टीवी रिपेयरिंग करने आया था चोद के चला गया

सुभह नास्ता करते समय पति ने मुझे कपडे पहनते हुए बुलाया. शीतल यहाँ आना जरा.

पति ने बताया के आज टीवी रिपेरिंग के लिए कंपनी से एक आदमी आएगा. ११ बजे का वक्त बताया है.

मेने ठीक है कहा और अपने घरके काम में लग गयी.

पति के जाने के बाद मेने सोचा थोड़ा सो लेती हु. काम सारा हो चूका है. में सोइ हुई थी. करीब ११.१५ को दरवाजे के घंटी बजी. में कमरे से बहार आई और दरवाजा खोला. देखा तो एक गोरा सा लड़का हात में बैग पकडे खड़ा था. मेने पूछा कोण हो आप.

तो उसने बताया टीवी रिपेरिंग के लिए आया है. तभी मुझे याद आया की मेरे पति ने इसके बारेमे सुभे बताया था. मेने तुरंत उसे अंदर बुलाया और टीवी की और इशारा करते हुए दरवाजा अंदर से बंद कर दिया.

उसने अपना नाम अमित बताया. अमित टीवी के पास चला गया और उसमे क्या खराबी है वो देखने लगा.

तब तक में अंदर से अमित के लिए पानी लेकर आयी. पानी का गिलास अमित के हाथो में थमाकर पास पड़ी किताबे उठाकर रखने लगी. में आदि नींद से उठ आई थी इसलिए अभी भी पूरी होश में नहीं थी. किताबको समेटे हुए मेरा पल्लू कब निचे गिरा पता ही नहीं चला. मेरे स्तन के बिच की दरार दिखने लगी. झुक झुक के जब किताबे ईखठा कर रही थी, तब अमित मेरे मम्मो को ही देख रहा था.

अचानक मेरी नजर अमित के हातो की तरफ गयी. वो अपने हातोंसे अपना लंड खुजारहा था. तभी मेरा ध्यान मेरे पल्लू पर पड़ा. मेरा पल्लू काफी देर निचे पड़े होनेकी वजसे अमित को मेरे मम्मे देखने मिल गए. मेने तुरंत अपना पल्लू संभाला और उठकर अंदर चली गई.

कुछ देर बाद आई तो अमित ने टीवी को पूरा खोल दिया था. में कुछ देर पास कड़ी देखती रही वो क्या कर रहा है. में अमित को काम करते हुए देखने लगी. उसने शर्ट और पैंट पहनी थी. अमित के शरीर पर ऊपर से निचे नजर घूमते हुए उसकी मर्दानगी को बाफने लगी. देखते ही देखते मेरी चुत अमित को देख खुजलाने लगी. मेरा मन अमित के पास जानेकेलिए मचलने लगा.

मेने अमित को मजाक करते हुए कहा, की अपने तो पूरी टीवी खोल दी. आप खोलने में माहिर हो. उसे मेरी बातो का मतलब तुरंत समाज आगया. अमित भी हस्ते हुए बोला. हा भाभी, काफी सालो से खोल रहा हु. तो अभी खोलने में माहिर हो चूका हु.

में उसकी बाते सुन हस पड़ी.

मेने कहा फिर क्या तख़लीफ़ है इस टीवी में पता चला.

तो अमित ने जवाब दिया. हा भाभी, इसके निचे का जो भाग है, उसे थोड़ा सा हातोंसे सहलाना पड़ेगा. खोलकर हातोंसे सहलाने के बाद ये चालू हो जाएगी और फिर धीरे धीरे गरम होकर जो ये चलने पड़ेगी, तब मजा आएगा.

उसकी बातोंका सब मतलब में समज रही थी. उसकी बाते सुन मेरी चुत जाग गयी.

अमित टीवी को बनाने में लगा था. में जानबूझकर उसके पास ही दूसरे काम करने लगी. ताकि वो मेरे शरीर को टटोल सखे. मेरे कोमल बदन को देख उसका भी जी मचलने लगे.

में झुक झुक कर अपने मम्मे अमित को दिखने लगी. अपनी गांड को अमित की तरफ कर झुक उसे अपनी गांड का बड़ा आकर भी दिखने लगी. मेरा शरीर गरम हो चूका था. अब सिर्फ इस गरम शरीर पे कोई अपना हथोड़ा मरने वाला चाहिए था.

वहा अमित की और मेने नजर छुपाते हुए देखा तो वो भी अपना काम छोड़ मेरे ही शरीर पे टकटकी लगाके देख रहा था. उसे अपने लंड को मसलते हुए देख लग रहा था की उसका लंड भी तन गया है. उसकी पैंट भी तनी हुयी दिख रही थी.

मेने सोचा यही मौका है. में काम करते करते अमित के करीब आई. और उससे बात करते समय धीरेसे अपना पल्लू निचे खींच लिया. अमित की नजर मेरे मम्मो पर टिक गयी.

दोनों की आँखे मिली और एक क्षण सन्नाटा छा गया. अचानक अमित भूके भेड़िये की तरफ अपना मुँह मेरे मम्मो पे रखा और मेरे मम्मो चाटने लगा. अहहह हहहह अहहहहहहह.. दोनों हातोंसे मम्मे दबा दबाकर वो मम्मो की बिच की दरार चाट रहा था. अपनी जीभ अंदर तक डाल जिसने लगा. मेने अमित के सर को कसकर पकड़लिया और अपने मम्मो पर उसे दबाने लगे.

मेरे शरीर की गर्मी बढ़ने लगी. मम्मो को और देर तक अंदर रखना मुश्किल हो रहा था. मेने तुरंत अपना ब्लाउज़ खोला और ब्रा को भी खोल दिया. जैसे ही अमित ने देखा ब्लाउज़ और ब्रा ढीला हो गया है. उसने तुरंत ब्लाउज़ और ब्रा को खींच निकाला. मेरे मम्मे उछाल कर बहार आ गए.

अमित ने जरा भी देर नहीं की और मेरी चूचियों को मुँह में ले चूसने लगा. जोर जोर से मम्मो को दबाने लगा. अहह अहा हां हहहह हहहह हां.. अमित के जोर से दबाने से मेरे शरीर की गर्मी और बढ़ गयी. में मुँह से सुंस्कारे छोड़ने लगी. ाहः िआईऐ अहहह अहा हां अहा हहह…..

अमित दबाता रहा और चूचियों को चूसता रहा. उसने दोनों मम्मे एक एक कर चुसलिये. उसी दौरान मेने उसका शर्ट निकाल दिया. उसकी नंगी पीठ पर हात घुमाकर आनंद लेने लगी. काफी देर बाद अमित ने मेरे मम्मो को मुँह से निकाला.

फिर मेने उसका हात पकड़ा और अपने कमरेमे ले गयी. अंदर जाते ही दरवाजा बंद किआ और अमित को लिपट गयी. अमित ने मुझे बाहोंमे भर लिया और मेरे होठोंको चूमने लगा. उसके दोनों हात मेरी पीठ से होकर गांड पर पोहचे और वो दोनों हतोसे मेरी मखमली गांड को दबाने लगा. देखते ही देखते अमित ने मेरी साड़ी पूरी खोल दी

अब में सिर्फ निक्कर पे उसके सामने खड़ी थी. अमित मुझे देखते हुए अपनी पैंट खोलने लगा. उसने अपनी पैंट उतर दी और अंदर की निक्कर भी खींच के निचे ले ली. मेरे सामने नंगा होकर अपना तानहुए लैंड हात में लेकर मेरी तरफ देखने लगा.

मेरी नजर जब उसके तने हुए लंड पर पड़ी तो देखा उसका लंड काफी बड़ा था. लंड के नोक पे गुलाबी रंग का फूल दिखाई दे रहा था. मुजसे रहा नहीं गया और में तुरंत निचे बैठ अमित का लंड मुँह में ले चूसने लगी. अहह हां ाःहाहा..अहहहहहह. लंड चूसने में बहोत मजा आ रहा था. अमित का लंड पूरा मेरे मुँह में था. और अमित जोर जोर से चिल्ला रहा था. अहाहा हहहह अहहह ः.. चूस अहहह हहहहह… मजा आ रहा है. अहहह अहहह अहहहहहहहहह

मेने पूरा लंड चूस चूस के गिला कर दिया. काफी देर बाद लंड को छोड़ जैसे खड़ी हुई. अमित ने तुरंत मुझे पलंग पे लिटा दिया और वो मेरे ऊपर लेट गया. मेरे होठो को चूमते हुए निचे जाने लगा. और आखिर मेरी चुत पे पोहचा और चुत को मसलते हुए जीभ से चाटने लगा. अहहहहहह हहहहहहहहह.. चुत का दाना जीभ से रगड़ने लगा. अहहह हहहहहह हहहहहहह… बहोत मजा आ रहा था. अहह हहहहहह हाहाहाहा.. चुत में ऊँगली दाल रगड़ने लगा. काफी देर चुत के साथ खेल अमित मेरे दोनों पैरो में बैठा.

उसने अपना लंड आगे किया और धीरेसे मेरी चुत में घुसेड़ दिया. ाहाःहाहाःहाहा.. उसका लकड़े जैसा लंड चुत में अंदर तक चला गया. फिर उसने धीरे धीरे आगे पीछे कमर कर मुझे चोदना सुरु किया. अहहह हां अहहहह हहहहह अह्ह्ह्ह… लंड और चुत के मिलान से चुत पूरी गीली हो चुकी थी. अमित ने जोर जोर से मुझे चोदना सुरु किया.
अहह यह अहह हाहाहा हहहहह हाहाहा हहहहहह….

काफी देर चोदने के बाद उसने मुझे पालक कर सुलाया. मेरी गांड सामने आते ही गांड में मुँह घुसाकर चाटने लगा. गांड को दोनों हातोंसे मसलने लगा. अहहह हां अहहहहहहहहहह… मेरी गांड का पूरा मजा लेने लगा.

गांड को ऊपर से निचे चाटकर उसने लंड को गांड में घिसना सुरु किया. गांड की दरार में लंड घिस वो मजे लेने लगा. गांड का पूरा आनंद लेकर जब पीछे हटा, उसने मुझे फिर घोड़ी बना दिया. घोड़ी बनाकर पिछेसे चुत में लंड घुसेड़ा और कमर को कसकर पकड़ के चोदना सुरु किया. अहहहह अह्हह्हह्ह अहहहहहहह हाहाहाहाहा.. अमित का लंड लोहे की तरह तन गया था. जोर जोर से चुत में लंड दाल मुझे चोदने लगा. अहहहह अहह हां अहह हहह ः

अहहह हाहाहा…जोर जोर से चोदने के वजसे में कुछ ही देर में झड़ गयी. लेकिन अमित अभी तक चोद रहा था. काफी देर बाद जब उसका पानी निकलने वाला था. उसने तुरंत लंड चुत से बाहर खींचा और मुझे सीधा बिठा के मेरे मुँह में लंड दे दिया.

लंड जैसे मेरे मुँह में आया. पानी की बौछार होने लगी. गाढ़ा गरम पानी मुँह में झड़ने लगा. इतना पानी निकला की मेरे मुँह से बाहर गिरने लगा. कुछ मेरे स्तन पर गिर पड़ा तो कुछ में गटक गई.

फिर जाकर अमित शांत हुआ. कुछ देर हम दोनों ऐसे ही पलंग पर पड़े रहे. फिर कुछ देर बाद वो उठा और कपडे पहन बोलै में टीवी कंपनी में ले जाकर बनाकर ले अयुंगा…

वो चला गया. में भी अपने काम में लग गयी. इस बारेमे मेने अपने पति को कुछ नहीं बताया. उस दिन अमित से चुदवाने में बहोत मजा आया.

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