पापा मेरा इस्तेमाल करने लगे

मेरा नाम सुनीता है. में २१ साल की हु. शहर से काफी दूर एक गांव में रहते है. मेरे पापा एक ट्रक ड्राइवर है. ज्यादातर वो बाहर ही रहते है. लेकिन जब भी घर आते है, घर में कहर मचा देते है.

मेने पापा से माँ के बारेमे बहोत बार पूछा, तो हमेशा एक ही बात कहते की एक एक्सीडेंट वो चल बसी. बचपन से में पापा के साथी ही रही. पापा ने मुझे खेल खेल में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था. मेरे कपडे उतारकर मुझे अपने ऊपर सुला देते थे. फिर धीरे धीरे मुझे अपने लंड को हिलना सिखाया। कुछ दिनों बाद लंड को चूसने के लिए कहने लगे.

जैसे जैसे में बड़ी होती गयी, पापा ने मुझे चोदना सुरु किया. जब भी काम से घर आते, मुझे पहले चोदते फिर बाकि सारे काम करते. पापा जब भी घर होते, मुझे चोदे बिना सोते नहीं थे.

हमारे गांव में कुछ ही लोग रहते थे. सरे बुजुर्ग थे. मेरी मासी पड़ोस में रहती थी. मेने एकबार मासी को पापा की हरकतों के बारेमे बताया, तो मासी कहने लगी, की इसमें दिक्कत क्या है. तुम्हारे पापा काम से थके हारे आते है. उनको भी मन करता होगा सब करने का. अब तुम्हारी माँ नहीं है. वो होती तो वो उनकी जरूरतों को पूरा कर देती.

तुम्हारे पापा पैसे कमाके लाते है इसलिए हम दोनों का घर चलता है. हम दोनों को दो वक्त का खाना मिलता है. तो उनके लिए ये सब करना तो पड़ेगा ना. तुम ज्यादा सोचो मत, जैसे चल रहा है वैसे चलने दो.

मासी की बाते सुन में दंग रह गयी.

मासी से वैसे मुझे ज्यादा उम्मीद नहीं थी. क्यूंकि मासी का खुप काफी मर्दो के सात शारीरक संभंद रहा है. अभी तो एक पोस्टमेन सुभह आता है. वो घर आते ही दरवाजा बंद करके १ घंटे तक चुदाई चलती है.

ऐसी औरत से में क्या अपेक्षा रख सकती थी.

पापा का बर्ताव देख मुझे कभी कभी ऐसे लगने लगा था जैसे वो मेरा असली बाप नहीं है. क्यूंकि वो हमेशा मुझे हवस की ही नजरो से देखते थे.

एक दिन की बात है. दुपहर को २ बजे में अपना काम कर रही थी. तभी पापा घर आये. में चौक गयी क्यूंकि पापा दुपहर को घर नहीं आया करते थे.

पापा घर में आये, दरवाजा बंद करके सामने खड़े हुए. मेने उनको पानी दिया पिने के लिए.

पापा मेरे हात से गिलास लेकर बोले पानी की प्यास नहीं लगी है. दूसरी प्यास हे. तू इधर आ

पानी के गिलास को कोने में फेक दिया। मेरा हात पकड़कर उन्होंने मुझे अपनी और खींचा.

पास के बैठने वाली जगह पे मुझे झुकाकर. पीछे से मेरा कुर्ता उठाया, फिर मेरे पाजामेको निक्कर के सात निचे खींच लिया.

मेरी बड़ी गांड दिखने लगी. पापा निचे घुटनो पे बैठे मेरी गांड को दोनों हातोंसे दबाते हुए दोनों पैरो के बिच दिखने वाली चुत को चाटने लगे. जीभ चुत पे रगड़ने लगी.

अहाहाः….अहहह। .. मेरे मुँह से सिसकने की आवाजे आने लगी. आहहह. ष्षष. स्स्स्सस्स्स्सह्ह्ह

पापा मेरी गांड को जोर जोर से दबाते हुए अपना मुँह पैर के बिच दाल चुत को चाट रहे थे.

अहहह अहहह. उफ्फ्फ्फ़.

कुछ ही देर में मेरी चुत तप गयी. चुत ने पानी छोड़ना सुरु किया. मेरा शरीर गरम होने लगा.

काफी देर तक चुत चाटने के बाद. पापा खड़े हुए. उन्होंने अपनी लुंगी खोल दी. अंदर की अंडरवेर निकल दी. और अपने लौड़े को पकड़कर मेरी चुत में घुसा दिया. धीरे धीरे चुत में पापा का लंड जाने लगा.

अहहह. यहाँ मेरी हालत ख़राब हो रही थी. पापा का लंड पूरा चुत में चला गया था. धक्के देकर पापा ने लंड को गांड पे दबाये रखा. फिर मेरे कुर्ते को और ऊपर करके पीठ को खुला कर दिया. पीठ पे हात रगड़ते हुए स्तनों तक दोनों हात ले आये. और फिर झुककर स्तनों को दबाते हुए लंड को चुत में अंदर बाहर करने लगे. आहहहह

अह्ह्ह्हह. उफ्फ्फ. पापा मेरे निप्पल को पकड़कर मसल रहे थे. मेरी तो चीखे निकल गयी. आहहह। अहहहह. उफ्फ्फ्फ़. हम्म्म्म
दर्द और आनंद दोनों एक साथ महसूस हो रहा था.

उफ़. आअह्हह्ह. अह्ह्ह

फिर स्तनो को दबाना छोड मेरी कमर को कसकर दोनो हातोसे पकड़ा और जोर जोर से चोदणे लगे. आःह्हह्ह.पापा का लंड काफी अंदर तक चुत मे जा राहा था. अहःअहः… मेरी चुत से सहा नहीं गया और कुछ ही देर में झड़ गयी. अह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ अह्हह्ह्ह्ह

अब गीली चुत को पापा चोद रहे थे. और कुछ देर पापा ने चोदा और फिर उन्होंने भी अपना पानी मेरी पीठ पे उड़ा दिया. अहह अहहहह उम्म्म

फिर पापा लुंगी पहनकर सो गए. में भी अंदर जाकर सो गयी.

रातको खाना खाकर पापा फिर से ट्रक लेकर काम पे चले गए.

पापा की ऐसी हरकते चलती ही रहती थी. जब भी घर आते थे, उनके सिर्फ दो ही काम होते थे. खाना और मेरी बजाना।

उस दिन तो पापा चले गए. लेकिन फिर १५ दिन बाद वापस आये. इसबार पापा रातको ९ बजे के करीब वापस आये. में सोने की तैयारी ही कर रही थी. आज बहोत ठण्ड भी थी.

अचानक पापा घर आये. मुझे बोले चल मेरे साथ. एक काम है तुजसे. मुझे कुछ समज नहीं आया. पापा ने मेरा हात पकड़ा और मुझे अपने ट्रक के पास ले जाने लगे. पापा का ट्रक हाईवे के पास दुकान था वो अभी बंद था. वही अंधेरेमे लगाया था. हम अँधेरी रात में चलते जा रहे थे.

कुछ देर बाद जब ट्रक के पास पोहचे तो मेने देखा घना अँधेरा था. तभी ट्रक से एक आदमी बाहर निकला. आदमी की बड़ी दाढ़ी थी. कद में उचा और काफी हट्टाकट्टा था.

में डर गयी. मेने पापा से पूछा यहाँ क्यूँ लेकर आये हो. तो पापा ने कहा, कुछ नहीं। में जैसा कहु वैसे करो.

पापा ट्रक के पिछेसे ऊपर चढ़ गए. फिर ऊपर से मुझे हात देकर बोले ऊपर आ जायो. मेने पापा को हात दिया और ऊपर चढ़ने की कोशिश करने लगी. काफी उचाई थी तो मुजसे चढ़ा नहीं जा रहा था.

तो पास खड़े उस आदमीने कहा रुको में मदत करता हु. और वो सीधा मेरे पीछे आया और मेरी कमर को पकड़कर मुझे उठाने लगा. में ऊपर चढ़ने लगी तो उस आदमी ने मेरी गांड पे दोनों हात रखे और गांड को दबाते हुए मुझे ऊपर उठाने लगा. मुझे महसूस हो रहा था की वो आदमी मेरी गांड अपने पंजे से दबा रहा है. में किसी तरफ ऊपर चढ़ गयी.

फिर वो आदमी भी ऊपर आया. पापा ने ट्रक के अंदर की लाइट लगायी. उजाला हो गया. फिर पापा ने पीछे का कपडा निचे उतरके ट्रक को बंद कर दिया. अब अंदर में एक कोने में खड़ी सहमी हुई. डर से पानी पानी हो रही थी.

जैसे ही पर्दा बंद हुआ. आदमी मेरे करीब आने लगा. पापा बोले ये मेरा दोस्त है. कुछ देर की बात है सिर्फ। फिर तुम घर चली जाना. में पापा से बात कर ही रही थी के उस आदमी ने मुझे पिछेसे जकड लिया. और मेरी गर्दन पे चूमने लगा. मुझे समाज आया के पापा ने मुझे इस आदमी से चोदने के लिए यहाँ लाया है.

आदमी ने मेरी गर्दन को चूमते हुए मेरे दोनों स्तनों को दबाना सुरु किया. आहहहहह. अहहहह. उसके बड़े बड़े हातोंमे मेरे स्तन जकड गए. वो जोर जोर से स्तनों को दबाते हुए मेरी गर्दन को चुम रहा था. और उसी वक्त अपना खड़ा लंड मेरी गांड पे घिस रहा था.

मेरे लिए किसी नए आदमी का स्पर्श महसूस करना काफी अजीब था. अभी तक तो पापा के आलावा किसी और आदमी का स्पर्श शरीर को नहीं मिला था. इसलिए जैसे ही इस आदमीने मेरे शरीर पे हात घूमना सुरु किया, मेरे शरीर की गर्मी तुरंत बढ़ गयी. ठंड की वजसे कापने वाले शरीर पर अब पसीना आने लगा था.

गले को चूमते हुए आदमीने मुझे अपनी और कर लिया. मेरे होठोंको ढूंढ़कर मुझे चूमने लगा. आहहहह. उसके बड़े होठोंके बिच मेरे कोमल होठ काफी घिसने लगे. पागलो की तरफ चूमते हुए मेरे स्तनों को दबाकर आनंद ले रहा था. फिर उसने अपना कुर्ता उतार दिया. मेरा भी ड्रेस उसने ऊपर खींच लिया.

मेरी ब्रा को दबाते हुए निचे खींच लिया. मेरे स्तनों को बाहर निकाल कर स्तनों को चूमने लगा. अहःअहः अह्ह्ह्ह. अहहहह उम् उफ्फ्फ.

झुककर मेरे निप्पल चूस रहा था. ऐसे लग रहा था की किसी जंगली आदमी के हातो में अपना स्तन दे दिया है. वो काफी भूका दिख रहा था.

मेने ब्रा उतार के निचे फेक दी. काफी देर निप्पल को चूसने के बाद.

निप्पल को चूसने के बाद आदमी की जंगलियता और बढ़ गयी. उसने मेरे दोनों हात ऊपर उठाये और मेरी बगल को चाटने लगा. मेरी बगल पे बाल थे. मुझे शर्म आ रही थी मेरे बगल के बाल दिखानेमे।

लेकिन ये आदमी उसी बालो भरी बगल को जीभ से चाटने लगा. आह्ह्ह्ह. अहहहहह. अहहह उफ्फ्फ्फ़.

कुछ अजीब सा ही अनुभव था मेरे लिए. अहहहह अहहह.

दोनों बगल को चाटकर वो आदमी पीछे हटा. उसने अपना पजामा उतारा. जैसे ही उसका लम्बाचौड़ा लंड बाहर निकला मेरे तो होश ही उड़ गए. घोड़े जैसा लम्बा लंड देखकर में डर गयी. मेरे दिमाग में पहला ख्याल आया की ये लंड मेरी चुत में कैसे जायेगा.

आदमी ने मुझे निचे बिठाया और मेरे मुँह में लंड दे दिया. डरते हुए मेने लंड को मुँह में लिया और चूसने लगी. दोनों हातोंसे से जब लंड पकड़ा तो पता चला की काफी बड़ा है.

लंड का गुलाबी ही में अपने मुँह में ले पायी. बाकि पूरा लंड सिर्फ चाटकर ही गिला कर दिया। पूरा लंड चाटने में ही काफी देर लग गयी.

लंड चाटते हुए मेने उसकी गोटियों को हात में लिया तो पता चला एक एक गोटी इतनी बड़ी थी के एक हात में एक ही समां रही थी. मुझे दोनों हातोंसे उसके गोटो दबाना पड़ा. मुँह में लंड लेकर चूसते हुए गोटोंको दबा रही थी.

लंड चूसते हुए मेरी नजर मेरे पापा की और गयी जो कोनो में खड़े थे. मेने देखा पापा ने अपनी लुंगी छोड़ दी है. और अपने लंड को हिला रहे है. वो मुझे दूसरे का लंड चूसते हुए देख मजे ले रहे थे.

मेने काफी देर उस आदमी का लंड चूसा.

फिर जैसे ही लंड को छोड़ा आदमी ने मुझे सीधा निचे लिटा दिया. मेरे पैर फैलाये और पागलो की तरह मेरी चुत को चाटने लगा. आदमी कीभ काफी बड़ी थी. मेरी छोटीसी चुत पे अपनी जीभ को रगड़ने लगा. अहहहहह. आह्ह्ह्हह. चुत में काफी अंदर तक उसकी जीभ घुसेड़ रहा था. आहहह. काफी मजा आने लगा.

मेरी चुत पे काफी बाल भी थे. वो बालो के ऊपर से चुत को चाट रहा था.

अह्हह्ह्ह्ह. अहहह. ऐसा मजा पापा के साथ भी नहीं मिला था.

चुत को चाटकर जब वो पीछे हटा, मेने रहत की सास ली. लेकिन वो भी ज्यादा देर तक नहीं रही. उस आदमी ने अपना घोड़े जैसा बड़ा लौड़ा मेरी चुत पे रखा और धीरे धीरे धक्के देकर अंदर तक लड़ने लगा. में लाचार थी.

काफी दर्द हो रहा था. लेकिन अभी इस जानवर को रोकना संभव नहीं था. उस आदमी ने अपना लौड़ा आधे से ज्यादा अंदर धकेला और मुझे चोदने लगा. अहःअहः. अहःअहः. अह्ह्ह्ह.

उफ्फ्फ्फ़. इमम्म अहहहह

समज ही नहीं आ रहा था के क्या हो रहा है. मजा भी आ रहा था. क्यूंकि इतना बड़ा लंड पहले कभी नहीं लिया था. देखते ही देखते आदमी ने पूरा लंड मेरी चुत में दाल दिया.

मुझे यकीन ही नहीं हुआ की मेरी चुत इतनी बड़ी है. आदमी मेरे ऊपर सोकर मुझे होठोंको चूमते हुए चोदने लगा. मुझे चुत के अंदर उसका पूरा लंड महसूस हो रहा था.

चुत काफी तप गयी थी और पानी छोड़ रही थी. आदमी ने अपनी गति बधाई और मुझे जोर जोर से चोदने लगा. मेरे लिए वो बहुत जी ज्यादा था. में कुछ ही देर में झड़ ‘गयी.

वो आदमी लगा रहा. काफी देर बाद वो पीछे हटा. लौड़ा अभी भी चुत में ही था. आदमी ने मेरी कमर के पीछे हात डालकर उठाया. मुझे गले से लगाकर घुटनो पे बैठकर मुझे उठा उठाकर चोदने लगा. मेने उसको कसकर पकड़ रखा था. उसके दोनों हात मेरी गांड पे दबाये हुए थे. गांड को उठा उठाकर वो मेरी चुत चोद रहा था. अहहह अहहह अहहह. उफ्फ्फ्फ़. अहःअहः. ससससस. मर गयी में तो. अहहहहह

चोद चोद कर मेरी हालत ख़राब हो चुकी थी. फिर जब उसने मुझे निचे उतरा. मुझे उसने पलटकर लिटा दिया. मेरी बड़ी गांड को दिखाकर सीधा उसपर टूटपड़ा. गांड को चाटने लगा. फैला फैलाकर चाट रहा था.

फिर आदमी ने मुझे घोड़ी बनाया. और फिर से लौड़े को पीछे से मेरी चुत में डाला और चोदने लगा. अहहहह अहहहहह.

इसबार लौड़ा और अंदर तक चला गया. जोर जोर से लौड़े को धक्के देकर मुझे चोद रहा था. मेरी चुत फिरसे पानी छोड़ने के लिए मजबूर हो गयी.

उसके लौड़े की ताकत मेरी चुत सह नहीं पायी और कुछ ही देर बाद फिर से चुत ने पानी निकाल दिया. अहहहहहह. शरीर कापने लगा. इतने बड़े लौड़े से चुदना कभी सपने में भी नहीं सोचा था.

काफी देर आदमी ने मुझे चोदा फिर जैसे ही पानी निकलने वाला था. उसने मुझे सीधा बिठाया और मेरे मुँह के ऊपर सारा पानी छोड दिया. में आँखे बंद करके मुँह खोलकर बैठी थी. काफी पानी मुँह में चला गया. बाकि मेरे सर से होकर निचे बहने लगा. गालो पे, आखो पे पानी ही पानी था. पूरा मुँह उस आदमी के सफ़ेद चिप चिप्पे पानी से भर गया.

पानी पूरा निकल कर वो दूर हुआ. किसी तरफ मेने अपना पास पड़ा ब्रा ढूंढा। ब्रा से ही मेरा मुँह साफ किया. मुँह जो पानी गया था वो में पि गयी.

और फिर कपडे पहन लिए. वो आदमी ने भी कपडे पहन लिए. मेने देखा जाते समय आदमी ने पापा को कुछ पैसे दिए. वो देखकर मुझे पता लग गया की पापा ने मुझे अब पैसो के लिए बेचना भी सुरु कर दिया है.

वो आदमी जाते ही. पापा और हम घर आये और सो गए.

मुझे उस दिन रातको बहोत अछि नींद मिली।

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