मेरा नाम आशुतोष है. में बिहार का रहने वाला हु. कुछ ही दिन पहले मेरा इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन हुआ. अब मुझे कॉलेज में २ साल बिताने थे. में बहोत ही शांत स्वाभाव का लड़का हु. इसलिए ज्यादा किसी से बात नहीं करता. कॉलेज में आने के बाद मुझे काफी तकलीफ भी होती थी इससे. क्यूंकि नए दोस्त बनानेमें देर लगती थी.
पहले दिन जब कॉलेज में पोहचा तब वहा के एक आदमीने मुझे अपना कमरा दिखाया. कमरेमे एक और लड़का मेरे साथ रहने वाला था. में अंदर आया और दरवाजा बंद किया. वो लड़का खिड़की के पास की बेड पे सोया था. कोई पुस्तक हात में थी उसके.
मेने सामान रखा और तभी उसने मेरा नाम पूछा और कहासे हो. मेने सब बता दिया. उसने अपने बारेमे मुझे बताया की वो हरियाणा का है. धीरे धीरे बातचीत आगे बढ़ी और हम दोस्त बन गए. अभ एक ही कमरे में रहने वाले थे तो बातचीत बहोत जरुरी थी.
दूसरे दिन से हमारे इंजीनियरिंग के क्लास सुरु हो गए. धीरे धीरे मुझे कॉलेज का माहौल समज आने लगा. कॉलेज में सारे लड़के थे. लड़किया बहोत ही कम दिखाई देती थी.
जैसे जैसे दिन आगे बढ़ने लगे. पता चला कॉलेज में शाम होते ही. लड़को की पार्टी सुरु हो जाती थी. किसी कमरेमे कोई दारू पि रहा है तो किसी कमरेमे ताश की बाजी लगायी जा रही है. कुछ न कुछ चल ही रहा होता था. उसीमे मुझे एक अजीब बात पता चली की. कुछ लड़के ग्रुप बनाके सेक्स वीडियो देखते थे. और वही रूम में हिलाते थे.
जैसे जैसे और जानकारी मुझे मिली. मुझे पता चला कुछ लड़के एक दूसरे के साथ भी सेक्स करते थे. क्यूंकि वहा पे लड़किया नहीं थी. और सारे नवजवान लड़के थे. तो रातको उनसे रहा नहीं जाता था. कुछ लड़के थे कॉलेज में जो उनकी गांड मरवानेकेलिए पैसे लेते थे.
सब आपस में ही चल रहा था. मुझे पहले इस बात पे विश्वास नहीं हुआ. लेकिन एक दिन. में असेही खाना खानेके बाद रत को कॉलेज में घूम रहा था. तभी कोनेमे अंधेरेमे सिडियोपे ही एक लड़का झुक के खड़ा था और दूसरा लड़का पिछेसे उसकी गांड मार रहा था. लड़केने उसका लैंड पूरा उसकी गांड में घुसा दिया था और उसको चोद रहा था.
मुझे तब यकीन हो गया की जो सब बोल रहे थे वो सही बोल रहे थे. में डर गया था सब देखके. इसलिए जल्द से जल्द कमरेमे आया. मेरा दोस्त कमलेश भी कोई वीडियो देख रहा था फोन पे. मेने ठीक तरीकेसे देखा तो पता चला वो भी सेक्स वीडियो देख रहा है. वीडियो देखते हुए अपना लंड मसल रहा है.
में लाइट बंद करके सो गया. रूम में पूरा अँधेरा हो चूका था. मुझे वैसे नींद नहीं आ रही थी. लेकिन फिर भी बेड पे पड़ा रहा. काफी देर बाद मेरी आँख लग गई. फिर कुछ देर बाद मुझे मह्सुश हुआ की मेरे पीछे कुछ तो हलचल हो रही है. मेरी नींद खुल गई. लेकिन में ज्यादा हिला नहीं.
थोड़ी देर बाद किसी ने मेरी पैंट को पकड़ा और निचे करने लगा. मुझे पता चला की ये और कोई नहीं कमलेश ही होगा. में हिला नहीं और देखने लगा की और ये क्या क्या करता है.
कमलेश ने पिछेसे मेरी पैंट निचे खींची. अंदर की अंडरवेर भी निचे की. और मेरे पीछे बेड पर सो गया. फिर कुछ देर बाद मुझे अपनी गांड पे कुछ तो नुकिलासा चुबने लगा. वो लम्बा और लकड़ी जैसा था. जैसे वो लकड़ी मेरे गांड की दरार में अंदर जाने लगी तभी मुझे एहसास हुआ के ये और कुछ नहीं तो कमलेश का तनाहुवा लंड है.
कमलेश ने अपना लंड मेरी गांड की दरार में धीरे धीरे सरकाया. फिर वो मेरी गांड की दरार में अपना लंड घिसने लगा. फिर उसने मुझे पिछेसे कसकर पकड़ लिया और लंड को गांड में घिसने लगा. मुझसे रहा नहीं गया और मेरे मुँह से आवाज निकलने लगी. अहहह ाहः हहहहह अहहहहहहह ओफ्फफ्फ्फ़ अहहहहह…..
कमलेश को जैसे पता चला में जग गया हु. उसने तुरंत मुझे घुमाकर सुलाया और मेरे होठोंपे चुम्बन लेने लगा. कसकर मुझे गले लगाकर मेरे मुँह को चूमने लगा. तभी निचे दोनोके लंड एक दूसरेको चूमने लगे. एक दूसरे के लंड को हम शरीर पर दबाने लगे. कमलेश काफी उत्तेजित हो चूका था. उसने तुरंत मेरी टीशर्ट निकाल दी. और मेरी पैंट निचे खींचकर मुझे नंगा कर दिया. और खुद भी पूरा नंगा होकर मेरे ऊपर सो गया.
मेरे होठोंसे उसने चूमना सुरु किया और धीरे धीरे निचे जाने लगा. गर्दन से होकर मेरे चूचियों तक उसने चूमा फिर चूचियों को होठोंसे पकड़ कर खींचने लगा और चूमने लगा. अहह अहहह हाहाहाःहाहा.. बहोत मजा आ रहा था. काफी देर तक कमलेश ने मेरी चूचिया दबाई और चूसा.
फिर वो मेरे ऊपर बैठ गया और मेरे मुँह में उसने लंड घुसेड़ा. लंड इतना बड़ा था की पूरा अंदर लेना तो संभव नहीं था. जितना अंदर आया उतना में चूसने लगा. पहली बार किसी का लंड मुँह में लिया था. अजीब लग रहा था. लेकिन मजा भी बहोत आ रहा था. लंड को पूरा मुँह में लेके में चाटने लगा. एक हातोंसे लंड को मुँह में अंदर बहार करने लगा और दूसरे हातोंसे कमलेश की गोटिया सहलाने लगा.
काफी देर तक कमलेश का लंड चूसने के बाद वो पीछे हटा. फिर उसने मुझे उल्टा घुमाके सुला दिया. और मेरी गांड के साथ खेलने लगा. कमलेश ने दोनो हातोंसे मेरी गांड दबाई. फिर अपना मुँह मेरी गांड पे घिसने लगा. जीभ से मेरी गांड चाटने लगा. अहहह हाहा हहहहह.. … गांड में ऊँगली डालके अन्दर बहार करने लगा. अहहह अहहहहहहहहहहह हहहहहहहह….. मेरी गांड के पुरे मजे ले रहा था कमलेश… काफी देर गांड के साथ खेलके..
फिर उसने मुझे उठाया. और पलंग के पास झुकके खड़ा किया. फिर वो पीछे गया और लंड पे तेल लगाके मालिश करने लगा. मेरी गांड पे भी तेल लगाने लगा. अपनी ऊँगली गांड में डालके अंदर तक तेल लगा दिया. फिर अपने लंड को धीरे धीरे उसने मेरे गांड में डालने लगा. मुझे बहोत ही अजीब लग रहा था. लंड काफी बड़ा था. लेकिन कमलेश धक्के देके घुसेड़ रहा था. धीरे धीरे पूरा लंड मेरी गांड में चला गया.
में मेरी गांड में कमलेश के लंड को महसूस कर रहा था. फिर कमलेश ने लंड को अंदर बहार करना सुरु किया. अहहह हहहह हहहहह हहहहहहहह….. कमलेश ने मेरी गांड मारना सुरु कर दिया. अहहह आहु फुफुफ़ फ्फ्फ्फफ्फ्फ़…..
जो में दूसरे के साथ होते हुए देख आया था. वही अब मेरे साथ हो रहा था. कमलेश ने जोर जोर से मेरी गांड मारना सुरु किया. मेरी कमर को दोनों हातोंसे पकड़ के जोर जोर से गांड को पेल रहा था. अहहहहह … लंड पूरा अंदर गांड में चला गया था. अहहहहहह हहहहहह…..
मेरी गांड बहोत जोर जोर से हिल रही थी. लंड को गांड में लेने का ये मेरा पहला ही अनुभव था. लेकिन बहोत मजा आ रहा था. में गांड मरवाते हुए अपना लंड एक हातोंसे हिलने लगा. पिछेसे मेरी गांड मारी जा रही थी. और आगेसे में लंड को हिला रहा था. अहहह हहहहहह हहहहहहह…
कुछ ही देर बाद कमलेश ने जोर से सास ली और मेरी गांड में अपना पानी छोड दिया. यहाँ मेरे लंड ने भी पानी छोड़ा.. अहहह अहहहह हां हहहहहहहह…. पूरा पानी निकलनेतक कमलेश ने लंड को मेरी गांड में ही रखा फिर लंड शांत होने के बाद उसे गांड से निकाला.
दोनों भी थके हुए थे. जोर जोर से सास ले रहे थे. में अपने बेड पर नंगा ही सो गया. और वह कमलेश भी सो गया. उस रातके बाद कमलेश हर दो दिन बाद मेरी गांड मारता है. हमने इस बारेमे किसी को पता नहीं चलने दिया. कभी कभी वो सुबह सुबह मुझे अपना लंड चूसने कहता है. में लंड को चुसके उसके लंड का पानी निकलता हु और उसे पूरा पि जाता हु.
इंजीनियरिंग में पढाई के साथ मेरी चुदाई भी होने लगी.