मेरा नाम अखिलेश है. में एक कंपनी का मालिक हु. वैसे कंपनी कोई बड़ी नहीं लेकिन मुझे एक सेक्रेटरी की जरुरत थी जो खूबसूरत हो और जिसे देख ऑफिस में मन भी लगा रहे. इसलिए मेने एक सेक्रेटरी को जॉब पे रखा. उसका नाम नीलिमा है.
नीलिमा बहोत ही छोटे कपडे पहनती थी. पहले दिनसे मेने उसे काफी छोटे छोटे कपड़ो में ऑफिस में देखा. उसे पता था थी की अपने बॉस को कैसे खुश रखना चाहिए. वो जब भी मेरे केबिन में आती थी जानबूझकर मेरे पास कड़ी होकर मुजसे बाते करती थी.
उसकी गोरी टंगे बिलकुल मेरे मुँह के सामने आ जाती थी. कभी कभी ऐसे लगता था की उसके स्कर्ट के निचेसे हात डालके उसकी चुत को रगड़ दू. अपना मुँह निचेसे घुसके उसकी चुत को चाटना सुरु करू. उसके मम्मे भी इतने बड़े और गोल थे की मेरा हात थरथराने लगता था. ऐसी लगता था की सीधा हात मम्मे पे रख दबाना सुरु करू.
कुछ दिन तो मेने अपनी भावनाओंको संभाल के रखा. लेकिन एक दिन मेने नीलिमा को एक ऑफिस के काम के बारेमे बात करनेके लिए केबिन में बुलाया. वो मेरे सामने खुर्सी पे बैठी थी. हमने काम की बाते ख़तम ही की थी के उसने तुरंत अपनी सैलरी बढ़ानेकी बात छेड़ी.
निलिमाने कहा की उसके घरके खर्चे बढ़ गए है और अभी के सैलरी में गुजरा नहीं होता. तो उसे सैलरी बढ़ाके चाहिए थी.
मेने कुछ देर सोचा और उसे कहा की अभी बहोत देर हो गयी है. शाम के ७.३० बज गए है. ऑफिस में भी कोई नहीं है तो तुम अभी घर चली जाओ. हम कल सुभह बात करते है.
मेरी बात सुनतेही, निलिमाने अपने पैर थोड़े फैलाये और मेरी तरफ देखते हुए बोली सर में आप जो काम बोलोगे में करुँगी. आप जैसे बोलूंगी में करुँगी. लेकिन मेरी सैलरी बढ़ाने के बारेमे सोच लेना. ऐसे कहते हुए उसने अपने पैर और फैलाये. जब वो दोनों टांगो को फैलाके मुजसे बात करने लगी मेरी नजर उसके स्कर्ट पर पड़ी. मुझे उसकी गुलाबी रंग की निक्कर दिखने लगी.
मेरा ध्यान बार बार उसी पे जा रहा था. कुछ समज नहीं आ रहा था. अचानक निलिमाने अपना हात मेरे हातोपे रख दिया. उसके कोमल हतोका जैसे स्पर्श मेरे शरीर को हुआ, मेरा लैंड खड़ा हो गया. में नीलिमा के शरीर को ऊपर से निचे हवस भरी आखो से देखने लगा. निलिमाने भी शायद मेरे चेहरे के भाव पढ़ लिए थे.
वो अपनी खुर्सी को धकेल के मेरे पास आकर बैठी. जैसे मेरे पास आई उसके बड़े बड़े मम्मे मेरे आखो के सामने आ गए. उसके मम्मे की बिच की दरार देख मेरे तो मुँह में पानी आ गया. मेरी आँखे उसके मम्मो को निहारने लगी. मेरा शरीर गरम हो गया. और लैंड पूरा तन गया था. मेरी शास फूलने लगी थी. नीलिमा जो भी कुछ बोल रही थी उसकी बाते अब मेरे कानोतक पोहच ही नहीं रही थी. मेरा दिमाग सिर्फ उसके गोर बदन को देखने में लगा हुआ था.
ऑफिस के शांत माहौल में एक खूबसूरत लड़की इतने करीब एके बात कर रह है यही मेरे लिए सपनेसे कम नहीं था. यहाँ तक तो सब ठीक चल रहा था. लेकिन जैसेही बातोंबातों में नीलिमा ने अपना हात मेरी जांघ पे रखा, मेरा सब्र का बांध टूट गया.
मेने अपना मुँह उसके मम्मो पे रखा और एक हात से नीलिमा के मम्मे दबाने लगा. ाहाःहाहा हहहहहहह.. नीलिमा मुँह से आवाज करने लगी. अहहहह ाहः अहहहहहहहहहहहहह हहहहहहहहह… मम्मे दबाते हुए में उसकी गर्दन पे चुम्बन करने लगा. अहहह. उसके गोर बदन की एक सुन्दर खुसबू थी. में चुम्बन लेते हुए उसके गालो तक पोहचा और उसके होठोंपे अपने होठ रख दिए. दोनो एक दूसरे को चूमने लगे. ाहाहहा हहहहहहहहह.. मेरा एक हात उसके मम्मे दबा रहा था और दूसरा उसकी कोमल पीठ पे घूम रहा था.
नीलिमा का शरीर काफी कोमल था. मेने उसे खींच कर और नजदीक ले लिया और उसे चूमने लगा. नीलिमा भी उत्तेजित हो उठी और मेरे लंड को पैंट के उपरसेही दबाने लगी. अहहह अहहहह हहहह हहहह ाहः हहहह हाहाहाहा.. नीलम हात जैसे मेरे लंड पे घूमने लगा मेरा लंड नाचने लगा. लंड लोहे जैसा तन गया.
निलिमाने ने अपना ड्रेस निचे किया और मम्मे बहार निकाल दिए. दोनों हरेभरे ताजे मम्मो के देख मेरी तो आँखे चकाचौंद रह गयी. मेने तुरंत उसकी चूचियों को मुँह में लेके चूसना सुरु किया. अहहहहहहहहह अहहहहहा. दोनों हत्तोसे मम्मो को दबा दबा के उसका आनंद ले रहा था. अहहह हहहहहा.. काफी मुलायम थे नीलिमा के मम्मे. दबानेमे बहोत ही मजा आ रहा था.
कुछ देर चूमने के बाद में तुरंत उठा और अपनी पैंट का बटन खोला और चैन खोलके पैंट निचे की और निकर निचे कर तने हुए लंड को बहार निकाल लिया. नीलिमा के मुँह के सामने मेरा तानहुए लंड बहार आया. नीलिमा मेरे लंड की लम्बाई देख डर गयी. उसकी आँखे बड़ी हो गयी.
मेने तुरंत अपना लंड उसके होठोंपे पे चिपकाया. नीलिमा ने तुरंत अपना मुँह खोला और लंड को अंदर आने दिया. जैसे लंड उसके मुँह में गया, निलिमाने लंड को मुठी में जकड लिया और जोर जोर से हिलने लगी. अहहह अह्हह्ह्ह्ह हाहाहहाहा. अह्ह्ह उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ उफ्फफ्फ्फ़ ाहः..
लंड को हिलाते हुए उसने लंड को चूसना सुरु किया. लंड के ऊपर अपनी गुलाबी रंग की जीभ को घिसने लगी. अहहह हहहहह अहहहहहहहहहहहहह.. नीलिमा को लंड चूसते हुए देखना बहोत ही अनोखा अनुभव था. इतनी गोरी लड़की मेरा लंड चूस रही है देख मेरा शरीर उत्तेजनेसे भर गया.
निलिमाने पूरा लंड चूसा फिर उसने मेरे निचे लटके अंडकोष को हतोसे सहलाना सुरु किया. हाटमे जकड कर मेरे अक्रोड वो मसलने लगी. अहहहहहहहहहह. मुँह में लंड और हात में अक्रोड पकड़ कर वो चूस रही थी. उसने मेरे अक्रोड भी जीभ से चाट लिए.
फिर मेने नीलिमा को खड़ा किया और अपने टेबल पर सामने लिटा दिया. उसके पैर ऊपर किये और उसकी गुलाबी निकर खींचकर निचे उतार दी. अब सामने मेने उसकी चुत को देखा. गोरी चुत चमक रही थी. मेने तुरंत उसके पैर फैलाये और अपना मुँह चुत पे रख उसको चाटने लगा. अहाः अहहहह अहहह हहहहह हहहहह.. चुत काफी गरम थी. पानी निकाल रहा था अंदर से. मेने जीभ से सारा पानी चाट लिया और चुत का आनंद लेने लगा. अहहह अहहहहहहहहहहहह
जीभ को चुत के अंदर दाल उसे घिसने लगा. नीलिमा बहोत ही उत्तेजना में चिल्ला रही थी. ाहाःहाहा हहहहह हहहहहह हाहाहाहा…. काफी के दाने को जीभ से मसलने लगा तब नीलिमा सातवे आसमान पे पहोच गयी. उसने मेरी गर्दन के और अपने पैर जकड लिए और मेरे मुँह को चुत पे दबा दिया. में बिना रुके उसकी चुत को चाट रहा था. अपनी बिच की ऊँगली उसके चुत में दाल अंदर बहार कर रहा था. अहहह हहह हहहह. उफ्फ्फ्फ़ सशशश शःशशशशश….
काफी देर बाद में पीछे हटा. फिर अपना लंड को सामने लिया और नीलिमा की जांघ पकड़ के पैर फैलाये. लंड को धीरेसे चुत पे रखा और रगड़ ते हुए चुत के अंदर धकेल दिया. धीरे धीरे लंड चुत में जाने लगा. ाहाःहाहा हहहहहहहहहाहा.. चुत और लंड दोनों भी तपे हुए थे. लंड को मेने पूरा अंदर डाल दिया और फिर नीलिमा की जांघ दोनों हत्तोसे पकड़ कर उसे चोदने लगा.
अहहह हहह अहहह ाहाःहाहा.. नीलिमा. हहह ाहः हहह ऑस्सस्सस उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ अहहहहह अहहहहहहह…ाहाःहाहा हाहाहाःहाहा ओफ्फफ्फ्फ्फ़ .असुसूस
जोर जोर से लंड चुत में अंदर बहार होने लगा. दोनों भी मदहोश हो उठे थे और चोदने का आनंद ले रहे थे. अहहह अह्हह्ह्ह हहहहहह.. काफी देर तक मेने नीलिमा की चुत को चोदा. फिर लंड को जैसे बहार निकला तो देखा लंड पूरा चुत के पानी से गिला हो गया है. चुत से भी पानी टपकने लगा.
मेने फिर नीलिमा को वही टेबल के किनारे झुकाके खड़ा किया. पिछेसे उसकी ड्रेस गांड से ऊपर उठाई और उसकी गोरी गांड पे हात घुमकी आनंद लेने लगा. अहहहहह ाःहाहा.. नीलिमा की गांड काफी बड़ी और रसीली दिख रही थी. मेने जोर से दो गांड पे फटके मरे. गांड को हत्तोसे मसलने लगा. अहहह ाःहाहा हहह हहहहहहहहह
फिर गांड के सामने बैठ उसे चाटने लगा. अहहह हहहहहहहहह.. गांड पे मुँह रगड़ने लगा. काफी मुलायम गांड थी नीलिमा की. उसका पूरा आनंद लेने लगी. अहहह हहहहहह.
गांड के साथ खेलने के बाद फिर में खड़ा हुआ और लंड को धीरेसे उचकी चुत में डालने लगा. ाहाःहाहाः अहहहहह. लंड धीरे धीरे चुत में घुसने लगा. धक्के देते हुए पूरा लंड चुत में घुसेड़ दिया और फिर उसकी कमर को पकड़ के चोदने लगा. अहहह हहहहह ाहाःहाहा हाहाहा हहहहह.. अहहहहह… बहोत ही मजा आने लगा. अहहह हहहह हहहहहहा हहहहह….
जोर जोर से चोद रहा था. अहहहहहहहहहह… नीलिमा के गांड पे मेरी जांग जोर जोर से पटक रही थी और आवाज आने लगी. अहहह हहहह हहहहह हां अहःअहः.. नीलिमा अहहह हहहहहहहहहहहहह…
कुछ देर तक चोदने के बाद मेरा लंड पानी गिराने के लिए तैयार था. मेने तुरंत लंड को बहार खींचा और निलिमाको अपनी खुर्सी पे बैठाया और लंड उसके मुँह में दे दिया. जैसे ही निलिमाने लंड को मुँह में लिया और चूसने लगी. मेरे लंड से पानी का फवारा उड़ने लगा. पूरा पानी निलिमके मुँह में जमा होने लगा. कुछ ही देर में नीलिमा का मुँह मेरे लंड के पानी से भर गया. उससे वो संभाला नहीं गया तो सारा पानी उसके मुँह से बहार टपकने लगा. खुश उसने पि लिया.
अहहहहहहहहहहह.. सारा पानी उसके मम्मे पे गिरने लगा. नीलिमा का पूरा मुँह मेरे चिपचिपे पानी से भर गया था.
अहहह अहहहहहहहहह अहह……
लंड शांत होते ही, में पीछे हटा. मेने अपनी पैंट पहन ली. निलिमाने भी अपने कपडे पहन लिए. मेने तुरंत उसे गले लगाया और कहा तुम्हारी सैलरी आज से बढ़ गयी है. तुम सिर्फ अभी मुझे खुश करते रहना.
नीलिमा वो सुन बहोत खुश हुयी. उसे जो चाहिएथा वो उसे मिल गया और मुझे जो चाहिएथा वो मुझे मिल गया.
अब जभ भी मौका मिलता था में नीलिमा को ऑफिस में चोदता हु. में उसे हमेसा अपने करीब रखता हु ताके उसके कोमल बदन को हात लगा सखु.