आज सुभह जल्दी उठ गई थी. सोचा काम करके दुपहर को थोड़ा आराम कर लुंगी. काम करनेही लगी थी तभी कमरेसे पति ने आवाज दिया. सुहाना मेरा टॉवल लेकर आना. इन्हे तो अपने भी काम ठीक से करने नहीं आते. हर छोटी छोटी बातो के लिए बीवी लगती है.
मेने जाकर टॉवल दिया और वो नहाने चले गए. मेने नास्ता बनाना सुरु किया. थोड़ी देर बाद पति किचेन में आये. मेने उनकी तरफ देखा तो उन्होंने बदन पर सिर्फ टॉवल लिपटा हुआ था. मेने कहा कपडे तो पहन लो.
तो बोले हां पहन लेता हु इतनी भी क्या जल्दी है. ऐसे कहते हुए मेरे पीछे आकर खड़े हुए और सीधा हात मेरी गांड पर रख दिया. गांड को दबाने लगे और बोले आज क्या बना रही हो. मुझे एहसास हुआ की ये तो आज मूड में है. मेने धीरेसे कहा तुम्हारी पसंदीदा सब्जी, भिंडी बना रही हु.
यहाँ में रोटियों के लिए आटा गुन्दने लगी, पीछे मेरे पति ने मुझे कसकर पकड़लिया और मेरी गर्दन पर चूमने लगे. अहह सीश्ष हहहह.. आह्हः.. चूमते चुनते उनके दोनों हात आगे ले आये और मेरे बड़े बड़े स्तन को दबाने लगे. अहह अहाहा हां अह्हह्ह अहहशश श्श्श…
जैसे ही उन्होंने मेरे स्तन को दबाना सुरु किया, मेरे शरीर की गर्माहट बढ़ने लगी. दोनों हातोंसे स्तन को दबाते हुए वो पिछसे मेरी गांड पे अपना लंड घिसने लगे. मेने मैक्सी पहनी थी. धीरेसे मैक्सी को उठाकर अपना टॉवल निचे गिरा दिया और लंड को मेरी गांड के बिच डाल कसकर पिछेसे पकड़ रखा था.
अहहह अहहहहह अहहहह ः… इसके आगे में कुछ करती. उन्होंने मुझे सीधा अपनी तरफ किया और मुझे होठोंपे चूमने लगे. उमम अम्म्मा अहहहम अहाहा ह्म्म्म मममम.. मेरे मम्मो को दबा दबाकर चुम रहे थे. चूमते चूमते उन्होंने मेरी मैक्सी निकाल दी. मेने ब्रा नहीं पहनी थी, जैसे मेरी चूचिया उन्हको दिखी उन्होंने सीधा मुँह में लेकर चूसना सुरु किया. अहहह.. स्तन को दबा दबाकर मेरी चूचिया चूस रहे थे. अहह अहह हाहाहा हहह.. सषहस हश्श..श्शश.
फिर मुझे उन्होंने निचे बिठाया और अपना लंड मुँह में दे दिया. मेने लंड को अपने हात में पकड़ लिया. मेरे हातोंमे लगा हुआ आटा उनके लंड पे लगा. मेने ऐसे ही लंड को सीधा मुँह में ले लिया और चूसने लगी. अहहह.. लंड काफी बड़ा था. मुँह में लेकर मेने चूसना सुरु किया. अहह अम्माोामम अममम अम्माम्मा अम्म्मा अहःअहम्म्म्म ….. काफी देर लंड चूसने के बाद, उन्होंने मुझे खड़ा किया. मुझे झुका दिया और पिछेसे अपने लंड को चूत में डाल चोदने लगे. अहहह हहहह अहहहह.. स्श्श शशःशशश ष्ष्श… बहोत ही जोर जोर से चोद रहे थे. अहह ाहः हहह हां अहहहह अह्ह्ह्ह अहह.. ष्ष्स ष्ष्श शशशशश….अहहह अहहहह
काफी देर उन्होंने मेरी चूत को रगड़ा और फिर उनका पानी निकलने लगा तो पूरी गांड पे पानी उड़ाकर वो शांत हुए. फिर वो कमरे में चले गए और मेने भी मैक्सी पहन ली और काम में लग गयी.
करीब १० बजे पति घर से नीकल गए. अब वो तो निकाल चुके थे. लेकिन अभी भी मेरी चूत तड़प रही थी. मेरे शरीर की गर्माहट को पति ने पूरा ठंडा नहीं किया था.
मेने कुछ देर तो टीवी देखते हुए बिता दिया. लेकिन अब मुजसे रहा नहीं जा रहा था. चूत काफी परेशान कर रही थी. उसे किसी लंड की जरुरत थी जो आकर चोदे. तभी खिड़की से बहार देखते हुए मुझे निचे वॉचमैन नजर आया. मेरी वॉचमैन से आते जाते हुए बातचीत होती रहती थी. वॉचमैन एक २५ से ३० की उम्र का लड़का था. वो उत्तर प्रदेश से था.
मेने सोचा वैसे भी घरपे कोई नहीं है. इसका फायदा में ले लेती हु. मेने वॉचमन को फोन करके ऊपर बुलाया. वो तुरंत आ गया. मेने उसे कहा थोड़ी मदत चाहिए. अंदर एक डिब्बा ऊपर रखा है उसे निचे उतरना है.
मेने जानबूझकर पतले कपडे की मैक्सी पहनी थी. और उसे ऊपर उठाकर कमर पर बांध रखा था जिससे वॉचमैन को मेरी गोरी गोरी जांघ दिखे. अंदर की ब्रा और निक्कर भी निकाल दी थी. जिस वजसे मेरे निप्पल दिखे.
हम दोनों अंदर के कमरे में आये. वॉचमैन को ऊपर का डिब्बा मेने दिखाया. उसने तुरंत सामने रखा टेबल लिया और वो ऊपर चढ़ गया. वो जब टेबल पर खड़ा था. मेने जानबूझकर उसकी जांघ पे हात लगाया और उसे पकड़ने का नाटक किया. मेरा कोमल हात उसकी जांघ पर घुमा रही थी.
वॉचमैन को भी वो अच्छा लगने लगा. इसलिए उसने जानबूझकर डिब्बा निचे लेने में और वक्त लगाया. फिर उसने मुझे डिब्बा निचे दिया. और वो उतर गया. जैसे वो उतरा, में मुड़कर दीबे को निचे रखने लगी और मेरी गांड को दिखाने लगी. मेने सोचा मेरी बड़ी गांड देख शायद वॉचमन उत्तेजित हो जाये.
में जानबूझकर ऐसे ही झुककर खड़ी थी. तभी अचानक मेरी गांड पे वॉचमैन ने अपना हात रखा. और कहने लगा, भाभीजी सबकुछ ठीक है ना. यही डिब्बा था ना. और ऐसे कहते हुए वो मेरी गांड को दबाने लगा. मेने उसे रोका नहीं और ऐसे ही खड़ी रही.
फिर वॉचमैन ने मुझे पिछेसे पकड़ लिया. में चौक गई और खड़ी हुई. तो उसने मुझे पिछेसे जकड कर कहा. भाभी जी क्या हुआ. मेंने कहा,.. तुम क्या कर रहे हो. वो बोला कुछ नहीं भाभी… जी.. आप बहोत ही खूबसूरत हो.
में कुछ आगे कहती, वॉचमन ने सीधा मेरे मम्मो को पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने लगा. अहहह हहह हहह. ष्ष्स ष्शशः हश्श….ष्ष्स… उसने जोर जोर से स्तन को दबाकर मुझे अपनी और खींचा और मेरे होठोंपे चूमने लगा. अहह यह ष्ष्स षष्ष… इतने जोर से दबा रहा था की में चीखने लगी. अहहहहहहहह अहहह. अहहहह ाहः.. ष्ष्स ष्शशश. अहहह.
होठोंको चूमते हुए मेरी मैक्सी को ऊपर उठाकर निकाल दिया. मेने अंदर कुछ भी नहीं पहना था. एक ही झटके में पूरी नंगी हो गयी. जैसे मेरे मम्मे बाहर निकले, वॉचमन ने मेरी चूचियों को चूसना सुरु किया. अहह अहह हां अहहहहह अहाहा. जोर जोर से मम्मो को दबाकर चूस रहा था. कसकर मुझे गलेसे लगाकर मेरी गांड दबाने लगा. अहह अह्हह्ह्ह्ह अहःअहः हहहह ….
फिर उसने अपने कपडे उतार दिए और मुझे वही जमीन पर लिटा दिया. जमीन पर लिटा के सीधा मेरी चूत को चाटने लगा. अहहह.. जीभ को चूत में डाल वॉचमन चाट रहा था. मेरे चूत के दाने को चाटने लगा..
अहाहा हहह हहहह.
अहाहा,मआउआमाममा ममममम
मममममममम
काफी देर चूत को चाटने के बाद, उसने मुझे उठाकर बिठाया और अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया. मेने तुरंत उसका लंड लिया मुँह में और चूसने लगी. अम्म्मा ामममम ोामम्मा अहहहमाम्मा मम्मा… काफी बड़ा था वॉचमन का लंड. अहहह ः हहहहहा अहहहहह अहहहहहह.. बहोत ही मजा आ रहा था. अहाहा ः
चूस चूस के लंड को गिला किया. फिर मुझे लिटा कर वॉचमन ने मुझे चोदना सुरु किया. अहह ाहः हाहाहा हहह अहहहहहहह.. मेरे ऊपर सो कर लंड निचेसे चूत के अंदर तक डाल रहा था. अहहह हाहाहा ाःहाहा… काफी जोश में चोद रहा था. अहहह हाहाहाहा हहह अहःअहः ः….
काफी देर चोदने के बाद जब पानी निकलने वाला था. तो उसने मुजसे पूछा कहा डालू पानी. मेने तुरंत कहा बाहर डालो. तो उसने लंड को बाहर खींचा और हिलाते हुए मेरे पुरे शरीर पर लंड का पानी उड़ा दिया.
अहहह हहह.ा.हहहहह.. पुरे शरीर पर वॉचमन का सफ़ेद रंग का पानी फैला हुआ था. फिर उसने उठकर अपने कपडे पहन लिए. मेने भी मैक्सी पहनली और वो चला गया.
उस दिन जो वॉचमन के साथ मजा मिला वो पति के साथ भी नहीं मिला था. एक ही दिन में दो लंड के साथ चुदवानेमें बड़ा मजा आया.