जिम ट्रेनर की बॉडी का आकर्षण

मेरा नाम नमिका है. में दिल्ली की एक कंपनी की मालकिन हु. पापा का बिज़नेस था जो अभी में चलाती हु. पापा अब अमेरिका में अपना बिज़नेस करते है. मेरा एक ही साल में डिवोर्स हो गया. तबसे में अकेली रहती हु.

मेरी बात करू तो मुझे अपने शरीर का ख्याल रखना बहोत पसंद है. ३२ की उम्र हो चुकी है. जिम जाना, सुभह गार्डन में चलना, अच्छा खाना खाना मेरी आदते है. वैसे मेरी बॉडी काफी कसी हुई है. मेरा ३४ २९ ३४ का शरीर काफी आकर्षक दीखता है. जब में सुबह योगा पैंट और टीशर्ट पहनकर टहलने निकलती हु तो सारे मर्द मुझे ही देखते रहते है.

वैसे पूरा दिन तो मेरा काम में चला जाता है. लेकिन रातको जब अकेली होती हु, तब ऐसा लगता है काश कोई पास होता जिसको में गले लगा सकू, उसके होठोंको चुम सकू. मुझे काफी दिनों से किसी आदमी की जरुरत महसूस हो रही थी. तन्हाई ने मुझे सेक्स वीडियो देखने में मजबूर कर लिया था. आजकल में रातको सेक्स वीडियो देखा करती थी. वीडियो में जैसे ही आदमी औरत की चुत चाटने लगता था, वो देखकर मेरा शरीर कापने लगता. अपने आप मेरा हात चुत पे चला जाता और में चुत को रगड़ने लगती।

फिर लंड को चुत में डालकर लड़की को चुदवाती देख मेरा भी मन करता की कोई मेरी भी चुत में ऐसा बड़ा लंड डालकर मुझे चोदे।

सेक्स वीडियो देखकर अपनी चुत का पानी निकाल लेती थी. लेकिन मन फिर भी भूका ही रहता.

एक दिन ऐसे ही में जिम में थी. तभी मेरा ध्यान जिम के ट्रेनर पे पड़ी. वो एक लड़की को जिम ट्रेनिंग दे रहा था. उसके काफी करीब जाकर उसे सीखा रहा था. जिम ट्रेनर की काफी अछि बॉडी थी. बड़ी छाती, मजबूत डोले, गोल गांड देखकर मुझे लगा इसका तो लंड भी काफी बड़ा होगा.

ट्रेनर को देखकर मेरा भी मन किया के में इसके करीब जाऊ.

थोड़ी देर बाद जब ट्रेनर अपने केबिन की और जा रहा था. मेने उसके पास जाकर उसे मदत मांगी. वो जिम ट्रेनर मेरी मदत करने आया. मुझे वो सिखाने लगा. ट्रेनर काफी करीब खड़ा था. में उसको ऊपर से निचे टटोल ने लगी।

मेरा अंग अंग नाचने लगा था. जिम की ट्रेनिंग ख़तम होने के बाद हम बातचीत करने लगे. ट्रेनर ने अपना नाम मनीष बताया। मनीष भी मुजसे प्यार से बात कर रहा था. हमारी आँखे भी मिली. में थोड़ा शर्मा रही थी. क्यूंकि बार बार मेरी नजर मनीष के बड़ी और तनी हुई छाती पर जा रही थी.

ऐसे ही ३ दिन बीत गए. हमारी अछि दोस्ती हो गयी. तीसरे दिन जब हम पैरो का व्यायाम कर रहे थे. मनीष ने मेरी जांग में हात लगाया, और मुझे कहा की ऊपर रखो पैर. तभी कुछ अजीब सा मुझे महसूस हुआ. उस दिन के बाद से मनीष ने मेरे शरीर को जगह जगह हात लगाया. कभी कसरत करते समय पीठ पर हात लगाता तो कभी कमर पे.

मेरा भी मन उसके करीब जानेकेलिए उछल रहा था. उस दिन जिम में भी ज्यादा लोग नहीं थे. तो मेने अपना मोबाईल लिया और मनीष को कहा एक फोटो लेते है.  फोटो लेते समय हम बहोत की करीब आये. मनीष ने मेरी कमर पे हात रखा था. कमर को कसकर पकड़कर उसने मुझे करीब लिया। मेने भी अपने स्तनों को मनीष के शरीर को टिकाया।

मुझे पता चला की मनीष भी मेरी तरफ आकर्षित हो चूका है. उस दिन जिम से जाते समय जब में पास के टेबल पर बैठे अपने जूते उतारकर रख रही थी. तभी पास खड़े मनीष को मेने कहा की मेरी पीठ में और कमर में दर्द होने लगा है.

तो मनीष ने कहा की कभी कभी ज्यादा वजन उठनेसे होता है दर्द. थोड़ा मसाज कर लोगी तो हो जायेगा ठीक. मनीष मेरे पीछे आकर खड़ा हुआ और पीठ पर हात लगाकर बताने लगा की कहा मसाज करना होता है. मनीष एक भी मौका नहीं छोड़ता था मुझे हात लगानेका।

उसका हात लगाना जारी था तो मेने कहा इतना पीछे मेरा हात नहीं जायेगा. क्या तुम घर आकर एकबार मेरा मसाज कर सकते हो.

मनीष थोड़ा ठहरकर बोला।  हा बिलकुल। तुम कब फ्री होती हो बता देना. तब आ जाऊंगा।

में बहोत खुश हुई. मेने शनिवार की शाम को मनीष को घर बुलाया.

मनीष ठीक ७ बजे मेरे घर पोहचा. मेने उसे सोफे पे बैठने कहा. मनीष ने कहा वो सीधा जिम से ही आया है. उसने एक ट्रैक पैंट पहनी थी और टीशर्ट. हात में उसकी गिम की बैग थी.

मेने गुलाबी रंग की पैंट पहनी थी जो मेरे पैरो पे कसकर जकड़ी हुई थी. ऊपर सफ़ेद रंग का टॉप पहना था.

मेने मनीष को पानी दिया. मुझे बहोत ही डर लगने लगा था. एक बॉडी बिल्डर आदमी के साथ में एक कमरे में अकेली. पता नहीं क्या होगा.

मेने धीरेसे मनीष को कहा अंदर के कमरे में मसाज करते है.

मनीष ने ठीक है कहा. और वो उठकर मेरे पीछे आने लगा. कमरे में बेड था. मेने मनीष को पूछा कैसे बैठु यहाँ पे. तो मनीष ने कहा पलटकर लेट जायो.

मेरी सासे और बढ़ने लगी. एक आदमी के साथ में रूम में थी.

जैसे ही पलटकर में बेड पर लेटी . मनीष बेड के किनारे खड़े होकर मेरी पीठ पर अपने मजबूत हातो से मसाज करने लगा. अह्ह्ह्ह. पहले से ही मेरा शरीर तपा हुआ था. मेरे मुँह से आह की आवाजे आने लगी.

मनीष बड़े प्यार से मसाज कर रहा था. धीरे धीरे उसके हात मेरी कमर से होकर सीधा मेरी जांग पर चले गए. मेरी पैंट के ऊपर से मसाज करते हुए मेरी जांग को दबाने लगाया.

अहहहह. उफ्फफ्फ्फ़.
अहहहह अहहहहह

मेरी हालत तब बिघडने लगी, जब मनीष जांग पे हात घुमाते हुए मेरी चुत तक बढ़ने लगा. उसकी उंगलिया बिच बिच में मेरी चुत को छूने लगी. मेरा शरीर तपने लगा था.

मनीष के हात दोनों पैरोंके बिच घूमते हुए मेरी चुत तक पोहच ही गए. मनीष ने धीरेसे मेरी चुत को सहलाया. मेरी सिसकती हुई आवाज। और तड़पता बदन देख मनीष को पता चल ही गया था के मुझे मजा आ रहा है.

मेरी आह ने मनीष का हौसला बढ़ा दिया. फिर उसने सीधा मेरी मोटी गांड पे अपना हात रखा और गांड को मसलने लगा. उस वक्त मुझे एहसास हो गया की अब मनीष को रोकना नामुमकिन है.

मनीष ने जोर जोर से मरी गांड दबाना सुरु किया. अपना एक हात मेरी जांग के बिच घुसाकर मेरी चुत को दबाने लगा. में अपने शरीर को बेड पे घिसते हुए आह भरने लगी. आहहहह अहहह. उफ्फ्फ्फफ्ठ्ठ…

मुजसे फिर रहा नहीं गया और जैसे में पलटी. मनीष को मेने अपनी और खींचा और उसके होठोंको चुम लिया.

उम्म्म्म उम्म्म्म  अम्मा अहहहह
अअअअअ उम्म्म्म मममम

मनीष मुझे चूमते हुए मेरे ऊपर आ गया. दोनों एक दूसरे को बड़े प्यार से चुम रहे थे. मुजसे जरा भी रहा नहीं जा रहा था. मेने मनीष की टीशर्ट उतारी और चूमते हुए उसके निप्पल पे हात घुमाने लगी. उसकी फूली हुई छाती पे हात घुमाते हुए उसको सहलाने लगी. अहाः. उम्म्म्म. मनीष की बड़ी छाती को हात लगानेमें बहोत ही मजा आ रहा था.

निचे मुझे महसुसु हुआ के मनीष का लंड भी खड़ा हो गया है. मेरे शरीर पे वो अपने लंड को रगड़ रहा था. देखते ही देखते मनीष ने मेरा टॉप निकाल दिया. मेरा ब्रा भी उतार दिया. जैसे ही मेरे दोनों स्तन उसके सामने आये. मनीष पागलसा हो गया. सीधा मेरे स्तनों को चूसने लगा. कसकर मेरे स्तनों को दबा दबाकर निप्पल चूस रहा था.

मेरी तो चीखें निकलने लगी. अहहहहह. अहहह. मनीष। अहाहा धीरे. आहहह

मनीष ने दोनों स्तनों को अछेसे चूस लिया. फिर चूमते हुए कमर पे पोहच गया. मुझे गुदगुदी होने लगी. में पलंग पे मचलने लगी.

पेट को चूमते हुए मनीष मेरी जांग पर आ पोहचा, उसने मेरी पेंट पकड़ी और निचे खींच दी. अंदर की निकर दिखने लगी. में अब सिर्फ अपनी काली निक्कर में थी.

फिर मनीष ने मेरी जांग पे चूमना सुरु किया. अहःअहः. अह्ह्ह . स्स्स्सह्श उफ्फ्फ्फ़.

गोरी जांग को चूमकर जब उसने मेरी निक्कर निचे खींची, में तो पानी पानी हो गयी. मनीष ने मुझे पूरा नंगा कर दिया.

निकर पूरी निकालते ही. मनीष ने मेरे पैर फैलाये और सीधा मेरी चुत को चाटने लगा. आहहह. अहहह. उफ्फ्फ. उफ्फ्फ. अहहहह.

मनीष की जीभ मेरे चुत के अंदर तक जा रही थी. चुत को फैलाके जीभ को अंदर तक रगड़ रहा था. अपनी बड़ी ऊँगली चुत में डालकर रगड़ने लगा. अह्हह्ह्ह्ह. में अपनी कमर ऊपर निचे कर हिलाने लगी. अहहहहह. बहोत मजा आ रहा था.

मनीष ने मेरी चुत को चाट चाटकर पूरा गिला कर दिया. जब वो पीछे हटा, मेने चैन की सास ली.

फिर मनीष ने अपनी पेंट उतारी. उसका लंड देखकर होश ही उड़ गए. काफी बड़ा और जाड़ा लंड था. मनीष ने मेरे हात पकड़कर मुझे बिठाया और मेरे मुँह के सामने अपना लंड दे दिया.

मेने लंड को प्यार से मुठी में पकड़ा. लंड इतना तन गया था की लोहे का औजार हात में पकड़ा है ऐसे लग रहा था. मेने लंड को मुँह में लिया और चूसने लगी. आहहहह. अह्ह्ह्ह.

मनीष मुँह से आवाज करने लगा. यहाँ में प्यार से लौड़े को चूस रही थी. बिच बिच में लंड को मुठी में कसकर पकड़कर हिला रही थी. इतना बड़ा लंड था की दोनों हातोंसे हिलाना पड़ रहा था. मुँह में लंड को लेकर उसकी निचे लटकी गोटियों को पकड़कर मसलने लगी. अहहह. उफ्फफ्फ्फ़. अहःअहः.

मुझे भी लंड को चूसने में मजा आने लगा. अहःअहः अहःअहः. उम्म्म्म आहहह.

मेने लंड को पूरा चाट के गिला कर लिया. फिर मनीष ने मुझे लिटाया. और मेरे पैर फैलाये और लंड को सीधा चुत में डालने लगा.

इतना बड़ा लंड में पहली बार चुत में ले रही थी. आहहहह. अहहहहा. धीरे धीरे लंड चुत में चला गया और मनीष मुझे चोदने लगा अहःअहः अहःअहः. अहहह

मेरी आखो के सामने एक बॉडी बिल्डर मुझे चोद रहा है, देखकर ही बहोत खुसी हो रही थी. वो अपनी पूरी ताकत से मुझे चोद रहा था. चुत को गिला कर दिया था. अहहहह अहह हाहाःहाहा आह्ह हाहा.

कुछ देर बाद मनीष निचे सोया और में उसके लौड़े पे बैठी और उछलने लगी. आहहह अहहह अहहह अहहह. लौड़ा चुत में अंदर बाहर हो रहा था. मनीष ने मेरी गांड को पकड़ लिया और अपने लौड़े पे मुझे पटकने लगा.

अहहह अहहह अह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़.

फिर मनीष ने मुझे घोड़ी बना लिया, मेरे पीछे गया और लौड़ा डाल दिया मेरी चुत में. फिर मुझे कसकर पकड़कर चोदने लगा

अहहह अह्ह्ह्ह अहहह. अहहह। उफ्फ्फ्फ़. उफ्फ्फ्फ़.

उसकी जांग मेरी गांड पे पटक रही थी. जोर जोर से पटकने की आवाज होने लगी. आहहह. अहहह. अहहह. मनीष जोर जोर से पटक पटक कर मुझे चोद रहा था. कुछ ही देर में में झड़ गयी. चुत ने पानी छोड दिया।

मनीष ने भी कुछ देर बाद लौड़ा चुत से बाहर खींचा और मेरे मुँह में दे दिया. में लौड़े को चूसने लगी तो लौड़े से गरम पानी निकलने लगा.

मनीष अहहह लेते हुए मेरे मुँह में अपना सारा पानी छोड़ रहा था. में वो सारा पानी गटक गयी.

काफी देर तक मेने मुँह में लौड़े को पकडे रखा. फिर मनीष ने ही लौड़ा मेरे मुँह से निकाला. वो भी बहोत थका हुआ था. दोनों के चेहरे पे एक ख़ुशी थी. दोनों ऐसे ही कुछ देर सोफे पे पड़े रहे.

फिर कुछ देर बाद वो निकल गया.

इस तरह मुझे एक अच्छे बॉडी बिल्डर से चुदवाने का मौका मिला.

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