आज सुभह जल्दी उठकर कॉलेज चला गया. दोस्तों से भी मिलना था और कुछ किताबे लेनी थी. लेकिन जैसे ही कॉलेज पोहचा, पता चला की आज कॉलेज बंद रखा है. काफी देर तक सारे बच्चे कॉलेज के बहार खड़े थे. फिर प्रिंसिपल ने आकर कहा की आज छुट्टी है.
हम सब बहोत खुश हो गए. कुछ देर कॉलेज के बाहर दोस्तों के साथ मटरगस्ती कर में फिर घर चला आया. आज दो घंटे में ही घर वापस आ गया.
घरमे आकर देखा तो घरमे माँ दिख नहीं रही थी. पापा तो दो दिन से बहार थे. मेने अपनी बैग अपने कमरेमे रखी और बाथरूम की और चला आया.
में अपने ही ख्यालोमे चलते आ रहा था. जैसेही मेने बाथरूम का दरवाजा खोला सामने जो दिखा में चौक गया. सामने माँ पूरी नंगी खड़ी थी. माँ की पीठ मेरे सामने थी. मेरी नजर सीधी माँ की बड़ी गांड पर पड़ी. कुछ ही सेकेंड बाद, माँ मुड़ी और मुझे पीछे देख चौक गयी.
जैसे माँ मुड़ी माँ के दूध से भरे मम्मे मुझे दिखे। मेरी नजर मम्मोंसे होकर निचे गई तो माँ की चुत दिखाई दी. माँ डर के मारे चिल्लाई। में भी डर गया और तुरंत दरवाजा बंद कर अपने रूम में भागा।
में बहोत ही डर गया था. कुछ समझ नहीं आया के क्या हुआ.
मुझे समज नहीं आया में क्या करू. मेरी धड़कने बढ़ गई. आखो के सामने माँ नंगी दिखाई दे रही थी. माँ की गोरी कोमल गांड, उसके बड़े बड़े मम्मे, प्यारी सी चुत। सभी आखो के सामने घूमने लगे. तभी मुझे एहसास हुआ की माँ की उम्र हो गयी है लेकिन अभी भी उनका शरीर एक २३ साल की लड़की के बराबर है. उनके बड़े बड़े मम्मो को देखकर तो मेरे मुँह से पानी आगया काफी रसीले दिख रहे थे.
सोच सोच में ही मेरा लंड खड़ा होने लगा.
में अपने पलंग के पास खड़े होकर लंड को पैंट के ऊपर से मसलने लगा. में ऐसा कर ही रहा था के, अचानक माँ मेरे रूम में आ गई. में फिर से डर गया. वो अंदर आई और उसने तुरंत अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। माँ ने अपने शरीर पे सिर्फ टावल लपेटा था.
में डर के मारे एक ही जगा खड़ा माँ को सामनेसे मेरे पास आते देख रहा था.
माँ नजदीक आई और धीरेसे मुझे बोली.
मोनू देख जो भी तूने अभी देखा उस बारेमे किसी को तू कुछ नहीं बताएगा। तेरे पापा को भी.
में डरते हुए तुरंत ही…. गर्दन हिलाकर हा कह दिया।
दोनों एक दूसरे को देखने लगी. कुश देर कमरेमे शांति का माहौल बन गया. दोनों भी बात नहीं कर पर रहे थे.
फिर माँ थोड़ी झिझकते हुए धीमी आवाज में बोली ….. देख अभी तूने मुझे पूरा नंगा देख लिया है.
तो अगर में तुझे भी नंगा देख लुंगी तो दोनों को भी किसी बात का एतराज नहीं होगा। नंगा अगर दोनों देख लेंगे तो दोनों को भी इस बात की शर्म नहीं होगी.
मुझे कुछ समज नहीं आ रहा था. मेने गर्दन हिलाते हुए सिर्फ हा बोल दिया।
आगे माँ ने कहा तो फिर तू तेरे कपडे निकाल दे. में भी अपना टावल निकाल दूंगी।
माँ की बात सुन मेने अपनी टीशर्ट ऊपर की. मेरी धड़कने बढ़ रही थी.
टीशर्ट निकालनेके बाद फिर मेरी पैंट मेने धीरेसे उतार दी. माँ मेरी तरफ देख कर बोली। अपनी अंडरवेर भी निकल दे.
मुझे डर लग रहा था क्यूंकि मेरा लंड अंडरवेर के अंदर तन गया था.
माँ ने मेरे चेहरेपे डर के भाव देखे और बोली । कोई बात नहीं शर्मा मत मोनू निकाल दे अंडरवेर।
जैसे ही मेने अपनी अंडरवेर निकाली मेरा तना हुआ लंड उछलकर बाहर आया.
माँ की नजर मेरी लंड पर पड़ी. वो काफी देर मेरे लंड को देख सोच में पड़ गयी. शायद माँ ने पहली बार इतना बड़ा लंड देखा होगा.
फिर धीरेसे माँ ने अपना हात आगे किया और मेरे लंड को पकड़कर मेरी आँखोमे आँखे डाल बोली, मोनू तुम्हारा तो काफी बड़ा है. काफी मुलायम भी है. ऐसे कहते हुए माँ मेरे लंड को मुठीमे जकड़कर हिलाने लगी. में मुँह से आवाज निकलने लगा. आ अहह ष्ष्स ह श श्श्श ाहः। …….
मेरे चेहरेपे बदलती हुई भावना देख माँ ने पूछा, कैसे लग रहा है मोनू। मेने सिसकते हुए कहा.. बहोत अच्छा लग रहा है माँ. अहह अहहह अहह.. मेरी बाते सुन माँ ने मेरे लंड को जोर जोर से हिलना सुरु किया। फिर दूसरे हात से माँ ने अपना टॉवल निचे गिरा दिया और पूरी नंगी हो गयी.
माँ का गोरा नंगा शरीर देख मुजसे रहा नहीं गया और मेने सीधा माँ के होठोंपे अपने होठ टिका दिए. दोनो के अंदर हवस भरी थी. दोनों उत्तेजित होकर एक दूसरे को चूमने लगे. मेरे दोनों हात माँ के मम्मो पर आ गए और में दोनों हातोंसे माँ के मम्मो को दबाने लगा.
अहह.. माँ के मम्मो को दबानेमे बहोत मजा आ रहा था. काफी रसीले थे मम्मे ,…. जोर जोर से दबाकर फिर निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा. अहह अहह अहह.. दोनों हातोंसे मम्मो को दबादबाकर निप्पल चूस रहा था.
माँ भी आनंद ली लगी. उसके मुँह से सिसकनेकी आवाजे आने लगी. अहहअहहह हहहअहहह. महा हहहहअहहह. अहहह.
जैसे मेने निप्पल मुँह से निकाले । दोनोने एक नजर एक दुसरो की आखो में देखा और माँ सीधे निचे बैठ गई और उसने मेरा लंड मुँह में लेकर चूसना सुरु किया।
अहह ः.. माँ के मुँह में लंड जाते ही मानो पुरे शरीर में पानी की बौछारे उड़ने लगी. अहह अहह.. ष्ष्स हहषश… गरम लंड पे माँ की घूमती हुई जीभ ने मेरे मन को अशांत कर दिया. माँ ने पुरे लंड पे जीभ घुमाकर चाटना सुरु किया.अहहह हां.. लंड के गुलाबी फूल को चाटने लगी. अहह हाहाहा..सशः.. . फिर मुँह में लंड लेकर जो उसने चूसना सुरु किया वो रुकी ही नहीं. जोर जोर से लंड को चाटने लगी, मुठी में लंड को पकड़ कर हिलाने लगी. अहह अहहह.. अहहह. अहहह अहहहहाहा… माँ अहहह अहहह.. चूस ले अहहअहहहहः.. श्शश..
काफी देर लंड चूसने के बाद वो खड़ी हुई और पीछे के पलंग पर मुझे हात पकड़कर ले आयी. जैसे पलंग पे में चढ़ा, माँ निचे लेट गई और अपने पैरोंको फैलाकर चुत को मेरी और कर दिया. दोनों पेरो के बिच रसीली चुत देख मेरे मुँह से पानी आ गया. मेने तुरंत अपना मुँह चुत पे रखा और जीभ से माँ की चुत को चाटने लगा. अहह यह अहहह. शश अहहहअहहह। अहहहअहहह उम्म्म ममम उम्म्म ।
माँ की चुत काफी गरम थी. चुत का चिपचिपा पानी निकल रहा था. मेने अपनी जीभ अंदर डाल चुत को चाटना सुरु किया. अहहह अहहह.. श्शश. काफी मजा आ रहा था माँ की चुत के अंदर जीभ डाल चाटने में. एक ऊँगली अंदर डाल में चुत को घिसने लगा. माँ आवाज करने लगी। .अहहहअहहह हां अहहहहह अहहह
अहहह….. जैसे जैसे चुत की गर्मी बढ़ रही थी. माँ और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगी. मेरा तो मन ही नहीं कर रहा था चुत से दूर होनेका।।
लेकिन तभी माँ ने आवाज दी… मोनू बस कर अभी. कितना चाटेगा। .. अब रहा नहीं जा रहा है. डाल अपने लोडे को मेरी चुत में.
माँ की सिसकती हुई आवाज सुन में तुरंत अपना मुँह ऊपर लिया. लंड को आगे ले आया, माँ के पैर फैलाके डाल दिया लंड को चुत के अंदर। और ऊपर लेट के माँ को चोदने लगा. अहह अहहह..अहहह.. लंड चुत में जाते ही दोनों उत्तेजित हो एक दूसरेको कसकर पकड़ लिए. में जोर जोर से माँ की चुत को चोदने लगा. अहह अहह अहह है.. माँ अहह अहःअहः.. आह मोनू आह हाहाहा. चोद’दे आज अपनी माँ को. अहह अहहहहाहा हहह.. अहहह..
लवडे को पूरा चुत के अंदर डाल बाहार निकाल रहा था. फिर फिर से अंदर पूरा ड़ाल चोद रहा था. काफी देर चुत को चोदने के बाद. में पीछे हटा. फिर माँ को पलट कर सुलाया।
जैसे वो मुड़ी। माँ की बड़ी गोरी गांड मेरे आंखोके सामने आई. लचीली हिलती हुई गांड देख मेरे मुँह में तो पानी आ गया. मेने तुरंत माँ की गांड में मुँह रखा और चूमने लगा. अपने मुँह को माँ की गांड में घिसने लगा. गांड की कोमलता इतनी अछि लग रही थी के में काफी देर गांड को दबा दबा कर आनंद ले रहा था. अहहहअहहह। …. अहहह अहहह अहहह अहहह
कुछ देर बाद पीछे हटा. जैसे में घुटनो पे बैठा माँ ने खुद अपनी गांड ऊपर की और घोड़ी बन गई. माँ की गांड ऊपर आते ही. तुरंत में गांड की और मुड़ा। अपना लंड हात में लेकर सीधा पिछेसे माँ की चुत में डाल दिया। अहह अहहह..अहहहहाःहाहा..अहहहहः.. शश श्श्श.. माँ चिलाने लगी। .अहहहहः अहहहहाहा.. अहहह..अहहहहः.. मोनू चोद मुझे अहह। …. चोद दे आज.
इसबार लंड पूरा अन्दर तक चला गया.
में अब जोर जोर से माँ को चोदने लगा. अहा अहह अहह.. अहहह. ाहः… माँ की कमर को दोनों हातोंसे पकड़कर जो चोदना सुरु किया में रुका ही नहीं. अहह ाहः.. बहोत ही उत्तेजित हो उठा था में. बड़ी गांड सामने देख और अपने लंड को चुत में अंदर बाहर होते हुए देख में भूल ही गया के में अपनी माँ को ही चोद रहा हु.
अहह ाहः. अहह अहह.. लंड और चुत दोनों ही गीले हो चुके थे. काफी देर मेने माँ को चोदा।
जब लंड से पानी निकलने ही वाला था. मेने माँ को पूछा पानी छोड़ दू अंदर …. तो माँ बोली मत। .. मेरे मुँह में दे देना। …
माँ ने ऐसा कहते ही मेने लंड को चुत से बाहर निकाला । . माँ तुरंत मुड़ी और उसने मेरा गिला लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी
मेरा लंड माँ के मुँह की कोमलता ज्यादा देर तक सह नहीं पाया और लंड ने गरम पानी की बौछार कर दी. अहह ाःहाहा.. श्श्श ष्ष्श. श्शश श शहस. अहहह
माँ ने जैसे ही जाना की लंड पानी छोड़ रहा है. लंड को पूरा मुँह में ले और जोर से चूसने लगी.
पूरा पानी माँ के मुँह में भर गया. माँ ने वो पानी गटक लिया और फिर लंड शांत होते ही माँ ने लंड को चाट चाट के साफ किया.
दोनों के मन शांत हो चुके थे. दोनों कुछ देर ऐसे ही नंगे सोये रहे. फिर माँ चली गई. मेने भी अपने कपडे पहन लिए.
उस दिन के बाद से. जब भी मौका मिलता है. हम दोनों चुदवा लेते है.