उफ़ ….देख कैसी चूत ….मे आग लगी .साले प्लाम्बेर को फ़िर से बुला ले…नही तो जीजा जी को फ़ोन कर जल्दी आने के लिए…..हाय ….तू मेरी चूत को .देख क्या हालत की है……उफ्फ्फ …और चाट ….एस ….चाट -ती जा .”वही नयना कह रही थी..

जीजा जी जब चोदेगा तब मज़ा बहुत आएगा..बहुत प्यार से गरम करता है..तू..जीभ लगा..हाय..और..अन्दर…आह्ह..उफ़..ऐसे ही दोनों बड़बड़ा रही थी नयना सिस्कारी मरते हुए मादक आवाज मे चीख रही थी , “हाय ! काया चीज बनाईं है भगवान ने , चुसो चुसो , और जोर से चुसो मेरी चूत को . और अन्दर तक अपनी जीभ घुसेड दो . हाय ! मेरी चूत के दाने को भी चाटो . बहुत मज़ा आ रहा है .”

दोनों मदहोश हो कर एक दूसरे की प्यास मिटाने मे लगी हुयी थी . लेकिन प्यास जो थी वह बुझने की जगह और बढ़ गई . इसी समय मोहित , उनका चहेता चोदु जीजा जी , घर मे हॉस्पिटल से आया और घर मे किसी को ना पाकर चौंक गया . तभी एक बेडरूम से सिस्कारियों की आवाजे सुने दी . अन्दर गया तो रूम का सीन देख कर उसकी आँखों मे चमक आ गई . दोनों सालिया अपनी चूत की खाज मिटाने के लिए एक दूसरे के साथ गुथ्थाम -गुथ हो कर अपनी -अपनी चूत चट्वा रही थी .

यह देख कर उसका लंड एक दम से खड़ा हो गया . दोनों , मिताली और नयना बेखबर हो कर एक दूसरे की चूत चाटने मे लगी हुयी थी . मोहित ने अपने कपड़े उतर कर अपने लंड को तोला . मनो लंड को समझा रहा था की आज रात को एक नही बल्कि दो -दो चूतो को पानी पिलाना है और उनका पानी निकालना है..आगे बढ़कर उसने अपने लंड को नयना की चूत के पास लेजा कर खड़ा हो गया .

मिताली थोड़ा चौंकी . मन ही मन सोचा की यह लंड कहाँ से आ गया ..ये भी कन्हैया के लंड जैसा ही मूसल है..लेकिन थोड़ा गोरा है और सुपाडा और मोटा है.. चेहरा ऊपर उठाया तो अपने जीजा जी को खड़े पाया . उसकी तो मन की मुराद पुरी हो गई . उसने लपक कर लंड को अपने हाथो मे समेत लिया .

मनो कोई दूसरा आ कर नही ले जाए या कोई दूसरा कब्जा नही कर ले .लंड को हाथो से सहलाती हुयी अपनी जीभ नयना की चूत से हटा कर अब लंड को चाटने लगी .”क्या हुआ …चाटो न मेरी चूत को .” कोई जवाब न पाकर नयना ने अपना चेहरा ऊपर उठा कर देखा की मिताली तो जीजा जी के लंड को चाट रही है . नाराज़ होने की जगह उसके अन्दर भी अब चूत की खाज मिटने का औजार मिलाने की खुशी ही महसूस हो रही थी .

नयना के चेहरा को देख मोहित ने अपनी आँख मार कर उसके चुताद पर अपना हाथ रख दिया और लगा सहलाने .मिताली ने मोहित के लंड को पुरा मुह मे लेकर चूसने की पुरी कोशिश कर रही थी और उसे बुरी तरह चुम्हला रही थी और चूस चूस कर बेहाल कर दिया . मोहित अपने लंड को आगे -पीछे कर चुसवा रहा था मनो की यह मिताली का मुह नही बल्कि उसकी चूत है . मोहित के आनंद की कोई प्रीति नही रही .

अपने हाथो से नयना का चुताद कस कर पकडा और लंड चुसाई से वोह बेकाबू हो कर बड़्बड़ा रहा था , “”वाह , मज़ा आ रहा है . कितना अच्छा चूस लेती है तू .आह..मिताली ..तुझे चोदने के लिए तो मै एक साल से इंतज़ार कर रहा हु..असल मे कल मै तेरी चुदाई करना चाहता था..जीजू आज दिन मे तो आ सकते थे..

मै भी तो मौका ढूंढ़ रही थी.. अभी तो आ गया हूँ तू चूस मज़ा आ रहा है .. किसीने ऐसे चूसा नही मेरे लंड को पहले . मेरे लंड को जन्नत मिल गई , आज …ले …उफ़ …चूस मेरा और … चूस और . ले .. ले ….मेरे लंड को पुरा मुह मे ले कर चूस .”लेकिन जवाब दिया नयना ने दूसरे छोर से . वह मोहित के लंड की चूसी बड़े गौर से देख रही थी .

उसने कहा , “मैंने भी पहले ऐसा बेकाबू लंड नही देखा . पहली बार ऐसी चूसी देख रही हूँ पर मज़ा आ रहा है इस बड़े लंड को चूसते देखकर मुझे . कितना मोटा और बड़ा है ,.मेरे तो कल चूत का कचूमर निकाल दिया..अभी मुह मे पानी आ गया ..”तभी मोहित ने अपना लंड मिताली के मुह से निकाल कर नयना के मुह मे पेल दिया और कहा , “ले मेरी नयना रानी , तू क्यों बाकी रहती है . चूस के मुझे पागल कर दे .

हाय , वह जीभ से कर , मुह मे ले और अन्दर ले . पुरा खा इस बड़े लंड को .”नयना को अब लंड चूसने मे बड़ा मज़ा आ रहा था . अपने हाथ से लंड को हिला -हिला कर चूस रही थी . कभी अपनी जीभ बहार निकाल कर लंड के सुपाडे और लंड की गोटियों को चाट रही थी तो कभी लंड को मुह मे लेकर गपा -गप चूस रही थी .

मिताली मोहित के सामने आकर खड़ी हो गई . मोहित ने उसके कबूतरों को दबोच लिया . अपने हाथो से उन दोनों फड़ फडाते कबूतरों को मसलने लगा . मसलने के साथ ही मिताली के मुह से सिस्कारी निकाल गई आह्ह..जीजू.. क्या ..कर..रहे हो.. उनमे वैसे ही दर्द था..दोपहर मे कन्हैया ने उन्हें जबर्दस्त मसला था… मोहित ने अपना मुह बढ़ाकर उसके मम्मो को जीभ से चाटने लगा . वासना की आग मे जलते हुए उसके मम्मे भारी हो चुके थे .

उसके निपल्स कड़क होकर एकदम से तन गए थे . निपल्स पर मोहित जब अपना दंत गदाता तो मिताली की सिस्कारी और बढ़ जाती ..दर्द के बावजूद उसे मजा आ रहा था..अब नयना लंड को मुह से निकाल कर बेद पर चित हो कर लेट गई और मोहित के लंड को अपनी चूत पर रगड़ने लगी और कहने लगी… “जीजा जी , आओ . घुसाओ अपने लंड को अपनी प्यारी साली की चूत मे..आह्ह.. बड़ी बेचैनी हो रही है मेरी चूत मे .””ले मेरी रानी .

संभल अपनी चूत को .” इतना बोलकर अपने लंड का एक धक्का मोहित ने दिया तो सर्र.र.र.र..र. से नयना की चूत मे लंड का सुपाडा घुस गया वो चिल्ला उठी.ऊईई..माँ..लेकिन साथ ही नीचे से कमर उछाला और अब गप्प प.प. से पूरा लंड अन्दर…और उसकी खुशी की चीख..आह्ह जीं .ज्जू. . नयना खुसी से पागल हो गई . मोहित ने लगातार अपने धक्के देने चालू रखे . चूत भी धक्के खाकर लगातार पनि छोड़ रही थी . तभी मिताली उठाकर नयना के मुह पर बैठ गई . पोजीशन यह थी की नयना का मुह मिताली की चूत पर और मिताली के मम्मे मोहित के मुह मे और मोहित का लंड नयना की चूत मे .

बड़ा ही कामुक सीन था यह . तीनो बड़े मजे से चूसी और चुदाई मे लगे हुए थे . तभी मिताली ने अपने हाथ बढ़ाकर मोहित का लंड अपने हाथ मे जकड लिया . मोहित जब भी धक्का मर रहा था तो नयना की चूत का दाना भी मिताली के हाथ से रगड़ खा रहा था . इसके कारण नयना का चुदाई का मज़ा डबल हो गया .नयना मोहित को उसका रही थी , “छोड़ो मेरे राजा , ख़ूब जोर -जोर से धक्के लगाओ ..अब कोई डर नही है…

मेरी चूत की खाज मिटाओ … उफ्फ्फ …. मेरे चोदु राजा ….. चोदो मुझे …. जोर से चोदो …. तुम्हारे लंड से मुझे रात भर चोदो ….. आह्ह ह . … ख़ूब चुदाई करो मेरी ….. ओह्ह ह ह …. मेरे लंड …. मेरी चूत के दीवाने ….. मेरे रस को पीने वाले ….. मेरे जीजा जी ….. चोदो मुझे ….. धक्के ….. अहह ह ह … उछल -उछल कर ….

मारो धक्के मुझे …. चोदो उफ़..मर..गयी..उई..ई.ई.ई.ई.आह…… खाज मिटाओ मेरी चूत की तुमने कल से मुझे चुदवाने की आदत लगा दी है जिज्जू.अब मै यही रहूंगी और तुमसे चुदवाउंगी ….. मारो धक्के मारो …”मोहित भी उसी हिसाब से जवाब दे रहा था , “ले मेरी रानी ….खा मेरे …. लंड को .तेरी जीजी की मैंने सील तोडी और तेरी भी..मिताली पिचले साल यहाँ से बच कर गई..लेकिन उसने शायद सील तुड़वा ली है..लेकिन तुझे मै चोदुंगा रानी तेरी जीजी के साथ तीनो को चोदुँगा .. ले … और ले … मेरे लंड ….. तुम्हारी चूत आज कितनी ज्यादा जुसी हो गई है …. ले मेरी … चुद्क्कड़ साली …. ले और ले …. खा मेरे लंड के धक्के …. हाई …. चुदा अपनी चूत को … ले खा … और खा …

मेरे लंड के धक्के .”मिताली उस चुदाई को बड़ी बेसब्री से देख रही थी . उसकी चूत बुरी तरह से पानी छोड़ रही थी . वोह भी नयना से चुसवाते चुसवाते बोलने लगी , “चूस मेरी चूत को …. साली .. चुद्वा चुद्वा कर अपनी चूत की …खाज तो मिटाली .मै कल से इस लंड के लिए बेचैन हु.अभी जल्दी खत्म कर मुझे भी चुद्वाना है..जीजा जी ..तुम्हारी मिताली की चूत मे तुम्हारा लंड बिल्कुल टाईट जायेगा .नयना साली तू मजा लेगी .. लेकिन मेरी …

चूत … को चूसेगी कौन … चूस मेरी चूत को … लो जीजा जी … साली का और जोर से धक्के मारो … फाड़ दो इसकी चूत …. को … पेलो .. पेलो … और जोर से पेलो ..अपने मोटे को …. उफ्फ्फ्फ़ … मेरे बूब्स … देखो …. दांत न गडाओ …आह..काटो मत प्लीज़….. हाँ … ऐसे … जीभ से चाटो मेरे चुन्चियो को …. मेरे … निपल्स को …. चाटो …”पानी …चोद साले … चोद साले …. चोद मुझे …. चोदते जाओ … चोदो … चोदो मुझे … यह लो मैं झड़ गई …. येस …. येस … झड़ गई मै .

“मोहित ने आखरी धक्का लगाया और अपने मूसल लंड को नयना की चूत से निकाल कर मिताली को घोड़ी बनाकर उस पर सवार हो गया . एक झटके मे ही उसकी चूत मे अपना लंड पेल दिया मिताली की चूत अभी तक फूली हुयी थी..कन्हैया की चुदाई से अभी भी दर्द था..और फ़िर मोहित का झटका..उसकी चेख निकाल गई..ऊह्ह..माँ..मर गई.ई.ई.ई.ई. मेरी चूत गई.ई.ई. काम से…

मोहित का लंड अब और सख्त हो चुका था नयना की चुदाई करते हुए.. नयना को चोदते चोदते उसका लंड थका नही था बल्कि उसकी चोदने की भूख बढ़ गई थी . नयना साइड मे लेट कर अपनी उखड़ती साँसों को बराबर करने मे और मिताली और मोहित की चुदाई देखने मे लग गई .”आः … हान् … और जोर्सय चोदो …. इसी तरह से … चोड़य … रहो … हाय ई दैय्या ……. बहुत गज़ब के चोदते हो … जीजा जी ….मै पिचले साल तुमसे सील तुड़वा लेती तो मज़ा आता..मेरे चाचा के लड़के ने सील तोडी..तुमने मुझे इतना चुदासी बना दिया था..मेरे सामने ही जीजी को चोदते थे..क्यों नही मुझे भी चोदा तभी..? आह्ह.. चोदो और जोरसे …. हाय रे दैया !”

मिताली के मुह से सिस्कारी निकलने के साथ बेडरूम मे केवल चुदाई चुदाई हो रही थी . मोहित भी अपने लंड से मिताली की चूत की चुदाई फुल स्पीड से चालू रखी .मिताली का मज़ा बढ़ता ही जा रहा था , “इसको देखो … कितना ज़ालिम लौडा है तुम्हारा जीजा जी ! हाय ई ई … कैसा अकड़ कर खड़ा है …. बड़ा मजा आ रहा है मुझे तुमसे चुदवाने में डीअर … …. ओ ऊह ह हह ह तुम बहुत अच्छा चोदते हो ….. आ अहह …..

ऊ उह्ह ….. ऊफ्फ्फ …. यूंही … हाँ यूंही चोदो मुझे … बस चोदते जाओ मुझे … अ अब कुछ और नहीं चाहिए मुझे …. आज जी भर के चोदो मुझे … … हाँ राजा जम कर चोदाई करो मेरी … तुम बहुत अच्छे हो … बस यूंही चोदाई करो मेरी … ओ ओ ओ ओह्ह ह ह ह ह ह ….. खूब चोदो मुझे …”

मोहित भी उसका जवाब देते हुए बोला , “ले साली , खा मेरे लंड को … देख कैसे साली … चुदवा रही है तेरी जीजी को चोदते हुए भी मै तुझे याद करता था..लेकिन तू ने कभी कहा नही की जीजा जी मेरी चूत मारो….. ले संभाल अपनी चूत को … उफ्फ्फ .. संभाल … कितनी नरम और कोमल है तुम दोनों की चूतें … साल्ली … चुदा … और … चुदा … ऐसा लंड और चूत का संगम तुझे और कहीँ नही मिलेगा … ले चुदवा … साली … तुम दोनों को आज रात भर चोदुँगा … ले खा मेरे लंड को …. ख़ूब चुद्वाओ ….उफ्फ्फ “”चोद डालो मुझे !

मेरे लंड राजा ….मुझे लूट लो ….. ये बदन तुम्हारा है . अहह ! चढ़ जाओ मुझ पर मेरे जिस्म के मालिक , मेरी चूत छिन्न भिन्न कर दो . मेरी चूत चिर डालो . मेरे चूत के सरताज … अपने मूसल , मोटे , लंबे और …. गधे जैसे लंड से ! मेरी चूत …. के अन्दर तक पेलो !…. मै और मेरी चूत केवल और केवल तुम्हारी है . आओ , मेरे राजा ….. प्लीज़ मेरी चूत को जोर जोर से …. रगड़ रगड़ कर …. पुरी तरह से पेलो अपने मूसल से !” साथ ही उसका भी पानी निकलना शुरू हो गया . लेकिन मोहित का लंड अभी भी झडा नही था .रात भर दोनों को थोड़ी थोड़ी देर से चोद्ता रहा . जब भी उसका लंड झड़ने के क़रीब होता तो चुदाई रोक देता .

उसे आज रात भर दोनों को चोदना जो था . सुबह जैसे ही हुयी मोहित ने दोनों सालियों को पलंग के नीचे बैठाकर अपने लंड को हाथ से उनके ऊपर आगे पीछे करने लगा .”ओह्ह्ह …. उ उ उह्ह ह्ह्ह …. अब मेरा लंड झादेगा …. लो संभालो मेरी धार को … मेरा अमृत निकाल रहा है ,” कहता हुआ अपने लंड को दोनों के मुह पर बारी बारी से ले गया और अपनी वीर्य की धार फौवारे जैसी और तेज़ पिचकारी जैसी छोड़ दी .

रात भर का रुका हुवा माल जोर की पिचकारी बन कर छूता . दोनों सालिया हैरानी के साथ इतना ज्यादा मख्खन एक साथ निकलते हुए देख रही थी . मोहित ने झड़ने के बाद अपना लंड बारी -बारी से दोनों के मुह मे ठेल दिया . उसको पिचकारी मरने के बाद इस चुसाई मे बड़ा ही मज़ा आया .थोड़ी देर बिस्तर पर लेटने के बाद दोनों सालिया नयना और मिताली एक पार्टी की फरमाइश कर बैठी . शाम की पार्टी फिक्स हुयी .

जगह के बारे मे बोला की मेरे दोस्त भी उस पार्टी मे आएंगे तो जगह दोपहर मे फ़ाइनल करके बता दूँगा लेकिन पार्टी के बाद फ़िर से चुदाई होगी ये भी कह दिया..भले ही वो होटल के रूम मे हो..दोनों तैयार हो गई… फिर नहा कर ऑफिस मे निकाल गया . नयना और मिताली रात भर की चुदाई के बाद थक चुकी थी . दोनों बिस्तर पर एक दूसरे के गले लिपट कर नंगी ही सो गई दो घंटे बाद उठकर दोनों ने एक दुसरे की चूत को गरम पानी से सेंका फ़िर हॉस्पिटल गई..उन्हें रात को फ़िर चुदवाना था..

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