कुछ दिनों पहले की बात है. एक १२ मंजिला ईमारत में फ्लैट खरीदने गए थे. मेरे पति को फ्लैट बहोत ही पसंद आया था. घर ८ वे मंजिल पर था और घर से बाहर का नजारा भी काफी सुन्दर था. नयी बिल्डिंग थी तो आस पास के सारे कमरे खाली थे.
लेकिन एक ही बात की दिक्कत थी के फ्लैट का मालिक पैसे ज्यादा बोल रहा था. हमें उससे ५ लाख कम करवाने थे. काफी बातचीत हुई थी लेकिन वो पैसे कम नहीं कर रहा था.
रातको जब में और मेरे पति इस बारेमे बात कर रहे थे तो हम सोच में थे के वो फ्लैट तो हमें चाहिए लेकिन कैसे उसको पाया जाये. में बेड पर लेटी हुयी थी. बात करते करते मेरे पति ने मेरा ड्रेस खोला और मेरे निप्पल को चूसने लगा. बड़े प्यार से वो निप्पल को चूस रहा था. हात से मेरी चुत को सहलाए जा रहा था.
तभी मेरे दिमाग में ख्याल आया की. क्यों ना मे ५ लाख के बदले एकबार मालिक से चुदवा लू. वैसे भी एक बार की बात है. काम भी हो जायेगा और किसी को पता भी नहीं चलेगा.
मेने अपने पति के तरफ देखा, वो मेरे स्तनों को दबाते हुए चूस रहा था. मेने कहा, राजेश मेरे दिमांग में एक तरकीब है.
क्यूना तुम मुझे पांच लाख के बदले, मुझे एक बार चोदने का ऑफर मालिक को दे दो.
राजेश चौक गया. उसने निप्पल को छोड़ मेरी तरफ देखा और खुश हो गया.
हां ये हम करके देख सकते है. उससे पेपर पे दस्तख़त ले लेंगे तो हमारा काम हो जायेगा.
दोनों की सहमति बन गयी.
दूसरे ही दिन राजेश ने फिरसे एकबार फ्लैट देखने की गुजारिश की. मालिक को कहा के मेरी बीवी को फ्लैट देखना है.
मालिक मान गया. हम दूसरे दिन शामको ८ बजे फ्लैट देखने पोहचे.
मेने काली पिली रंग की साडी पहनी थी. पूरी सजदज के पोहची।
फ्लैट में अंदर आये. फ्लैट के मालिक ने मुजसे हात मिलाया. मेने जानभूझकर साडी का पल्लू गले से दूर रखा ताके मालिक को मेरे स्तनों का अच्छा नजारा मिल सके.
मालिक जिस तरह मुझे देख रहा था, पता लग रहा था की वो मेरी गोरी त्वचा से मोहित हो रहा था. वो मुझे कमरा दिखाने लगा. भूल गया के मेरा पति भी पीछे खड़ा है.
हम एक एक कमरेसे होकर आगे बढ़ने लगे. पति ने कमरा देखा था तो वो हॉल में ही रुक गया. मालिक ने मुझे किचन पहले दिखाया. फिर कोने के कमरे में गए. रूम के अंदर आये तो बात करते हुए मालिक मेरी आखो से आँखे मिलाने लगा. उसकी नजर मेरे स्तनोंपर घूम रही थी. आखो में हवस साफ दिख रही थी.
मेने आसपास देखते हुए अपना साड़ी का पल्लू निचे गिरा दिया. मेरा ब्लाउज़ दिखने लगा. में ऐसे ही पल्लू को हात पे पकड़े उससे बाते कर रही थी. उसकी नजर टकटकी लगाकर मुझे देख रही थी. मेने देखा वो अपने लौड़े पे हात घुमाने लगा. मे ऐसे नाटक कर रही थी जैसे कुछ हुआ ही नहीं.
बाहर मेरे पति फोन पे किसी से बात कर रहे थे. हमें यहाँ आवाज सुनाई दे रही थी.
तभी अचानक मालिक ने सीधा मेरे स्तनों को हात लगाया और जोर जोर से दबाते हुए मुझे चूमने लगा. में डर गयी. में अपने आप को संभालु इसके पहले मालिक ने सीधा मुझे चूमते हुए गले लगा लिया. गले लगाकर जैसे ही उसके दोनों हात मेरे पीठ पर घूमने लगे, उसने मुझे कसकर जकड लिया. में अपने आप को छोड़ने का नाटक करने लगी, लेकिन उसने काफी कसकर मुझे जकड लिया था.
फिर पीठ पर घूमने वाले हात सीधा निचे ले गए और मेरी बड़ी गांड को जोर जोर से दबाने लगा. आहहहह. … उसके बड़े बड़े हात मेरी गांड को मसले जा रहे थे. आहहहह. अहहह. ये आप क्या कर रहे हो… मेरे पति बाहर है.
काफी देर बाद जब उसने चूमना रोका. तब जाकर में ठीक से सास ले पायी.
अब बिना सोचे मालिक ने सीधा मेरे स्तनों को चूमना सुरु किया. उसने कसकर पकड़कर ब्लाउज़ को निचे खींचना चाहा, मेने सोचा इसके पहले की ये मेरा ब्लाउज़ फाड़ दे में ही खोल देती हु.
ब्लाउज़ को जैसे ही मेने खोला मेरे स्तनों को देख वो पागल ही हो गया. बड़े स्तनों को दबाने लगा. निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा. आह्हः. मुँह में लेकर निप्पल चबाने लगा. मेरी आहाः की आवाज शायद पति तक पोहच रही थी. वो अभी भी फोन पे किसी से बात कर रहा था.
यहाँ मेरा ब्लाउज़ पूरा खोलकर मालिक मेरे स्तनों को चूसे जा रहा था. मुझे भी बहोत मजा आ रहा था. में भी उसके बालोमे अपना हात घूमते हुए उसे नजदीक ले रही थी.
यहाँ ये सब चल ही रहा था की तभी मेने देखा मेरा पति कमरे में आ पोहचा.
मालिक ने उसको देखा और वो भी चौक गया. में अपने स्तनों को संभाले किसी तरह छुपाने की कोशिश कर रही थी.
मालिक डर गया था. वो मेरे पति से माफ़ी मांगने लगा. मेरे पति ने घुसे वाला चेहरा बना लिया था.
मालिक ने जैसे ही हात जोड़े, पति ने अपना आखिरी दाव खेल लिया.
पति ने मालिक को कहा, देखो अब अपने मेरी बीवी को ऐसे देख लिया है. हात भी लगाया है. अगर ये बात बाहर पता चली तो आपको बहोत परेशानी होगी.
मालिक और डर गया. वो हात जोड़कर माफ़ी मांगने लगा. बोलने लगा इसके बारेमे किसी को कुछ भी मत बताना
में कोने में चुपचाप खड़ी थी. पति की बाते चल ही रही थी. तभी मेरे पति ने मालिक को कहा, एक काम कर सकते है. तुम्हे जो चाहिए वो में तुम्हे दे देता हु, मुझे ये घर देदो जो कीमत हमने बताई है.
मालिक सोच में पड़ गया. पति ने फिर से कहा, देखो ज्यादा सोचोमत। तुम्हे जो चाहिए वो मिल जायेगा. और घर भी बिक जायेगा.
मालिक ने एक लम्बी सास ली और धीरेसे हा कह दिया.
पति ने तुरंत अपने बैग से पेपर निकाले और सामने रख दिए.
मालिक पेपर देखकर बोलै, पहले काम पूरा करते है फिर दस्तखत।
पति ने बात मानली।
जैसे ही पति ने हां कह दिया, मालिक सीधा मेरी तरफ आया और मुझे पिछेसे कसकर पकड़कर मरी गर्दन पे चूमने लगा. उसके गरम होठ मेरी गर्दन पे घूमने लगे. दोनों हातोंसे मेरे स्तनोको मसलने लगा. आह्ह्ह्ह.. मेरी सासे चढ़ने लगी.
समज नहीं आ रहा था के क्या करू. आअह्ह्ह्हह. स्तनों को दबाते हुए पिछेसे अपना लौड़ा मेरी गांड पे रगड़ने लगा. मुझे पता चल गया की मालिक का लौड़ा तन गया है.
कुछ देर बाद मालिक ने मुझे सीधा किया और मुँह को पकड़कर मुझे होठो पे चूमने लगा. मेरे स्तनों को जोर जोर से दबाने लगा. मालिक की हवस देखते ही पता चल रही थी
उसे अभी रोकना मुश्किल था. देखते ही देखते मालिक ने मेरी साड़ी निकल के फेक दी. मेरे ब्लाउज़ के बटन खोल उसने सीधा मेरे निप्पल को अपने मुँह में दबोच लिया. आहहह. जोर जोर से स्तनों को दबाते हुए निप्पल चूसने लगा. जबान से निप्पल को चाटने लगा. मेरी नजर सामने गयी तो वहा मेरा पति अपना लंड हातोंमे में पकड़कर हिला रहा था. उसे भी मजा आ रहा था मुझे देखकर।
यहाँ मालिक ने मेरे दोनों स्तनों को अछेसे चूस लिया. फिर जैसे उसकी नजर निचे पड़ी, उसने सीधा अपने कड़पे उतारे और मेरे मुँह में अपना लौड़ा दे दिया. में झुककर उसका लौड़ा चूसने लगी। अह्ह्ह्ह….. उम्मम्मम उम्मम्मम मालिक का लौड़ा काफी लम्बा था. मुँह जितना जा सके उतना अंदर लेकर में चूसने लगी. मालिक मेरी नंगी पीठ पर अपना हात घूमता तो कभी मेरे स्तनों को दबाता.
दोनों हतोसे मेरे स्तनों को दबा रहा था. लौड़े चूसने के बाद जब में सीधी कड़ी हुयी. उसने मुझे पीछे के टेबल पे बिठा दिया. मेरी निक्कर खींचकर उतर दी. में पूरी नंगी हो गयी.
जैसे ही मेरी चुत सामने दिखी मालिक ने सीधा मेरे पैर फैलाये और चुत को चाटने लगा. अहह उम्मम्मम. आहहह उम्मम्मम उफ्फफ्फ्फ़ आहहहह
जैसे जैसे उसकी जबान चुत में जा रही थी. मेरे शरीर की गर्मी आसमान छू रही थी. बहोत ही मजा आने लगा था. अहहहह. उम्मम्मम
सामने देखा तो मेरा पति अपनी पेंट उतार के नंगा हो चूका था. लौड़े को पकड़कर हिलाते हुए उसने मेरी आखो में देखा. उसके भी चेहरे पे एक ख़ुशी दिख रही थी.
यहाँ में तड़प रही थी. मालिक ने अपनी उंगलिया मेरी चुत में डाल रगड़ना सुरु किया. अहहह अहह उफ्फ्फ्फ़ आअह्ह्ह
कुछ देर चुत के साथ खेलकर मालिक खड़ा हुआ. उसने अपना लौड़ा सामने लिया और सीधा मेरी चुत में धकले दिया। अहहहह. लौड़ा सीधा मेरी चुत में चला गया.
इतना बड़ा लौड़ा आज चुत में काफी अंदर तक चला गया था. अहहहह. उफ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ. मालिक मुझे चोदने लगा. अहहह. उफ्फ्फ्फ़. आहहहह
अहहह.
मालिक भी जोर जोर से सास ले रहा था. और मुझे चोदे जा रहा था. आहहहहहह. पूरा घर हमारी आवाज से गुजने लगा. अहहहहह अहहहह उम्म्म् अहह
काफी देर तक मालिक ने मुझे चोदा। फिर उसने मुझे निचे उतरा.
मुझे झुककर खड़ा किया. और पीछे से मेरी चुत में लौड़ा डालके चोदने ही जा रहा था की तभी मेरे पति ने उसके सामने पेपर रख दिए.
पति ने मालिक से कहा अभी तो दस्तख़त कर दो. मालिक हस्ते हुए बोलै. हां अभी कर सकते है.
में ऐसी ही झुकी कड़ी थी. मालिक का लौड़ा मेरी चुत में. पति ने मालिक को पेपर दिए. मालिक ने वो पेपर मेरी नंगी पीठ पर रखे और दस्तखत कर दिए. पेपर पति को देकर मालिक ने अपनी पूरी वसूली कर ली. मेरी कमर को कसकर पकड़कर मुझे चोदने लगा. आहहहह अहहहह.
मेरी गांड पे मालिक की जांग पटक रही थी. जोर जोर से मुझे चोद रहा था. लौड़ा पूरा अंदर तक जा रहा था. अहहहहहह. अहहह. उफ्फफ्फ्फ़ अहःअहः अहहह
चुदाई जोरो से चल रही थी. मेरा पति भी जोर जोर से अपना लौड़ा हिला रहा था. इतनी देर चुदाई चली के में कुछ ही देर बाद झड़ गयी.
अहहह अहहह. अहहहह. उफ्फ्फ्फ़ अअअअअ
कुछ देर बाद जब मालिक का पानी निकलने वाला था, तो उसने अपना लौड़ा खींचा बाहर और मेरे मुँह में दे दिया. जैसे ही मेने लौड़े को चूसना सुरु किया, लंड से पानी की बौछार होने लगी.
मेने वो सारा पानी मुँह में ले लिया और पि गयी. अभ इतने पैसे काम किए है तो लौड़े के पानी तो पि ही सकती हु.
पूरा पानी निकलने तक मेने लौड़े को मुँह में रखा.
फिर लौड़ा शांत होने के बाद मालिक पीछे हटा. मे कड़ी हो गयी. अपने कपडे पहने लगी. सामने देखा तो मेरे पति ने भी अपना पानी गिरा लिया था. जमीं पर सफ़ेद रंग के छींटे दिख रहे थे.
कपडे पहन के हम चले गए. उस दिन मेरे पति ने मेरे गोर बदन का सही इस्तेमाल किया. हमें भी वो घर कम दाम में मिल गया.
कैसी लगी हमारी कहानी जरूर कमेंट करके बताना
.
![]()
